बीजेपी मंत्रिमंडल में चाह रही बड़े भाई की भूमिका, सुशील मोदी की भी हो सकती है छुट्टी

बीजेपी सीटों के अनुरूप मंत्रियों का कोटा और मंत्रिमंडल में वह बड़े भाई की भूमिका चाह रही है, अगर यह फार्मूला चला तो बीजेपी को मंत्रिमंडल में 20 तथा जदयू को 12 सीटें मिलेंगी...

Update: 2020-11-14 13:57 GMT

जनज्वार ब्यूरो, पटना। बिहार के राजनीतिक हलकों से एक बड़ी खबर सामने आ रही है। कहा जा रहा है कि बीजेपी बिहार में सुशील मोदी के साए से बाहर निकलने की कवायद में जुट गई है। पार्टी के अंदरखाने से जो खबर निकलकर सामने आ रही है, उसके मुताबिक बीजेपी इस बार डिप्टी सीएम के पद पर किसी नए चेहरे को मौका देने पर तो विचार कर ही रही है, कई नए चेहरों को मंत्रिमंडल में जगह दिए जाने की बात भी सामने आ रही है।

कहा जा रहा है कि बीजेपी सीटों के अनुरूप मंत्रियों का कोटा चाह रही है। इस बार मंत्रिमंडल में वह बड़े भाई की भूमिका चाह रही है। अगर यह फार्मूला चला तो बीजेपी को मंत्रिमंडल में 20 तथा जदयू को 12 सीटें मिलेंगी।

जीतनराम मांझी की हम पार्टी और मुकेश साहनी की वीआईपी पार्टी को भी मंत्रिमंडल में एक-एक पद मिल सकता है। बीजेपी के सूत्रों की मानें तो इसके साथ ही कई पुराने मंत्रियों का पत्ता भी कटने जा रहा है। बीजेपी इस बार क्षेत्रीय और सामाजिक ढांचे के अनुरूप मंत्रिमंडल के गठन के पक्ष में है।

यह भी चर्चा चल रही है कि बीजेपी विधानसभा अध्यक्ष का पद भी चाह रही है, हालांकि जदयू भी चाह रहा है कि विधानसभा अध्यक्ष उसका हो। इसके साथ ही बीजेपी की अहम और बड़े मंत्रालयों, जैसे शिक्षा, गृह आदि पर भी नजर है। इससे पहले शिक्षा मंत्रालय जदयू के पास रहा है, जबकि गृह मंत्रालय खुद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार रखा करते हैं।

13 नवंबर को सुशील मोदी को आनन-फानन में दिल्ली तलब किया गया था। बताया जा रहा है कि दिल्ली में उनकी पार्टी के बड़े नेताओं के साथ मुलाकात हुई है, हालांकि इस मुलाकात में क्या चर्चा हुई, इसका अभी अधिकृत रूप से खुलासा तो नहीं हो पाया है, पर जो बातें अंदरखाने चल रहीं हैं, उनपर भरोसा करें तो उन्हें केंद्रीय नेताओं द्वारा मैसेज दे दिया गया है। वैसे आज सुबह सुशील मोदी पटना लौट भी आए हैं।

हालांकि अधिकृत तौर पर पार्टी की ओर से अभी कोई बात नहीं कही जा रही है, पर पार्टी के अंदरखाने चर्चा चल रही है और पार्टी के सूत्र भी कुछ इसी तरह की बात कह रहे हैं।

उधर पार्टी की ओर से केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को बिहार में पार्टी के विधायक दल का नेता चुने जाने की प्रक्रिया के पर्यवेक्षण की जिम्मेदारी दी गई है। 15 नवंबर को पटना में पार्टी के विधायक दल की बैठक होगी, जिसमें विधायक दल का नेता चुना जाएगा। इस बैठक में राजनाथ सिंह की भी उपस्थिति रहेगी। जो विधायक दल का नेता चुना जाएगा, उसे ही उपमुख्यमंत्री भी बनाया जाएगा, पार्टी की ओर से ऐसे संकेत भी दे दिए गए हैं।


Tags:    

Similar News