योगीराज में कहीं कचरा गाड़ी ने उठायी लाश तो कहीं सड़क किनारे पड़ा रहा शव
ऐसे तमाम वीडियो को देखकर यह कहना सबसे आसान है कि मानवता पूरी तरह खत्म हो गयी है, लेकिन इसका असल कारण जनता नहीं बल्कि हमारे सिस्टम की असफलता है....
जनज्वार। सोशल मीडिया पर एक वीडियो बड़ी तेजी से शेयर हो रहा है, जिसमें एक लाश को कचरा गाड़ी में फेंकते हुए दिखाया जा रहा है। यह वीडियो उत्तर प्रदेश का बताया जा रहा है। अमानवीयता की हद पार करते इस वीडियो को शेयर करते हुए आम आदमी पार्टी पेज ने लिखा है, 'जिस अच्छे मॉडल के नाम पर भाजपा के सांसद दिन रात सीना ठोंकते हैं, उसका दर्दनाक सच ये है। शायद ही इससे भयावह व्यवस्था कहीं हो। मगर इस पर चुप्पी है, क्योंकि वीडियो UP की है।'
ऐसे तमाम वीडियो को देखकर यह कहना सबसे आसान है कि मानवता पूरी तरह खत्म हो गयी है, लेकिन इसका असल कारण जनता नहीं बल्कि हमारे सिस्टम की असफलता है। गरीबों के टैक्स से चलने वाली सरकारें आज तक न्यूनतम सुविधा भी लोगों को नहीं दे पायी हैं।
एक अन्य वीडियो में दिखाया जा रहा है सड़क किनारे मजदूर तड़पकर मर गया है, मगर उसका हाल लेना तो दूर वह जानवर से भी बदतर हालत में पड़ा हुआ है। यह वीडियो भी उत्तर प्रदेश का बताया जा रहा है।
कोरोना की भयावहता के बीच मजदूरों-गरीबों के संवेदनहीनता की पराकाष्ठा को छूते ये वीडियो उस उत्तर प्रदेश से आये हैं, जहां गौहत्या पर सरकार ने 10 साल की सजा का ऐलान किया है। केरल में हाथी को मारने पर हायतौबा मचाने वाली मेनका गांधी के संसदीय क्षेत्र सुल्तानपुर से आये इस वीडियो को देखकर यह सहज अंदाजा लगाा जा सकता है कि उनके लिए इंसानों से ज्यादा अहमियत जानवर रखते हैं। नहीं तो ऐसा क्यों होता कि जिस संसदीय क्षेत्र का वह नेतृत्व करती हैं, उनकी सरकार होने के बावजूद वहां इंसान की गति जानवर से भी बदतर होती।