नए सरकार के गठन की कवायद तेज, आयोग ने राज्यपाल को विधायकों की सूची सौंपी, आदर्श आचार संहिता भी समाप्त
निर्वाचन कार्यालय से प्राप्त जानकारी के अनुसार राज्यपाल को सूची दिए जाने के बाद राज्यपाल की सहमति से संसदीय कार्य विभाग 17वें विधानसभा के गठन से संबंधित अधिसूचना जारी करेगी, इसी के साथ 16वें विधानसभा का कार्यकाल भी समाप्त हो जायेगा..
जनज्वार ब्यूरो, पटना। चुनाव आयोग की ओर से मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी एचआर श्रीनिवास ने नव निवाचित विधायकों की सूची राज्यपाल फागु चौहान को सौंप दी है। इसके साथ ही १७वें विधानसभा के गठन की प्रक्रिया शुरू हो गयी है। राज्य में लागू आदर्श चुनाव आचार संहिता भी अब खत्म हो गई। अब नयी सरकार के गठन को लेकर राजनीतिक गतिविधियां तेज हो गई हैं।
निर्वाचन कार्यालय से प्राप्त जानकारी के अनुसार राज्यपाल को सूची दिए जाने के बाद राज्यपाल की सहमति से संसदीय कार्य विभाग 17वें विधानसभा के गठन से संबंधित अधिसूचना जारी करेगी। इसी के साथ 16 वें विधानसभा का कार्यकाल भी समाप्त हो जायेगा।
उल्लेखनीय है कि चुनाव आयोग ने विगत 25 सितंबर को राज्य के सभी विधानसभा क्षेत्रों में चुनाव कराने की घोषणा की थी। घोषणा होते ही आदर्श चुनाव आचार संहिता लागू हो गया था। अब आचार संहिता खत्म हो गयी है। 28 अक्तूबर को 71 सीट, तीन नवंबर को 94 सीट और सात नवंबर को 78 विधानसभा क्षेत्रों में नये विधायकों के निर्वाचन के लिए वोट डाले गये थे।
वोटों की गिनती 10 नवंबर को हुई थी। एनडीए को 125, महागंठबंधन को 110 तथा अन्य को आठ सीटें मिली हैं। दलगत आधार पर सीटों की बात करें तो भाजपा 74, जदयू को 43, हम को 4 और वीआइपी को भी 4 सीटें मिली हैं। इसी तरह महागंठबंधन में राजद को 75, कांग्रेस को 19, सीपीआइएमएल को 12, सीपीआइएम को 2 तथा सीपीआइ को दो सीटें मिली है, जबकि अन्य में लोजपा को एक, एआइएमएम को पांच, बसपा को एक तथा निर्दलीय को एक सीट मिली है।
इधर चुनाव आयोग द्वारा राज्यपाल को नव निर्वाचित विधायकों की सूची सौंपे जाते ही नयी सरकार के गठन को लेकर गुरुवार को राजनीतिक गतिविधयां तेज हो गयी हैं। जनता दल यू की ओर से बुधवार को भी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में कोर कमेटी सदस्यों की बैठक हुई थी। बाद में मुख्यमंत्री ने हम प्रमुख जीतन राम मांझी और वीआइपी प्रमुख मुकेश सहनी के साथ सरकार के गठन को लेकर बात की थी। वहीं आज राबड़ी देवी के आवास पर महागंठबंधन के विधायकों की बैठक हुई।
उधर भाजपा भी राजनीतिक परिस्थितियों पर नजर रखे हुए है। हालांकि, भाजपा का शीर्ष नेतृत्व, जदयू राष्ट्रीय अध्यक्ष व मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की चुप्पी से असमंजस की स्थिति में था। बहरहाल अब राजनीतिक गतिविधिं तेज हो गयी हैं। कयास यह लगाया जा रहा है नयी सरकार का गठन दीपावली बाद १६ नवंबर को हो सकता है। इसी समय के बीच मुख्यमंत्री नीतीश कुमार किसी भी समय राज्यपाल से मिलकर अपना इस्तीफा सौंप सकते हैं।