नीतीश की ताजपोशी पर राजद का तंज, जनता द्वारा खारिज हो चुके व्यक्ति का सीएम बनना बिहार को पच नहीं रहा
उल्लेखनीय है कि चुनाव परिणामों के बाद से ही राजद एनडीए और खासकर नीतीश कुमार के प्रति आक्रामक है, महागठबंधन की ओर से मतगणना में गड़बड़ी के आरोप भी लगाए गए थे, जिन्हें चुनाव आयोग द्वारा खारिज कर दिया गया था...
जनज्वार ब्यूरो, पटना। बिहार में एनडीए ने सरकार बनाने की कवायद शुरू कर दी है। आज एनडीए की अहम बैठक थोड़ी देर में शुरू होने वाली है। इस बीच राजद ने इस नई सरकार के गठन और मुख्यमंत्री के पद पर नीतीश कुमार की फिर ताजपोशी की खबरों को लेकर तंज कसा है।
राजद के राष्ट्रीय प्रवक्ता मनोज झा ने कहा है कि 40 सीट लाकर जनता के द्वारा खारिज किए जा चुके व्यक्ति विशेष द्वारा मुख्यमंत्री बनने का ख्वाब देखा जाना बिहार को पच नहीं रहा है।
मनोज झा ने कहा 'कुछ दिन इंतज़ार कीजिए 40 सीट लाकर के जनता द्वारा खारिज कर देने के बाद अगर कोई व्यक्ति विशेष मुख्यमंत्री बनने का ख्वाब देख रहा है तो ये ख्वाब बिहार को नहीं पच रहा।'
उfल्लेखनीय है कि चुनाव परिणामों के बाद से ही राजद एनडीए और खासकर नीतीश कुमार के प्रति आक्रामक है। महागठबंधन की ओर से मतगणना में गड़बड़ी के आरोप भी लगाए गए थे, जिन्हें चुनाव आयोग द्वारा खारिज कर दिया गया था।
मनोज झा ने कहा 'कितनी बड़ी विडंबना है कि BJP 74 सीट लाती है लेकिन CM का चेहरा नहीं है उनके पास, मिल भी नहीं रहा है, खोजना भी नहीं चाह रहे हैं, बड़ा दवाब है! तो 40 सीट वाले को CM पद का उम्मीदवार चुनेंगे। 4 सीट HAM और VIP की है। इस विडंबना का अनफोल्डिंग आगे कैसे होगा, हमें इंतज़ार है।'
इस बीच बीजेपी विधायक दल की बैठक संपन्न हो चुकी है, हालांकि इस बैठक में पर्यवेक्षक बनाए गए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस शामिल नहीं हो सके हैं। बताया जा रहा है कि आने में देरी होने की वजह से वे शामिल नहीं हो सके हैं। अब बीजेपी के सभी नवनिर्वाचित विधायक एनडीए विधानमंडल दल की बैठक में शामिल होने के लिए सीएम हाउस रवाना हो गए हैं।
सीएम हाउस में होने जा रही इस बैठक में नीतीश कुमार को एनडीए विधायक दल का नेता चुना जाएगा। इस बैठक में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, जो बीजेपी की ओर से विधायक दल की बैठक के लिए पर्यवेक्षक बनाए गए हैं और देवेंद्र फडणवीस, जो बीजेपी के चुनाव प्रभारी थे, के भी मौजूद रहने की बात कही जा रही है।
यह तय माना जा रहा है कि एनडीए विधायक दल की इस बैठक में नीतीश कुमार को एक बार फिर विधानमंडल दल का नेता चुन लिया जाएगा। उनके कल 16 नवंबर को शपथ लेने की बात कही जा रही है। बीजेपी चुनाव से पहले ही घोषणा कर चुकी है कि एनडीए की ओर से मुख्यमंत्री का चेहरा नीतीश कुमार ही होंगे और उनके चेहरे को आगे कर एनडीए चुनाव भी लड़ा था।
अन्य घटक दल 'वीआईपी' और 'हम' भी नीतीश कुमार को ही मुख्यमंत्री बनाने की बात कह चुके हैं। हालांकि इस चुनाव में बीजेपी को ज्यादा और जेडीयू को कम सीटें आने के बाद यह चर्चाएं चलने लगी थीं कि क्या बीजेपी बड़ा दल होने के नाते अपना मुख्यमंत्री बनाएगा। बाद में बीजेपी की ओर से इन कयासों पर विराम लगाने की कोशिश भी की गई।
इस बैठक में यह भी तय हो जाएगा कि उपमुख्यमंत्री कौन होगा, किस दल को कितने मंत्री पद मिलेंगे और कौन-कौन मंत्री बनेगा।
बताया जा रहा है कि बैठक के बाद नीतीश कुमार राज्यपाल के समक्ष सरकार गठन का दावा पेश करेंगे। वे समर्थक विधायकों की सूची भी ले जाएंगे और उसे राज्यपाल को सौंपेंगे। इस बार एनडीए को 125 सीटें हासिल हुई हैं, जिनमें बीजेपी को 74, जेडीयू को 43, हम को 4 और वीआईपी को 4 सीटें मिली हैं। बताया जा रहा है कि इसके अलावा चकाई से जीते एकमात्र निर्दलीय विधायक सुमित कुमार सिंह का समर्थन भी नीतीश कुमार को मिल रहा है।