Blind Faith Murder: अंधविश्वास में खूनी खेल, डायन बिसाही के शक में एक ही परिवार के तीन लोगों की हत्या
Blind Faith Murder: बेटी की मौत का बदला लेने के लिए मरकस डाहांगा ने अपने साथी दाऊद डाहांगा और इलियास डाहांगा के साथ मिलकर धारदार हथियार से सलीम डांगहा समेत तीन लोगों को मौत के घाट उतार दिया...
Blind Faith Murder: झारखंड के पश्चिमी सिंहभूम (Western Singhbhum) जिले में डायन बिसाही (Dayan Bisahi) के नाम पर एक ही परिवार के तीन लोगों की हत्या का मामला सामने आया है। मरने वालों में एक बच्चा भी शामिल है। आरोपी को शक था कि उसकी बेटी की हत्या (Murder) मृत परिवारवालों ने की है। जिसके बाद आरोपी ने एक ही परिवार के तीन सदस्यों की टांगी से काटकर निर्मम हत्या कर दी और शव को नदी किनारे बालू में दफन कर दिया। पुलिस ने तीनों शवों के साथ हत्या नें उपयोग हथियार को बरामद किया है।
जानकारी के अनुसार, पश्चिमी सिंहभूम जिला स्थित बंदगांव थाना अंतर्गत पोड़ेंगेर गांव के कुंआ टोला में एक ही परिवार के तीन लोग बीते 8 नवंबर से लापता थे। पुलिस ने लापता लोगों की खोजबीन शुरू की। शक के आधार पर पुलिस ने गांव के ही बेटू मरकस डाहांगा से पूछताछ की जिसके बाद उसने तीन लोगों की हत्या करने की बात कबूल कर ली। आरोपी ने पुलिस को बताया कि दो महीने पहले उसकी बेटी की मृत्यु हो गई थी। मौत का कारण जानने के लिए वह रनिया थाना क्षेत्र के मसराम गांव के वैद्य सिमोन तोपनो पास गया था। वैद्य ने बताया कि बेटी को सलीम डाहांगा और उनके घरवालों ने जहर देकर मार दिया गया है।
बेटी की मौत का बदला लेने के लिए मरकस डाहांगा ने अपने साथी दाऊद डाहांगा और इलियास डाहांगा के साथ मिलकर धारदार हथियार से सलीम डांगहा समेत तीन लोगों को मौत के घाट उतार दिया। हत्या के बाद साक्ष्य छिपाने के लिए आठ नवंबर को नदी किनारे बालू में तीनों शवों को दबा दिया था। मरने वालों में 50 वर्षीय सलीम डाहांगा, 10 वर्षी बेलानी डाहांगा और राहील डाहांगा हैं। तीनों की धारदार हथियार से हत्या की गई और सबूत मिटाने के लिए शवों को नदी किनारे बालू में दबा दिया गया था।
बंदगांव पुलिस ने हत्या के आरोपी मरकस डाहांगा, दाउद डाहांगा, इलियास डाहांगा और वैद्य सिमोन तोपनो को गिरफ्तार कर लिया गया। मजिस्ट्रेट (Megistrate) की उपस्थिति में तीनों शवों को बालू से निकाल कर पुलिस ने अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम (Postmortam) करने के लिए चक्रधरपुर(Chakradharpur) अनुमंडल अस्पताल भेज दिया गया। वहीं, हत्या में प्रयोग किए गए कुदाल, टांगी, कपड़े आदि बरामद कर लिया गया।