Kangana Ranaut : पूर्व CM मांझी की बहू की लताड़ - 'कंगना हैं शूर्पणखा की बहन, ऐसे लोगों से गोबर भी न पथवाएं'
(दीपा मांझी ने कंगना को शूर्पणखा की बहन बताते हुए लताड़ लगाई है)
Kangana Ranaut : कंगना रनौत के स्वतंत्रता को लेकर दिए गए बयान की चौतरफा आलोचना हो रही है। बिहार में भी इसे लेकर लोग आक्रोश व्यक्त कर रहे हैं तो राजनेता भी कंगना के बयान की निंदा कर रहे हैं। गुरुवार, 11 नवंबर 2021 को पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी ने ट्वीट कर कंगना को लानत भेजते हुए उनके पद्म पुरस्कार को वापस लिए जाने की मांग की थी।
अब उनकी बहू दीपा मांझी, जो ट्विटर पर काफी सक्रिय रहतीं हैं, उन्होंने भोजपुरी में कंगना को आड़े हाथों लिया है। दीपा ने कंगना को शूर्पणखा की बहन बता दिया और कहा कि औकात है तो ई भाषा बिहार में बोलकर दिखा। बता दें कि दीपा मांझी बिहार के गया से जिला पार्षद रह चुकी हैं।
दीपा यहीं नहीं रुकीं, बल्कि उन्होंने ट्वीट में कंगना के लिए उन चुनिंदा भोजपुरी शब्दों का प्रयोग किया है, जिन्हें ज्यादा क्रोध आने और किसी के विरुद्ध प्रयोग किया जाता है।
दीपा मांझी ने ट्वीट कर लिखा, "ई कंगना रनौत के पता नहीं है कि एकरा जईसन कलमुही के हमनी बिहारी गोबर पाथे लायक़ नहीं बुझते हैं।पद्म सम्मान मिल गया तो शहीदों को ही अपमानित करने लगी।
अरे हो देशद्रोही कंगना,औक़ात है तो ई भाषा बिहार में बोलकर दिखाव, मुंह कीचड़ में ना डुबा दिया तो कहना। लतखोर! "शुर्पणखा की बहन कंगना"
क्या कहा था कंगना ने
बता दें कि अक्सर अपने बयानों से सुर्खियों में रहने वाली बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनौत ने एक बार फिर विवादित स्टेटमेंट दे दिया है। इसबार उन्होंने देश की आजादी को ही भीख करार दिया। अभिनेत्री के अनुसार, 1947 में भारत को जो आजादी मिली थी वह भीख में मिली थी। असली आजादी तो 2014 में मिली।
अभिनेत्री के इस बयान की चारों तरफ आलोचना हो रही है। सोशल मीडिया पर लोग कंगना को ट्रॉल कर रहें हैं। दरअसल, कगंना रनौत टाइम्स नाऊ के 2021 समिट में हिस्सा लेने पहुंची थी।
टाइम्स नाऊ की पत्रकार नविका कुमार से बातचीत के दौरान कंगना ने कहा कि, "आजादी अगर भीख में मिले, तो क्या वो आजादी हो सकती है?" कंगना ने कहा- "1947 में मिली आज़ादी भीख थी, असली आज़ादी 2014 में मिली।"
कंगना ने आगे कहा- "सावरकर, रानी लक्ष्मीबाई, नेता सुभाषचंद्र बोस इन लोगों की बात करूं तो ये लोग जानते थे कि खून बहेगा लेकिन ये भी याद रहे कि एक हिंदुस्तानी दूसरे हिंदुस्तानी का खून न बहाए। उन्होंने आजादी की कीमत चुकाई, यकीनन। पर वो आजादी नहीं वो भीख थी। जो आजादी मिली है वो 2014 में मिली है।"
अभिनेत्री के इस बयान पर वहां बैठे लोग तालियां बजाने लगे। जर्नलिस्ट नाविका कुमार ने कहा कि, "इसलिए सब आपको कहते हैं कि आप भगवा हैं।" जवाब में कंगना कहती हैं- "इसके बाद मुझपर 10 केस और होने वाले हैं।"
वरुण गांधी व स्वरा भास्कर ने भी लगाई थी लताड़
वरुण गांधी (Varun Gandhi statement) कंगना के ट्विट पर पलटवार करते हुए कहा था कि कि कभी महात्मा गांधी ( Mahatma Gandhi ) जी के त्याग और तपस्या का अपमान, कभी उनके हत्यारे का सम्मान और अब शहीद मंगल पांडेय से लेकर रानी लक्ष्मीबाई, भगत सिंह, चंद्रशेखर आज़ाद, नेताजी सुभाष चंद्र बोस और लाखों स्वतंत्रता सेनानियों की कुर्बानियों का तिरस्कार। इस सोच को मैं पागलपन कहूें या फिर देशद्रोह?
वहीं, एक्ट्रेस स्वरा भास्कर (Swara Bhaskar statement) ने भी एक ट्वीट कर कंगना के बयान पर चुटकी ली है।
स्वरा ने कंगना के इस बयान वाला वीडियो पोस्ट करते हुए लिखा कि, "कौन हैं वो बेवकूफ लोग जिन्होंने इस बात को सुन कर तालियां बजाना शुरू कर दिया। मैं जानना चाहती हूं।"(Who are the idiots who are clapping is what I want to know...)