बिहार विधानसभा: आज अध्यक्ष का चुनाव, बीजेपी के नन्दकिशोर यादव का नाम चर्चा में, राजद भी दे सकता उम्मीदवार

बीजेपी ने इस बार 74 सीटें जीती हैं, जबकि जेडीयू इस बार सिर्फ 43 सीटें जीत पाया है, ऐसे में एनडीए में बीजेपी इस बार बड़ी पार्टी है और बड़े भाई की भूमिका में रहना चाहती है, जैसा कि अबतक जदयू हुआ करता था...

Update: 2020-11-24 04:51 GMT

जनज्वार ब्यूरो, पटना। 17वीं बिहार विधानसभा के पहले सत्र के दूसरे दिन आज मंगलवार को शेष 53 नवनिर्वाचित विधायक शपथ लेंगे। कल विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र संख्या 1 से 200 के विधायकों ने शपथ ग्रहण किया था, लेकिन इनमें से 10 विधायकों के कल अनुपस्थित रहने के कारण वे विधायक भी आज शपथ लेंगे और साथ ही विधानसभा क्षेत्र संख्या 200 से 243 के नवनिर्वाचित विधायक भी शपथ लेंगे।

इस बीच बड़ी खबर यह है कि मुख्य विपक्षी दल राजद की ओर से भी विधानसभा अध्यक्ष के पद पर प्रत्याशी उतारे जाने की बात चर्चा में आ गई है। बीजेपी की ओर से नंद किशोर यादव के विधानसभा अध्यक्ष बनाए जाने की बात पहले से चर्चा में है। हालांकि आज अचानक बीजेपी खेमे की ओर से पूर्व मंत्री विजय कुमार सिन्हा का नाम भी चर्चा में आ गया है।

बीजेपी ने इस बार 74 सीटें जीती हैं, जबकि एनडीए के दूसरे घटक दल जेडीयू इस बार सिर्फ 43 सीटें जीत पाया है। ऐसे में एनडीए में बीजेपी इस बार बड़ी पार्टी है और बड़े भाई की भूमिका में रहना चाहती है, जैसा कि अबतक जदयू हुआ करता था। हालांकि जदयू भी अपना अध्यक्ष चाहता है, ऐसे में यह देखना दिलचस्प होगा कि किस दल से विधानसभा अध्यक्ष चुने जाते हैं।

उधर राजद विधायक दल की बैठक आज मंगलवार की शाम पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के आवास पर बुलाई गई है। बताया जा रहा है कि इस बैठक में विधानसभा सत्र के दौरान पार्टी की रणनीतियों को अंतिम रूप दिया जाएगा।

वहीं आज विधानसभा अध्यक्ष के पद पर नामांकन भी होगा। राजद की ओर से जिनके उम्मीदवार बनाए जाने की चर्चा चल रही है, उनमें सीवान के विधायक व पूर्व मंत्री अवध बिहारी चौधरी और मनेर के विधायक भाई वीरेंद्र का नाम प्रमुख रूप से सामने आ रहा है। अगर ऐसा होता है तो विधानसभा अध्यक्ष पद के लिए मतदान कराना होगा। हालांकि राजद की ओर से अधिकृत तौर पर अभी ऐसी कोई घोषणा नहीं की गई है।

बिहार चुनावों में हालांकि एनडीए को स्पष्ट बहुमत मिली है, पर यह कोई प्रचण्ड बहुमत नहीं है। 243 सदस्यों वाली बिहार विधानसभा में बहुमत के लिए 122 सदस्यों की जरूरत होती है और एनडीए को 125 सीटें मिली हैं। एकमात्र निर्दलीय विधायक सुमित कुमार सिंह ने भी एनडीए को समर्थन देने की बात कही है, जिससे यह संख्या 126 हो जा रही है।

ऐसे में विधानसभा अध्यक्ष का पद काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है। कहा जा रहा है कि एनडीए के मुख्य घटक दल जदयू और बीजेपी दोनों पार्टियां अपना अध्यक्ष चाहती हैं। पिछली बार जदयू के विजय कुमार चौधरी विधानसभा अध्यक्ष बनाए गए थे।

इससे पहले कल सोमवार को नई विधानसभा का पहला सत्र काफी हंगामेदार रहा था। आज भी सत्र के हंगामेदार रहने की संभावना बताई जा रही है। कल प्रोटेम स्पीकर जीतनराम मांझी ने नवनिर्वाचित 190 विधायकों को शपथ भी दिलाई थी।

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