नीतीश कुमार का मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा, 16वीं विधानसभा भी हुई भंग
राज्यपाल ने अगली सरकार बनने तक नीतीश कुमार को कार्यकारी मुख्यमंत्री के तौर पर कार्य करते रहने को कहा है, विधानसभा चुनावों में इस बार एनडीए को 125 सीटें मिली हैं, जिनमें बीजेपी 74, जदयू 43, हम 4 और वीआईपी को भी 4 सीटें मिली हैं...
जनज्वार ब्यूरो, पटना। 16वीं बिहार विधानसभा को भंग कर दिया गया है और 17 वीं विधानसभा के गठन की प्रक्रिया शुरू हो गई है। इस बीच नीतीश कुमार ने राज्यपाल फागु चौहान को मुख्यमंत्री पद से अपना इस्तीफा सौंप दिया है। इससे पहले आज निवर्तमान कैबिनेट की अंतिम बैठक में विधानसभा भंग किए जाने का प्रस्ताव पारित किया गया।
राज्यपाल ने अगली सरकार बनने तक नीतीश कुमार को कार्यकारी मुख्यमंत्री के तौर पर कार्य करते रहने को कहा है। उल्लेखनीय है कि विधानसभा चुनावों में इस बार एनडीए को 125 सीटें मिली हैं, जिनमें बीजेपी 74, जदयू 43, हम 4 और वीआईपी को भी 4 सीटें मिली हैं।
वहीं महागठबंधन को 110 सीटें, जिनमें राजद को 75, कांग्रेस 19, भाकपा 2, माकपा 2 और सीपीआई माले को 12 सीटें मिली हैं। बहुमत के लिए जरूरी आंकड़ा 122 है, लिहाजा इस नतीजे के बाद राज्य में एक बार फिर से एनडीए की सरकार बनने की संभावना जताई जा रही है और नीतीश कुमार के ही मुख्यमंत्री बनने की उम्मीद है।
आज कैबिनेट की आखिरी बैठक वर्चुअली हुई, जिसमें नीतीश कुमार ने सभी मंत्रियों को धन्यवाद दिया। बैठक में उन्होंने कहा कि कोरोना संकट के दौरान आपलोगों ने अच्छा काम किया है और आपके कामों को याद रखा जाएगा।
उधर बिहार विधानसभा चुनावों के परिणाम घोषित होने के बाद राजनीतिक दलों में गहमागहमी बढ़ गई है। आज पटना में कई प्रमुख दलों की अहम बैठक हो रही है। एनडीए के घटक दल जहां सरकार बनाने की तैयारियों में जुटे हैं, वहीं विपक्षी खेमा आगे की रणनीति बनाने की कवायद कर रहा है।
बता दें कि नीतीश कुमार अगर फिर से मुख्यमंत्री बनते हैं तो यह रिकॉर्ड सातवीं बार होगा। पहली बार वे 3 मार्च 2000 को मुख्यमंत्री बने थे, लेकिन बहुमत के अभाव में महज 7 दिन में ही उनकी सरकार गिर गई थी। फिर 24 नवंबर 2005 को वे दूसरी बार सीएम बने थे।
इसके बाद 26 नवंबर 2010 को वे तीसरी बार मुख्यमंत्री बने थे। बाद में साल 2014 में उन्होंने सीएम पद से इस्तीफा दे दिया था। एक बार फिर 22 फरवरी 2015 को वे चौथी बार सीएम बने। 20 नवंबर 2015 को 5वीं बार और महागठबंधन से अलग होकर बीजेपी के साथ चले गए और 27 जुलाई 2017 को 6ठी बार मुख्यमंत्री बने थे।