Jalore news : बेटियों को मिले सरकारी नौकरी इसके लिए पिता ने बदल दिया बाप
(राजस्थान में नौकरी के लिए एक डॉक्टर पर अपनी ही बेटियों को बेदखल करने का आरोप लगा है ) प्रतीकात्मक तस्वीर
Jalore news : राजस्थान (Rajasthan) के जालोर जिले में पारिवारिक रिश्तों को तार-तार करने वाला एक अजीबोगरीब मामला सामने आया है। जालोर जिले (Jalor District) के उम्मेदाबाद से यह मामला सामने आया है, जिसमें नौकरी हासिल करने के लिए एक सरकारी डॉक्टर पर अपनी ही दो बेटियों को बेदखल करने का आरोप लगा है। यह आरोप और कोई नहीं, बल्कि उसी डॉक्टर के बड़े भाई ने लगाया है। बड़ा भाई वही हैं, जिन्हें आरोपी डॉक्टर ने अपनी दोनों बेटियों का बाप बना दिया है।
अब अपनी शिकायत के साथ कार्रवाई की दरख्वास्त लेकर बड़े भाई पुलिस (Rajasthan Police) के पास पहुंच गए हैं। नवभारत टाइम्स ऑनलाइन की खबर के अनुसार, इस शिकायत में बताया गया है कि डॉक्टर ने जिन दो लड़कियों को उनकी बताया जा रहा है वो गलत है।
आरोप के मुताबिक छोटे भाई की इन बेटियों का जन्म जब हुआ उससे पहले ही उनकी पत्नी नसबंदी करवा चुकी थी। साथ ही बच्चेदानी (Ovary) का भी ऑपरेशन हो चुका था। यानी बच्चियों का जन्म संभव नहीं था। बड़े भाई ने आरोप लगाया है कि चंपालाल ने यहां तक कहा है कि बेटियां बालिग होंगी तो जायदाद का हिस्सा भी देना पड़ेगा।
इस मामले में आरोपी डॉक्टर के बड़े भाई उम्मेदाबाद निवासी लकमाराम पुत्र वीकाराम माली ने परिवाद दर्ज कराया है। इसमें बताया गया है कि उसका सगा छोटा भाई चंपालाल पुत्र वीकाराम माली वर्तमान में सरकारी चिकित्सक (Government Doctor) है। उसके दो बेटियां और एक बेटा है।
बेटियों में बड़ी बेटी अल्का का जन्म 21 सितम्बर 2003 तथा दूसरी बेटी प्रिया का जन्म 29 अगस्त 2004 को हुआ है। इन दोनों बेटियों का जन्म उसके भाई के सरकारी चिकित्सक बनने से पहले हुआ है। जबकि बेटे अलेक्सिस का जन्म बाद में हुआ है। तीनों ही संतान अभी छोटे भाई चंपालाल के साथ ही रहती है।
बड़े भाई लकमाराम ने परिवाद में बताया कि वर्ष 1 मई 2018 में नया राशन कार्ड बनकर आया तो उसके राशन कार्ड में अल्का और प्रिया को उनकी बेटी दर्शाया गया। इस पर उसने छोटे भाई को इस बारे में बताया कि ये बेटियां तुम्हारी हैं। मेरे राशन कार्ड में कैसे दर्शाई गई? इस पर छोटे भाई ने उसे कहा कि उसकी नौकरी में आड़े रही हैं, इसलिए तुम्हारे नाम दर्शाई गई हैं। बालिग होने पर वो खुद के नाम से कर देगा।
लकमाराम ने नवभारत टाइम्स को बताया कि उसके बाद चंपालाल ने नाराज होकर उसे धमकियां दी और कहा कि ये दोनों बेटियां उसके जायदाद में अब हिस्सेदार भी बनेगी। लकमाराम की ओर से 28 सितम्बर 2021 को पुलिस अधीक्षक (SP) को परिवाद दिया। खबर है कि इसपर कोतवाली पुलिस ने जांच का हवाला देते हुए अभी तक प्रकरण दर्ज नहीं किया है।
लकमाराम ने बताया कि उसकी पत्नी सायती देवी 20 दिसम्बर 1997 को केशवना प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र में नसबंदी का ऑपरेशन करवाया था। उसके बाद भी समस्या होने पर 2002 में उसके बच्चेदानी का ऑपरेशन करवाकर बच्चादानी भी निकलवा दी थी।
इन दोनों बेटियों का जन्म इसके बाद हुआ है। उसकी पत्नी की जब बच्चादानी भी नहीं है तो वह मां कैसे बन सकती है? लेकिन उसके छोटे भाई चंपालाल ने अपनी नौकरी के खातिर झूठे शपथ पत्र पेश कर उन्हें बिना बताए दो बेटियों को उनके नाम कर दिया।