जलती चिताओं और लाशों के बीच सीएम योगी का दावा यूपी में ऑक्सीजन, दवा और बेड की नहीं है कमी
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस बार की लहर पिछली बार की तुलना में तीस गुना अधिक संक्रामक है लेकिन सरकार की तैयारी पहले से बेहतर है...
जनज्वार ब्यूरो/लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दावा करते हुए कहा है कि राज्य में दवा, बेड व वेंटीलेटर की कोई कमी नहीं है। यह आपदाकाल है लेकिन हमारी तैयारी पहले से बेहतर है। 36 जिलों में एक भी वेंटिलेटर नहीं था। आज हर जिले में वेंटिलेटर है। हम पहले राज्य हैं, जिसने चार करोड़ टेस्ट किया है। अभी हम सवा दो लाख टेस्ट प्रतिदिन कर रहे हैं, 10 मई तक हमारी टेस्टिंग की क्षमता आज की तुलना में दोगुनी हो जाएगी।
मुख्यमंत्री का कहना है कि सभी को निशुल्क वैक्सीन की सुविधा देने वाला यूपी पहला राज्य है। ऑक्सीजन की मॉनिटरिंग के लिए सरकार आईआईटी कानपुर, आईआईएम लखनऊ और आईआईटी बीएचयू के सहयोग से ऑक्सीजन की ऑडिट कराने जा रही है।
मुख्यमंत्री शनिवार 24 अप्रैल को सम्पादकों से वर्चुअली संवाद कर रहे थे। उन्होंने कहा कि वैक्सीनेशन के लिए 8000 केंद्र बनाए गए हैं जहां एक दिन में करीब साढ़े छह लाख लोगों का टीकाकरण किया जाएगा। एक मई से 18 वर्ष से अधिक आयु के लोगों को निःशुल्क टीका लगाया जाना है। उन्होंने कहा कि वह खुद 13 अप्रैल से आइसोलेशन में रहते हुए कोविड प्रोटोकॉल का पालन कर रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस बार की लहर पिछली बार की तुलना में तीस गुना अधिक संक्रामक है लेकिन सरकार की तैयारी पहले से बेहतर है। पिछले दिनों दिल्ली में लॉकडाउन की घोषणा हुई तो रातोरात एक से डेढ़ लाख प्रवासी श्रमिकों का आगमन हुआ। हमने बसें लगाई, सबका टेस्ट कराया और आवश्यकता के अनुसार क्वारन्टीन किया।
ऑक्सीजन के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि निजी हो या सरकारी, किसी कोविड हॉस्पिटल में ऑक्सीजन का अभाव नहीं है। समस्या कालाबाजारी और जमाखोरी है। दो दिन पूर्व एक निजी मेडिकल कॉलेज में ऑक्सीजन खत्म होने की सूचना सार्वजनिक कर दी गई, पड़ताल करने पर पता चला कि पर्याप्त ऑक्सीजन है। डीआरडीओ की नवीनतम तकनीक आधारित 18 प्लांट सहित 32 नए ऑक्सीजन प्लांट लगाने का काम हो रहा है।
ऑक्सीजन की मांग-आपूर्ति-वितरण की लाइव ट्रैकिंग कराने की व्यवस्था लागू हो गई है। उन्होंने साफ किया कि प्रदेश में रेमडेसिविर जैसी दवाओं की कमी नहीं है। तीन दिन से लखनऊ में नए संक्रमित केस की तुलना में स्वस्थ होने वाले लोगों की संख्या अधिक है। प्रयागराज और वाराणसी में भी ऐसी ही स्थिति बन रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि कुछ लोग भय और दहशत का माहौल बनाने में लगे हैं। सोशल मीडिया पर एक जैसे संदेश अलग-अलग एकाउंट से प्रसारित किया जा रहा है। इन लोगों को चिह्नित किए जाने की जरूरत है।