Uttarakhand Election 2022 : मतदान संपन्न होने के बाद भी इलेक्शन मोड में हरीश रावत, अब कांग्रेस ने गिनाए तीन नए संकल्प
Uttarakhand Election 2022 : हरीश रावत ने शनिवार को अपने सोशल मीडिया हैंडल्स से संदेश जारी करते हुए कहा कि उनकी राजनीतिक और सामाजिक सोच को आकार देने में तीन दलित कार्यकर्ताओं का बड़ा भारी योगदान रहा है....
Uttarakhand Election 2022 : उत्तराखंड के विधानसभा के लिए 14 फरवरी को संपन्न हो चुका है लेकिन पूर्व मुख्यमंत्री व दिग्गज कांग्रेस नेता हरीश रावत अब भी इलेक्शन मोड में हैं। अब रावत ने यति उनके हाथ में बात आई तो कहते हुए दिवंगत दलित कार्यकर्ताओं के नाम पर तीन योजनाएं शुरू करने का संकल्प जाहिर किया है।
रावत ने शनिवार को अपने सोशल मीडिया हैंडल्स से संदेश जारी करते हुए कहा कि उनकी राजनीतिक और सामाजिक सोच को आकार देने में तीन दलित कार्यकर्ताओं का बड़ा भारी योगदान रहा है। इसमें सुशील कुमार निरंजन, रामलाल विद्यार्थी और राधेलाल धर्मकार का नाम शामिल है।
रावत ने विस्तार से जिक्र करते हुए बताया कि सुशील कुमार निरंजन एक दलित एक्टिविस्ट के साथ-साथ सामाजिक कार्यकर्ता भी थे। इसलिए वो चाहते हैं कि यदि कभी उनके हाथ में बात रही तो वो सुशील कुमार निरंजन के कार्यक्षेत्र रामनगर में उनके नाम पर एक सार्वजनिक लाइब्रेरी स्थापित करूंगा।
इसी तरह सबसे पहले हाथी को अपना चुनाव चिन्ह बनाने वाले मूलरूप से शिल्पकार और भूमिहीनों के नेता स्वर्गीय रामलाल विद्धार्थी के नाम पर भी भूमिहीन परिवारों की किसी बसासत का नाम रखना चाहूंगा जबकि राधेलाल चर्मकार के नाम पर चर्मकार सम्मान पेंशन भी प्रारंभ करना चाहूंगा। चाहे यह राशि पांच सौ रुपये ही क्यों न हो।
रावत ने इस पोस्ट के साथ ही अपना वीडियो भी डाला है तमाम लोग इस पर प्रतिक्रिया दे रहे हैं। इसमें पहले रावत के मतदान समाप्ति के बाद लालकुआं थाने में पुलिस कर्मियों से वोट भी मांगते नजर आ चुके हैं। वो चुनाव बाद भी लगातार सक्रियता दिखाने वाले चुनिंदा नेताओं मेंम शामिल हैं।