Uttarkhand Election 2022 : हरीश रावत, यशपाल आर्य समेत ये दिग्गज खुद को नहीं दे पाएंगे वोट, ये है वजह
Uttarkhand Election 2022 : शपथपत्र के मुताबिक हरीश रावत 147, शक्ति विहार, माजरा देहरादून के स्थायी निवासी हैं लेकिन वे इस बार लालकुआं सीट पर अपनी किस्मत आजमा रहे हैं....
Uttarkhand Election 2022 : उत्तराखंड की 70 विधानसभा सीटों पर 14 फरवरी को मतदान होना है। ऐसे में प्रदेश में चुनाव प्रचार के लिए बहुत कम समय ही शेष है। लेकिन इस चुनाव में पूर्व मुख्यमंत्री व कांग्रेस (Congress) के दिग्गज नेता हरीश रावत (Harish Rawat), पूर्व कैबिनेट मंत्री यशपाल आर्य (Yashpal Arya) समेत कई बड़े नेता खुद के लिए वोट नहीं दे पाएंगे। दरअसल उसके पीछे वजह यह है कि ये नेता अपनी विधानसभा छोड़कर दूसरी सीटों से चुनावी मैदान में उतरे हैं।
ये नेता अपनी विधानसभा में तो अपनी पार्टी को वोट दे सकते हैं पर खुद के लिए वोट नहीं डाल सकेंगे। कुमाऊं मंडल (Kumaoun Region) की आधा दर्जन सीटों पर बाहरी प्रत्याशी होने के कारण ये समीकरण बन रहे हैं।
इन बड़े नेताओं की ओर से निर्वाचन आयोग को ब्योरा पेश किया गया है। शपथपत्र के मुताबिक हरीश रावत 147, शक्ति विहार, माजरा देहरादून के स्थायी निवासी हैं लेकिन वे इस बार लालकुआं सीट पर अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। इसलिए वे लालकुआं में खुद के लिए वोट नहीं कर सकेंगे।
इसी तरह भाजपा से कांग्रेस में आए पूर्व कैबिनेट मंत्री यशपाल आर्य (Yashpal Arya) की सीट बाजपुर है लेकिन वो कालाढूंगी के वोटर हैं। इसलिए वो भी खुद के लिए वोट नहीं कर सकेंगे। यशपाल आर्य के विधायक बेटे संजीव आर्य भी नैनीताल से कांग्रेस के टिकट पर मैदान में है, उनका पता भी 60 विधानसभा क्षेत्र कालाढूंगी है।
कांग्रेस नेता रणजीत सिंह रावत (Ranjeet Singh Rawat) रामनगर विधानसभा के वोटर हैं लेकिन वह इस बार सल्ट सीट से मैदान में है। इसलिए वो भी खुद को वोट नहीं कर पाएंगे। इसी तरह पूर्व सांसद महेंद्र पाल सिंह नैनीताल के रहने वाले हैं लेकिन वे रामनगर सीट से चुनाव लड़ रहे हैं। वो भी खुद को वोट नहीं कर पाएंगे।
कांग्रेस के अलावा उधम सिंह नगर की सितारगंज सीट से बसपा के टिकट पर पूर्व विधायक नारायण पाल चुनाव लड़ रहे हैं। वो भी खुद को मतदान नहीं कर पाएंगे।