Who Is Sunil Singh: कौन हैं सुनील सिंह, जिन्होने योगी के गोरखपुर से चुनाव लड़ने पर रिकार्ड मतों से हराने की दी है वार्निंग

कभी योगी के हमराह रहे सुनील सिंह ने लिखा है, 'तो कही नोट कर लीजिए बाबा मैं सुनील सिंह आज घोषणा करता हु इस बार का चुनाव आपके जीवन का सबसे मुश्किल चुनाव बना दूंगा...

Update: 2022-01-17 05:49 GMT

(सुनील सिंह ने दी गोरखपुर से योगी को हराने की चेतावनी)

UP Election 2022: उत्तर प्रदेश चुनाव में अयोध्या (Ayodhya) की अफवाह के बाद गोरखपुर (Gorakhpur) शहर सीट से चुनावी मैदान में उतर रहे योगी आदित्यनाथ के लिए उनके अपने ही पुराने चेले ने मुश्किल खड़ी करने की चेतावनी दी है। हिंदू युवा वाहिनी से सपा में शामिल हुए इस नेता ने योगी से कहा है कि, 'यह चुनाव उनके जीवन का सबसे मुश्किल चुनाव बना दूंगा।'

बताते चलें कि अभी दो ही दिन पहले योगी का टिकट गोरखपुर की शहर विधानसभा सीट से तय हुआ है। उन्होने इसके लिए केंद्रीय संगठन का आभार व्यक्त करते हुए ट्वीट किया था। ट्वीट में लिखा कि, 'आगामी विधानसभा चुनाव में मुझे गोरखपुर शहर से भारतीय जनता पार्टी का प्रत्याशी बनाने के लिए आदरणीय प्रधानमंत्री श्री @narendramodi जी, माननीय राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री @JPNadda जी एवं संसदीय बोर्ड का हार्दिक आभार।'

योगी आदित्यनाथ के इस ट्वीट को रिट्वीट करते हुए कभी उनके हमराह रहे सुनील सिंह ने लिखा है, 'तो कही नोट कर लीजिए बाबा मैं सुनील सिंह आज घोषणा करता हु इस बार का चुनाव आपके जीवन का सबसे मुश्किल चुनाव बना दूंगा। रिकार्ड मतों से हारने के लिए तैयार रहिये गोरखपुर की धरती इस बार इंकलाब का नया इतिहास लिखेगी। घमंड हारेगा और संघर्ष की जीत होगी। जय समाजवाद। @yadavakhilesh सुनील सिंह समाजवादी पार्टी

सुनील सिंह के ट्वीट को आईपी सिंह ने रिट्वीट कर लिखा है, 'सुनील जी आपका जन्म गोरखपुर की धरती पर हुआ है पहाड़ पर नहीं, जनता को बताइये एक उत्तराखंडी पहाड़ से आकर आपके ऊपर कैसे-कैसे जुर्म किया। आपका कोई दोष नहीं था पुलिस द्वारा सैकड़ों लाठियों से पिटवाया,जेल की काल कोठरी में रखवाया और रोज टॉर्चर कराते थे। यह भगवा वस्त्र में एक राक्षस है।'

कौन हैं सुनील सिंह?

गोरखपुर की खजनी तहसील के अहमदपुर गांव निवासी सुनील मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जुलाई 2018 में रासुका के तहत उनके खिलाफ कार्रवाई की थी। हिंदू युवा वाहिनी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सुनील सिंह पर 70 से अधिक मुकदमे दर्ज हैं। पंचरूखिया कांड, मोहन मुंडेरा कांड, मऊ दंगा सहित कई घटनाओं के बाद संघटन का कद बढ़ता गया। बाद में बगावत कर के सुनील सिंह ने हिंदू युवा वाहिनी (भारत) का गठन कर लिया। 18 जनवरी 2020 को सुनील सिंह अपनी पार्टी संग समाजवादी पार्टी सुप्रीमो अखिलेश यादव के हमराह हो गए।

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