Gautam Adani : कोरोना के 2 सालों में अडानी की संपत्ति में हुआ 365 फीसदी का इजाफा, 30.7 बिलियन डाॅलर से बढ़कर हुई 142.7 बिलियन डाॅलर
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Adani Group News: दुनिया के तीसरे सबसे अमीर व्यक्ति गौतम अडानी ने दो सालों में अपनी कुल संपत्ति में 365 फीसदी का उछाल देखा है। उनकी कंपनियों के बाजार पूंजीकरण में वृद्धि के लिए बहुत कुछ श्रेय दिया जा सकता है। इकोनॉमिक टाइम्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक, पिछले दो सालों में गौतम अडानी की कंपनियों का मार्केट कैप 112 अरब डॉलर बढ़ा है ।
142.7 अरब डॉलर की संपत्ति के साथ गौतम अडानी शीर्ष तीन में जगह बनाने वाले पहले एशियाई हैं। रिपोर्ट में कहा गया है कि वैश्विक अरबपतियों की सूची में उनका स्थान केवल दो वर्षों में 40वें से तीसरे स्थान पर पहुंच गया है।
वह शीर्ष 10 में एकमात्र अरबपति हैं, जिन्होंने पिछले कुछ वर्षों में अपनी संपत्ति में वृद्धि देखी है। एलोन मस्क, जेब बेजोस और बिल गेट्स सहित सूची में हर दूसरे अरबपति ने इसी अवधि के दौरान अपनी संपत्ति में गिरावट देखी है।
अडानी ग्रुप की कंपनियों के शेयरों की कीमतों में जबरदस्त उछाल के कारण गौतम अडानी दुनिया के तीसरे सबसे अमीर व्यक्ति बन गए हैं। उनकी संपत्ति 142.7 बिलियन डॉलर हो गई है। ब्लूमबर्ग बिलेनियर इंडेक्स के अनुसार दुनिया की अमीरों की लिस्ट में टॉप थ्री लिस्ट में जगह बनाने वाले गौतम अडानी पहले एशियाई है। अडानी ग्रुप की कंपनियों की होल्डिंग में पिछले दो वर्षों में 112 बिलियन डाॅलर की बढ़ोतरी हुई है। यह दुनिया में किसी भी अरबपति की तुलना में सबसे ज्यादा है। पिछले दो वर्षों में गौतम अडानी की संपत्ति में 365% का इजाफा हुआ है। उनकी संपत्ति 30.7 बिलियन डाॅलर से बढ़कर 142.7 बिलियन डालर हो गई है। इन दो वर्षों के दौरान वे दुनिया के अमीरों की लिस्ट में 40वें नंबर से तीसरे नंबर पर पहुंच गए हैं।
अडानी ग्रुप की कंपनियों के प्रदर्शन से भारतीय शेयर बाजार को भी मदद मिली है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार देश की कंपनियों के मार्केट कैपिटलाइजेशन में 79% इजाफा अडानी ग्रुप की सात लिस्टेड कंपनियों से हुआ है। बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज में सभी लिस्टेड कंपनियों का मार्केट कैपिटलाइजेशन बढ़कर वर्ष 2022 में 12.74 लाख करोड़ रुपये बढ़ा है। इसमें 10.05 लाख करोड़ रुपये का योगदान सिर्फ अडानी ग्रुप की सात लिस्टेड कंपनियों ने दिया है। वहीं दूसरी ओर दिग्गज कंपनियों टीसीएस, इंफोसिस, विप्रो, एलआईसी, एचसीएल टेक जैसी कंपनियों के मार्केट कैप इस वर्ष आठ लाख करोड़ रुपये की कमी आई है। वर्ष 2022 में निफ्टी इंडेक्स में महज एक प्रतिशत का इजाफा हुआ है जबकि अडानी समूह की सात लिस्टेड कंपनियों के शेयर कीमतों में औसतन 127% का इजाफा हुआ है।
अडानी ग्रुप की कंपनी अडानी पावर के शेयरों में तो 313% तक का इजाफा हुआ है। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज ने गुरुवार को बताया है कि उसके प्रमुख इंडेक्स निफ्टी में 30 सितंबर से बदलाव होगा। 30 सितंबर के बाद निफ्टी फिफ्टी में अडानी इंटरप्राइजेस की एंट्री होगी। अडानी इंटरप्राइजेस को इस इंडेक्स में श्री सीमेंट का स्थान लेगी। अडानी समूह की यह दूसरी कंपनी होगी जिसे निफ्टी फिफ्टी इंडेक्स में स्थान मिलेगा।
अडानी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकोनॉमिक जोन पहले से इस इंडेक्स का हिस्सा है। वर्ष 2022 में अब तक अडानी इंटरप्राइजेस के शेयरों में 88 फीसदी की तेजी आई है वहीं दूसरी ओर श्रीसीमेंट के शेयरों की कीमत 21% तक घटी है। साल 2022 में ही गौतम अडानी की कंपनियाें की होल्डिंग में 66.2 बिलियन की वृद्धि हुई है।
अडानी ग्रुप की कंपनियों ने मार्केट कैपिटलाइजेशन के मामले में भारतीय स्टेट बैंक, बजाज फाइनेंस, एचडीएफसीए, भारती एयरटेल और एलआईसी जैसी ब्लू चिप कंपनियों को भी पछाड़ दिया है। इस वर्ष सिर्फ दो भारतीयों गौतम अडानी और मुकेश अंबानी ने दुनिया के टॉप 10 अमीरों की लिस्ट में जगह बनाई है। गौतम अडानी की संपत्ति में इस वर्ष 62 बिलियन डॉलर का इजाफा हुआ है जबकि मुकेश अंबानी की संपत्ति चार बिलियन डॉलर बढ़ी है। इन दो लोगों के अलावे बाकी के अरबपतियों ने बाजार में बिकवाली के कारण अपनी संपत्ति गंवाई ही है।