बिहार : रैली और प्रचार को लेकर क्या है मंतव्य, चुनाव आयोग ने दलों से पूछा

चुनाव आयोग ने एक बार फिर राजनैतिक दलों को पत्र भेज रैली और चुनाव प्रचार को लेकर उनका मन्तव्य मांगा है। आयोग एक बार पहले भी 14 जुलाई को पत्र भेज चुका है।

Update: 2020-08-05 02:49 GMT

जनज्वार ब्यूरो, पटना। कोरोना काल में बिहार विधानसभा चुनाव समय पर होंगे या नहीं, इसे लेकर संशय बरकरार है। राजनैतिक दलों के विचार भी अलग-अलग हैं। इस बीच चुनाव आयोग अपनी तैयारियों में जुटा हुआ है। आयोग जिलों के अधिकारियों के साथ समीक्षा कर रहा है और चुनाव को लेकर राजनैतिक दलोंं का मन्तव्य भी ले रहा है।

अब चुनाव आयोग ने एक बार फिर सभी पार्टियों को पत्र भेज चुनावी रैलियों और  प्रचार को लेकर उनका फीडबैक मांगा है। इसमें चुनाव प्रचार के तरीके कैसे हों,  प्रचार और  रैलियों को लेकर उनकी क्या राय है, इससे संबंधित मन्तव्य मांगा गया है। राजनैतिक दलों को इसका जबाब 11 अगस्त तक दे देना होगा।


 इससे पहले भी चुनाव आयोग ने 14 जुलाई को एक पत्र भेज 31 जुलाई तक सभी राजनैतिक दलों से डिजिटल चुनाव प्रचार और चुनावी रैलियों को लेकर मन्तव्य मांग चुका है। जिसपर BJP और जदयू द्वारा डिजिटल रैली और डिजिटल चुनाव प्रचार आदि के समर्थन में मन्तव्य दिया गया था, जबकि राजद और लोजपा ने फिलहाल चुनाव टाल देने का विचार दिया था।

उल्लेखनीय है कि बिहार विधानसभा का वर्तमान कार्यकाल शीघ्र ही समाप्त होनेवाला है और 3 अगस्त को वर्तमान की 16वीं विधानसभा के आखिरी सत्र की बैठक हो चुकी है। हालांकि कोरोना के कारण विधानसभा के मानसून सत्र को छोटा करते हुए इसे एकदिवसीय कर दिया गया था।

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