Kangana Ranaut: कंगना से पद्म श्री वापस लेने की मांग तेज, 'भीख में आजादी मिली' वाले बयान पर देशद्रोह का मुकदमा दर्ज
कंगना रनौत को पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित करते राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद
Kangana Ranaut: भारत की आजादी को भीख बताने वाले बयान पर बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनौत (Kangana Ranaut) की देशभर में आलोचना हो रही है। विभिन्न राजनीतिक पार्टियां और सामाजिक संगठन अभिनेत्री पर देशद्रोह का आरोप लगा रहे हैं। कई थानों में अभिनेत्री पर मुकदमा भी दर्ज कराया जा चुका है। इसी बीच कंगना रनौत से पद्मश्री पुरस्कार (Padmashri Award) वापस लेने की मांग भी तेज हो गई है। राजस्थान की महिला कांग्रेस अध्यक्ष रेहाना रियाज ने शुक्रवार, 12 नवंबर को कंगना के खिलाफ देशद्रोह की शिकायत दर्ज कराया और कहा कि भीख में वीर सावरकर को माफी मिली थी और भीख में कंगना रनौत को पद्मश्री पुरस्कार मिला है। मगर देश को आजादी भीख में नहीं बल्कि लम्बे संघर्ष के बाद मिली है। कंगना को देशद्रोह बताते हुए काग्रेस प्रदेशाअध्यक्ष रेहाना नेकंगना से पद्मश्री पुरस्कार वापस लेने की मंग की है।
राजस्थान में महिला कांग्रेस ने कंगना के खिलाफ देशद्रोह की शिकायत दर्ज कराई है। महिला कांग्रेस ने हर जिले के जिलाध्यक्ष को आदेश देकर कंगना के खिलाफ देशद्रोह का मुकदमा दर्ज कराने को कहा। महिला कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष रेहाना रियाज ने कहा कि कंगना रनौत के बयान से उन लाखों स्वतंत्रता सैनानियों और शहीदों का अपमान किया जिन्होंने देश की आजादी के लिए अपनी जान कुर्बान कर दी। यह देशद्रोह की श्रेणी में आता है। उन्हें गिरफ्तार कर सख्त से सख्त कार्रवाई होनी चाहिए।
कंगना से पद्मश्री वापस ले सरकार- विपक्ष
हाल की में कंगना रनौत को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद (President Ramnath Kovind) ने पद्मश्री पुरस्कार ने सम्मानित किया। इसके बाद एक समाचार चैनल को इंटव्यू (Interview) के दौरान कंगना ने कह दिया कि भारत को असली आजादी 2014 में मिली। कंगना के मुताबिक, 1947 में जो आजादी मिली वह भीख में दी गई थी। अभिनेत्री के इस बयान पर विपक्ष हमलावर हो गया और कंगना से पद्मश्री पुरस्कार वापस लेने की मांग करने लगे। कांग्रेस, आम आदमी पार्टी, शिवसेना के नेता समेत कई सामाजिक संगठन अभिनेत्री से पद्मश्री सम्मान वापस लेने की डिमांड कर रहे हैं।
शिवसेना ने कंगना को कहा 'गैर जिम्मेदाराना'
शिवसेना नेता नीलम गोरहे ने इस मामले पर कहा कि कंगना रनौत से पद्म श्री पुरस्कार वापस ले लेना चाहिए और देशद्रोह का मुकदमा दर्ज किया जाना चाहिए। महाराष्ट्र विधान परिषद की उपाध्यक्ष नीलम गोरहे ने कहा कि अभिनेत्री ने बहुत 'गैर जिम्मेदाराना, आधारहीन और अनैतिहासिक' बयान दिया है। उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी समेत सभी पूर्व प्रधानमंत्रियों का भी अपमान किया। शिवसेना महिला नेता ने कहा कि, "उनकी टिप्पणियों के लिए उन पर देशद्रोह का मुकदमा चलाया जाना चाहिए। उनका पद्म पुरस्कार भी वापस ले लेना चाहिए।"
#Kangana #KanganaRanaut अभिनेत्री कंगना राणावत यांनी देशाच्या स्वातंत्र्यबद्दल केलेल्या बिनडोक विधानांचा शिवसेना उपनेत्या ना.डॉ.नीलम गोऱ्हेनी घेतलेल्या समाचाराचा व्हिडीओ...*@ShivSena @rashtrapatibhvn @rautsanjay61 @LoksattaLive @mataonline@lokmat @SaamanaOnline @NaviUmed pic.twitter.com/g1kT2vTA55
— Dr Neelam Gorhe (@neelamgorhe) November 11, 2021
गौरतलब है कि दो दिन पहले कंगना ने एक न्यूज चैनल के कार्यक्रम में कहा था कि, "1947 में भारत को जो आजादी मिली है वो भीख में मिली है, असल आजादी तो 2014 में मिली है।" कंगना के इस बयान पर भाजपा सांसद वरूण गांधी (Varun Gandhi) ने सबसे पहले ट्वीट किया और अभिनेत्री के बयान को पागलपन बताया। बॉलीवुड अभिनेत्री स्वरा भास्कर (Swara Bhaskar) ने भी कंगना के बयान पर टिप्प्णी की और उनके बयान पर तालिया बजाने वाले लोगों को "मूर्ख" कहा था।