मं​त्री-मुख्यमंत्री से सेटिंग कराने वाला UP का जालसाज ऐसे चढ़ा देवरिया SP के हत्थे

तरकुलवा थाना क्षेत्र के एक मामले में अखिलानंद ने एसपी को फोन कर खुद को एके सिंह उर्फ अजय सिंह बताया और अपने को गोरखनाथ मंदिर का प्रभावशाली व्यक्ति व मुख्यमंत्री का करीबी बताते हुए एसपी को प्रभाव में लेने का प्रयास किया....

Update: 2020-08-09 13:18 GMT

file photo

गोरखपुर। यूपी के देवरिया जनपद एसपी को झांसा देने के आरोपी अखिलानंद राव उर्फ राजा राव की गिरफ्तारी में जुटी देवरिया पुलिस तुर्कपट्टी थाना क्षेत्र के सोंदिया बुजुर्ग में छापा मारा। यहां से एक व्यक्ति को पूछताछ के लिए साथ ले गई, जिसने अखिलानंद राव के बारे में पुलिस को कई महत्वपूर्ण जानकारियां दी हैं।

देवरिया पुलिस के अनुसार, तरकुलवा थाना क्षेत्र के एक मामले में अखिलानंद ने एसपी को फोन कर खुद को एके सिंह उर्फ अजय सिंह बताया और अपने को गोरखनाथ मंदिर का प्रभावशाली व्यक्ति व मुख्यमंत्री का करीबी बताते हुए एसपी को प्रभाव में लेने का प्रयास किया। बाद में फोन कॉल का आडियो वायरल होने पर हरकत में आई पुलिस ने पड़ताल की तो फोन करने वाला व्यक्ति कसया थाना क्षेत्र का अखिलानंद राव निकला।

इससे कुछ दिन पहले जौनपुर जिले का भी एक ऑडियो टेप सामने आया था, जिसमें उसने वहां के एसपी को केंद्रीय गृहमंत्री का करीबी बताकर फोन किया था। इससे पहले कुशीनगर में भी कई पुलिसकर्मियों के साथ इसका ऑडियो टेप वायरल हो चुका है। मामले को गंभीरता से लेते हुए देवरिया पुलिस ने छानबीन शुरू की।

पुलिस के मुताबिक अखिलानंद के मोबाइल का सीडीआर निकाला गया तो पटहेरवा थाना क्षेत्र के रजवटिया गांव निवासी एक व्यक्ति व तुर्कपट्टी थाना क्षेत्र के सोंदिया बुजुर्ग निवासी एक सफाईकर्मी से निकटता की जानकारी हुई। इसी आधार पर देवरिया कोतवाल टीजे सिंह के नेतृत्व में पुलिस टीम ने शनिवार 8 अगस्त को छापा मारा। बताया जाता है कि सोंदिया बुजुर्ग के व्यक्ति ने अखिलानंद राव के विषय में कई महत्वपूर्ण जानकारियां दीं।

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IPS अमिताभ ठाकुर ने पडरौना, कुशीनगर के तथाकथित पत्रकार अखिलानंद राव तथा पडरौना कोतवाली के इंस्पेक्टर पवन सिंह के बीच बातचीत के कथित ऑडियो के आधार पर इस संबंध में जाँच की मांग की है। डीजीपी यूपी को लिखे अपने पत्र में उन्होंने कहा है कि ऑडियो में इंस्पेक्टर पडरौना गैरजिम्मेदाराना तरीके से पुलिस की ताकत की बात कह रहे हैं तथा बार-बार यह कह रहे हैं कि उनके द्वारा अखिलानंद को पूर्व में भी आगाह किया गया, किन्तु अखिलानंद नहीं माने, जिस कारण उनके खिलाफ मुक़दमा दर्ज किया गया। ऑडियो में इंस्पेक्टर यह भी कह रहे हैं कि पुलिस किसी भी तरह से चार्जशीट भेज सकती है और बाकी जीवन अभियुक्त को अपने को निर्दोष साबित करना पड़ता है।

अमिताभ ने कहा कि इस बातचीत से यह साफ़ हो जाता है कि अखिलानंद पर उनके समाचार लिखने के कारण मुक़दमा दर्ज किया गया। उन्होंने बताया कि उनकी जानकारी के अनुसार अखिलानंद पर थाना पडरौना ने कई मुकदमे लिख दिए गए हैं और उन्हें गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है। उन्होंने ऑडियो में इंस्पेक्टर के कथन को दुर्भाग्यपूर्ण तथा अधिकारों का दुरुपयोग बताते हुए बातचीत में आये तथ्यों के कारण इन मुकदमों के मात्र खबर छापने के कारण रंजिशन लिखवाए जाने की सम्भावना के मद्देनज़र अखिलानंद के खिलाफ दर्ज मुकदमों की सीबीसीआईडी जाँच का अनुरोध किया है।

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