नीतीश अकेले लड़ें तो दहाई अंक में नहीं मिलेगी सीट, तेजस्वी ने दी चुनौती
वर्चुअल रैली में मुख्यमंत्री द्वारा पूर्ववर्ती लालू-राबड़ी सरकार को लेकर उठाए गए सवालों का भी रैली के बाद उन्होंने जबाब देते हुए नीतीश कुमार पर निशाना साधा था, आज फिर उन्होंने मुख्यमंत्री पर निशाना साधते हुए कहा कि अगर उनकी पार्टी अकेले चुनाव मैदान में उतरी तो दहाई अंकों में नहीं पहुंचेगी....
पटना। जदयू की वर्चुअल रैली के बाद से राजद नेता तेजस्वी यादव लगातार आक्रामक हैं। कल वर्चुअल रैली के पूर्व उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से सवाल पूछे थे।
वर्चुअल रैली में मुख्यमंत्री द्वारा पूर्ववर्ती लालू-राबड़ी सरकार को लेकर उठाए गए सवालों का भी रैली के बाद उन्होंने जबाब देते हुए नीतीश कुमार पर निशाना साधा था। आज फिर उन्होंने मुख्यमंत्री पर निशाना साधते हुए कहा कि अगर उनकी पार्टी अकेले चुनाव मैदान में उतरी तो दहाई अंकों में नहीं पहुंचेगी।
तेजस्वी यादव ने कहा 'नीतीश कुमार ने 1995 में एकीकृत बिहार में अकेले विधानसभा चुनाव लड़ा था तो मात्र 7 सीट आयी थी। 2014 में लेफ़्ट के साथ मिलकर लड़े थे तो मात्र 2 सीट आयी थी। वो जीवन में कभी भी अकेले लड़ेंगे तो दहाई के अंकों में भी सीट प्राप्त नहीं होगी। यह मेरी चुनौती और दावा है।'
उल्लेखनीय है कि साल 2015 का विगत विधानसभा चुनाव राजद, कांग्रेस और जदयू ने महागठबंधन बनाकर साथ मिलकर लड़ा था। बाद में साल 2017 में नीतीश कुमार ने महागठबंधन से अलग होकर बीजेपी के साथ मिलकर सरकार बना ली थी।
तेजस्वी यादव ने निशाना साधते हुए कहा 'मैं माननीय मुख्यमंत्री जी को वर्चुअल दूनिया से असली दुनिया में लाना चाहता हूँ और ज़मीनी हकीकत से अवगत कराना चाहता हूँ। चुनावी हार को सामने देख मनोबल गिरा हुआ था। इस कारण वर्चुअल रैली में चेहरे पर झुँझलाहट दिख रही थी।'
उन्होंने फिर से सवाल भी पूछा कि पंद्रह वर्षों के शासनकाल में प्रारंभिक और माध्यमिक विद्यालयों के कक्षाओं में ड्रॉप आउट रेट क्यों बढ़ता गया और आज इतना अधिक है।
उन्होंने पूछा है कि यूपीए सरकार के समय सर्व शिक्षा अभियान के अंतर्गत जो राशि मिलती थी, वह क्यों कम हो गई। जो हजारों करोड़ रुपये यूपीए सरकार ने बिहार को दिए थे उससे शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार क्यों नहीं हुआ?
तेजस्वी यादव ने नियोजित शिक्षकों के मुद्दे पर भी सरकार को घेरा। उन्होंने कहा कि आज भी नियोजित शिक्षकों को नियमित क्यों नही किया गया।
उन्होंने पूर्ववर्ती लालू सरकार की बात करते हुए कहा कि हमारी पार्टी की सरकार थी तो लालू जी ने बिहार मे 7 विश्वविद्यालयों की स्थापना की, आपके कार्यकाल में कितने नये विश्वविद्यालयों की स्थापना की गई।
उन्होंने राज्य में 2 लाख शिक्षकों और 50 हजार पुलिसकर्मियों के पद रिक्त होने की बात भी कही। तेजस्वी यादव ने कहा कि इतनी रिक्तियां होने के बावजूद राज्य के बेरोजगार सड़क पर हैं।