बिहार विधानसभा चुनाव पर आज चुनाव आयोग का प्रेस कान्फ्रेंस, तारीखों का एलान संभव

चुनाव आयोग पहले से यह कहता रहा है कि बिहार में चुनाव तय समय पर ही होगा। बिहार में 29 नवंबर तक नई विधानसभा गठित कर लेनी है। ऐसे में तय समय पर चुनाव कराना आवश्यक है।

Update: 2020-09-25 03:25 GMT

पहली बार चुनाव आयोग ने एक व्यक्ति एक सीट पर चुनाव का प्रस्ताव 2004 में केंद्र सरकार के सामने रखा था।

जनज्वार। चुनाव आयोग आज दिल्ली में एक महत्वपूर्ण प्रेस कान्फ्रेंस करने जा रहा है। समझा जा रहा है कि इस प्रेस कान्फ्रेंस में आयोग बिहार विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान करेगा। चुनाव आयोग की टीम कोविड संकट के बीच पहले ही राज्य का दौरा कर जमीनी हालात का समीक्षा कर चुकी है और इस संबंध में अपनी रिपोर्ट दे चुकी है।

ऐसे में शुक्रवार को होने वाले प्रेस कान्फ्रेंस में बिहार चुनाव की तारीखों के ऐलान की संभावना है। कोविड संकट के दौरान आयोग के द्वारा किसी राज्य में करवाया जाने वाला यह पहला चुनाव है। इससे पहले द्विवार्षिक राज्यसभा चुनाव की मार्च में तय तारीख आगे बढ गई थी।

चुनाव आयोग पहले से यह कहता रहा है कि बिहार में चुनाव तय समय पर ही होगा। बिहार में 29 नवंबर तक नई विधानसभा गठित कर लेनी है। ऐसे में तय समय पर चुनाव कराना आवश्यक है। चुनाव आयोग की प्रवक्ता शेफाली शरण ने यह स्पष्ट किया है कि आज का प्रेस कान्फ्रेंस बिहार चुनाव पर ही आधारित है।

बिहार एक बड़ी आबादी वाला राज्य है, जहां सात करोड़ 29 लाख वोटर हैं। ऐसे में कोरोना संक्रमण के दौर में कोविड प्रोटोकाॅल का पालन करते हुए चुनाव कराना काफी चुनौतीपूर्ण कार्य होगा।

पिछले दिनों मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा ने कोविड-19 के दौरान चुनाव कराने के मुद्दे, चुनौतियां और प्रोटोकॉल पर एक वेबिनार को संबोधित करते हुए यह कहा था कि बिहार का दौरा करने को लेकर चुनाव आयोग अगले दो-तीन दिनों में निर्णय लेगा। दरअसल, यह कहा जा रहा था कि कोविड के कारण चुनाव आयोग की टीम एक बार फिर बिहार का दौरा करेगी।

देश की 65 विधानसभा सीटों व एक लोकसभा सीट होगा उपचुनाव 

चुनाव आयोग पहले यह कह चुका है कि बिहार विधानसभा चुनाव के साथ ही देश के विभिन्न राज्यों की 65 विधानसभा सीटों व बिहार की वाल्मिकीनगर लोकसभा सीट पर चुनाव होगा। जदयू सांसद बैद्यनाथ प्रसाद महतो के निधन के कारण वाल्मिकीनगर लोकसभा सीट खाली है। वहीं, मध्यप्रदेश में ज्योतिरादित्य सिंधिया समर्थक कांग्रेस में रहे 18 विधायकों के इस्तीफे के कारण उन सीटों पर चुनाव होना है।

बिहार के पड़ोसी राज्य झारखंड की दो विधानसभा सीटों दुमका व बेरमो में भी उपचुनाव होना है। इसी तरह पश्चिम बंगाल सहित अन्य राज्यों की रिक्त विधानसभा सीटों के लिए उपचुनाव होंगे।

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