Samastipur News: महिला के बाल खींचकर भूत भगाता रहा ओझा, ग्रामीणों की भीड़ के बीच प्रशासन बेखबर
Samastipur News: महिला के परिजनों ने दावा किया कि महिला में भूत प्रवेश कर गया है। इसके बाद खरहिया गांव में भगत सीताराम पंडित महिला के बाल पकड़कर भूत झाड़ने लगा...
Samastipur News: आज के दौर में, जहां हर हाथ में मोबाइल फोन और आधुनिक तकनीक है, उसी वक्त समाज का एक तबका ऐसा है जो सालों पुराने सोच और अंधविश्वास की जड़ों को सींचते रहते हैं। अधंविश्वास के नाम पर समाज का एक वर्ग महिलाओं को प्रताड़ित करने से भी नहीं चूकता। ऐसा ही एक मामला बिहार के समस्तीपुर जिले से सामने आया है। यहां, एक बीमार महिला पर भूत प्रेत का साया कहकर तमाम ग्रामीणों के बीच उसके बाल खींचें जाते हैं और उसे सरेआम पीटने की धमकी दी जाती है।
मामला समस्तीपुर के रोसड़ा अनुमंडल अंतर्गत हसनपुर थाना क्षेत्र के दूधपुरा पंचायत का है। दूधपुरा पंचायत वार्ड नंबर 15 में एक महिला के साथ स्थानीय भगत द्वारा अजीबोगरीब हरकत करते नजर आए। जानकारी के अनुसार, दूधपुरा पंचायत निवासी छोटन पासवान की पत्नी को कथित तौर पर भूत ने जकड़ा हुआ था। महिला के परिजन उसे एक ओझा के पास झाड़फूंक के लिए ले गए। जहां भगत ने महिला का बाल पकड़कर और जल पिलाकर भूत भगाने और उससे बात करने का दावा करते दिखे। अंधविश्वास का ये काला खेल भारी भीड़ के सामने चलता रहा। ग्रमीणों के भीड़ के सामने भगत महिला के बाल पकड़कर खींचता रहा और उसे मारने पीटने की धमकी देता रहा।
महिला के परिजनों ने दावा किया कि महिला में भूत प्रवेश कर गया है। इसके बाद खरहिया गांव में भगत ने भूत को भगाने का काम शुरू किया। गांव के ही वार्ड नंबर 15 के सीताराम पंडित बरसों से झाड़-फूंक का काम किया करते हैं । भगत महिला का बाल पकड़कर भगत भूत झाड़ने लगा। ये नजारा देखने के लिये वहां लोगों की भीड़ भी इकट्ठा हो गई। सीताराम पंडित वर्षों से भूत भगाने का काम करते आ रहे हैं।
वहीं, भगत सीताराम पंडित ने दावा किया कि महिला पर दूसरे गांव का भूत का साया था। महिला पर से भूत भगाने को लेकर उसने कहा कि भूत फिर से आएगा। भूत को विधिपूर्वक भगाया जाएगा। इधर, महिला के घर वालों ने दावा किया कि महिला शारीरिक तौर पर कमजोर है, लेकिन भूत आने के कारण उसने कई लोगों को पटक दिया।
लोगों के ऊपर से भूत भगाने के लिये भगत सीताराम पंडित को गहबर स्थान में चढ़ावा मिलता हैं। भूत भगाने और झाड़ने के लिये वो आसपास के गांव में काफी मशहूर होते जा रहे हैं। अंधविश्वास का खेल देखने के लिए इस पंचायत में लोगों की भीड़ अक्सर लगी रहती है। मगर इसके बावजूद स्थानीय प्रशासन बेखबर है।