तेजस्वी बोले 'अदृश्य' हो चुके हैं नीतीश कुमार, बंगाल की खाड़ी में डूब रही है 'अंतरात्मा'
बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने आज दरभंगा और मधुबनी के बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा किया। उन्होंने विधानसभा चुनाव टाले जाने की मांग भी एक बार फिर दुहराई।
जनज्वार ब्यूरो, पटना। बिहार विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने फिर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना साधा है। साथ ही उन्होंने कोरोना और बाढ़ की स्थिति को देखते हुए चुनाव टाले जाने की मांग भी दुहराई है। उन्होंने आज दरभंगा और मधुबनी जिलों के बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा किया।
तेजस्वी ने न्यूज़ एजेंसी से कहा कि बिहार में कोरोना और बाढ़ के कारण स्थिति भयावह है। ऐसी परिस्थिति में चुनाव कैसे हो सकते हैं। लोगों को अभी सिर्फ अपनी जान बचाने की फिक्र है। बिहार के कई इलाकों में गांव के गांव बाढ़ से घिरे हुए हैं। लोग वोट देने कैसे आएंगे। लोकतंत्र में जब लोक ही नहीं रहेगा, तो इसका क्या मतलब रह जाएगा।
तेजस्वी यादव ने आज दरभंगा औऱ मधुबनी जिलों के बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा किया। उन्होंने दरभंगा में बाढ़ पीड़ितों के बीच पके खाने का वितरण किया। उसके बाद वे मधुबनी जिले के बाढ़ पीड़ितों से मिलने पहुंचे।
तेजस्वी ने कहा 'बिहार में कोरोना, बाढ़ औऱ विधि-व्यवस्था की हालत बदतर होती जा रही है। ऐसी परिस्थिति में भी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अदृश्य हैं। वे आवास से बाहर नहीं निकल रहे। वे यहां नहीं आएंगे, पर 7 तारीख को वर्चुअल रैली जरूर करेंगे। उनकी अंतरात्मा बंगाल की खाड़ी में डूब रही है। उनकी इंसानियत खत्म हो गई है।'
उन्होंने आगे कहा 'हमारी पहली प्राथमिकता है जान बचाना। आप चाहते हो कि लोग वोट करने जाएं और उसके बाद सीधे श्मशान चले जाएं। लाशों के ढेर पर हम चुनाव होने नहीं देंगे। फिलहाल सोशल डिस्टेंसिंग की तो बात ही छोड़िए, लोगों को अपनी जान बचाने में भी परेशानी हो रही है।'
तेजस्वी यादव इन दिनों मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और राज्य सरकार पर लगातार हमलावर हैं। लगभग प्रतिदिन किसी न किसी मुद्दे को लेकर राज्य सरकार को घेरने की कोशिश कर रहे हैं। वे बार-बार चुनाव टाले जाने की मांग भी कर रहे हैं। साथ ही कोरोना कंट्रोल में राज्य सरकार की असफलता का आरोप लगाते हुए बयान दे रहे हैं। अब वे बाढ़ के मुद्दे पर भी सरकार को घेरने की कोशिश में जुट गए हैं।
बिहार में कोरोना और बाढ़ दोनों की स्थिति धीरे-धीरे गंभीर होती जा रही है। कोरोना के मामले लगातार बढ़ रहे हैं, तो बाढ़ भी रोज नए-नए इलाकों को चपेट में ले रहा है।