Vladimir Putin Biography in Hindi: जासूस बनने से लेकर राष्ट्रपति तक का सफर, पढ़िए पुतिन की सीक्रेट लाइफ की पूरी कहानी

Vladimir Putin Biography in Hindi: एक समय पर केजीबी के जासूस रहे व्लादिमीर पुतिन का काम ही दुनिया भर की मीडिया और उसकी खबरों पर नजर रखना था। अब वही पुतिन यूक्रेन पर हमला करके पूरे विश्व में चर्चा का विषय बन चुके हैं।

Update: 2022-03-30 05:50 GMT

Vladimir Putin Biography in Hindi: जासूस बनने से लेकर राष्ट्रपति तक का सफर, पढ़िए पुतिन की सीक्रेट लाइफ की पूरी कहानी

मोना सिंह की रिपोर्ट

Vladimir Putin Biography in Hindi: एक समय पर केजीबी के जासूस रहे व्लादिमीर पुतिन का काम ही दुनिया भर की मीडिया और उसकी खबरों पर नजर रखना था। अब वही पुतिन यूक्रेन पर हमला करके पूरे विश्व में चर्चा का विषय बन चुके हैं। रूस यूक्रेन वार को लेकर व्लादिमीर पुतिन का अगला कदम क्या होगा? इस बारे में अंदाजा लगा पाना बेहद मुश्किल है। इसकी वजह व्लादिमीर पुतिन की शख्सियत है। मौजूदा समय में उनकी छवि ऐसे राजनेता के रूप में उभरी है, जो किसी से ना ही डरता और ना झुकता है।

पुतिन ऐसे बने थे सफल राजनेता

व्लादिमीर पुतिन का पूरा नाम व्लादिमीर व्लादिमीरोविच पुतिन है। उनका जन्म 7 अक्टूबर 1952 में सेंट पीटर्सबर्ग रूस में हुआ था। पुतिन अपने माता-पिता के तीन बच्चों में सबसे छोटे थे। पुतिन के पिता स्पिरिडोनोविच पुतिन सोवियत नेवी में थे। और मां मारिया इवानोव्ना शेलेमोवा पुतिन एक फैक्ट्री में काम करती थी। फिलहाल, व्लादिमीर पुतिन की गिनती रूस के सबसे लोकप्रिय और सफल राजनेताओं में की जाती है। बर्लिन की दीवार गिरने के बाद पुतिन वापस रूस आए और 1997 में उन्होंने रूस की राजनीति में प्रवेश किया।

1999 में वे रूस के कार्यवाहक राष्ट्रपति बने इसके बाद व्लादीमीर पुतिन ने पीछे मुड़कर नहीं देखा। पुतिन 7 मई 2012 को रूस के राष्ट्रपति बने थे। 2012 में राष्ट्रपति बनने के महज 2 साल के अंदर 2014 में उन्होंने क्रीमिया पर कब्जा कर लिया। और क्रीमिया पर कब्जा करने के करीब 8 साल बाद यूक्रेन पर हमला कर दिया।

व्लादीमीर पुतिन साल 2000 से 2008 तक रूस के राष्ट्रपति थे। 1999 से 2000 और फिर 2008 से 2012 तक वे रूस के प्रधानमंत्री रहे। प्रधानमंत्री कार्यकाल के दौरान पुतिन यूनाइटेड रशिया पार्टी के अध्यक्ष भी थे। 2011 में पुतिन के कहने पर रूस संविधान में संशोधन करके राष्ट्रपति का कार्यकाल 4 साल से बढ़ाकर 6 साल कर दिया गया था। 7 मई 2012 को व्लादिमीर पुतिन एक बार फिर रूस रूस के राष्ट्रपति बने और 2018 के चुनाव में उन्होंने उन्हें 75% से ज्यादा वोट मिले थे। उनकी जनता के बीच इतनी ज्यादा लोकप्रियता से कई पश्चिमी देश आश्चर्यचकित थे। उन्होंने पुतिन के ऊपर राष्ट्रपति चुनाव में धांधली के भी आरोप लगाए।

KGB के कभी कामयाब जासूस थे पुतिन

पुतिन बचपन से ही जासूस बनना चाहते थे। इसलिए अपनी शिक्षा पूरी करने के बाद पुतिन ने महज 23 वर्ष की उम्र में 1975 में USSR की खुफिया एजेंसी KGB के लिए काम करना शुरू कर दिया। उस समय दुनिया के तमाम देश KGB के जासूसों से खौफ खाते थे। जासूसी की ट्रेनिंग के दौरान उनका दिमाग खतरे की स्थिति में बहुत तेजी से काम करता था। वह खतरे में घबराने के बजाय बहुत धैर्य और शांति से काम लेकर समस्या को सुलझा लेते थे। और पीछे हटने की बजाए बिना मौका गंवाए आगे बढ़कर कदम उठा लेते थे। चाहे बाद में वो कदम खतरनाक ही साबित क्यों ना हो। वो इस बारे में कभी सोचते नहीं थे। उन्होंने लंबे समय तक जर्मनी में रूस के लिए जासूसी की। इस दौरान उन्होने कई पश्चिमी देशों में अलग-अलग सफल ऑपरेशन किए। इस दौरान पुतिन को पश्चिम के ज्यादातर देशों की अंदरूनी राजनीति और सैन्य ताकतों का अंदाजा हो गया था। व्लादिमीर पुतिन KGB में मेजर के पद पर रह चुके हैं। उन्होंने 1990 तक केजीबी के लिए काम किया। उन्हें बम बनाने से लेकर जहाज उड़ाने तक का काम किया है।

वो बचपन का सनसनीखेज किस्सा, जिससे प्रभावित है पुतिन

पुतिन ने 2015 में एक कार्यक्रम में अपने बचपन के किस्से के बारे में बात की थी। उन्होंने बताया था कि, जब वह सिर्फ 13 साल के थे, तब रूस में लेनिनग्राड की सड़कों पर होने वाली मार पिटाई ने उनके मन में यह धारणा मजबूत कर दी थी, कि अगर लड़ाई होना निश्चित है तो पहला पंच मारने वाला ही लड़ाई में जीतता है। अगर पहला पंच खुद नहीं मारा तो दुश्मन हावी हो जाएगा। उनके बचपन की इस घटना से पुतिन के व्यक्तित्व को अच्छी तरह समझा जा सकता है। पुतिन के व्यक्तित्व और यूक्रेन पर हमले की रणनीति को अच्छी तरह समझा जा सकता है।

पुतिन का परिवार

69 साल के पुतिन मार्शल आर्ट के खेल जूडो में ब्लैक बेल्ट मास्टर हैं। पुतिन आज भी वैसे ही फिट हैं, जैसे 20 साल पहले हुआ करते थे। उन्हें तैराकी का भी शौक है। पुतिन अपनी पर्सनल लाइफ को मीडिया के सामने लाना पसंद नहीं करते। वे परिवार और बच्चों का जिक्र कभी नहीं करते। पुतिन ने पहली शादी 1983 में लिउडमिला स्क्रेबनेवा से की थी। इस शादी से उनकी दो बेटियां मारिया और कैटरीना हैं। 2014 में पुतिन ने अपनी पत्नी लिउडमिला से तलाक ले लिया था। तलाक के बाद उनके कई महिलाओं से संबंध रहे, इनमें सबसे पहले नाम आता है ओलंपिक गोल्ड मेडलिस्ट और 37 वर्षीय जिम्नास्ट रहीं अलीना कवायेवा का। अलीना खेल से संन्यास लेने के बाद राजनीति में सक्रिय हो गईं और वर्तमान में पुतिन की यूनाइटेड रशिया पार्टी से सांसद हैं।

सफाई कर्मचारी से थे संबंध

साल 2020 में पुतिन की निजी जिंदगी से जुड़ी खबर मीडिया की सनसनी बन गई थी। वह खबर थी, सफाई कर्मचारी स्वेतलाना कृवोनोगिख से ब्लादीमीर पुतिन के संबंध। यह रिश्ता 90 के दशक में शुरू होकर 2003 के आसपास खत्म हो गया था। इससे उनकी एक 18 साल की बेटी एलिजाबेथ व्लादिमीरोवना (लुइजा) है। लुईजा के जन्म के बाद ही पुतिन और स्वेतलाना अलग हो गए थे।

5 लाख करोड़ की संपत्ति के हैं मालिक

पुतिन का जन्म एक बेहद साधारण परिवार में हुआ था। और उनका बचपन भी आम बच्चों की तरह ही बीता था। रूस के राष्ट्रपति बनने के बाद पुतिन को 1,0 1,43,443 रुपये की सैलरी मिलती है। और उनकी कुल संपत्ति 70 अरब डालर यानी 5 लाख करोड रुपए है। इनके पास 50 पर्सनल एयरक्राफ्ट हैं। इसके अलावा फॉर्मूला वन रेसिंग कार और पनडुब्बी के भी शौकीन हैं।

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