Omicron Variant : दो हफ्ते में 28 गुना बढ़ गए मरीज लेकिन 2 गुना भी नहीं बढ़ी टेस्टिंग

Omicron Variant : आईसीएमआर ने कहा कि जब तक हाई रिस्की पहचान किए जाने तक उन लोगों को टेस्टिंग की कोई जरूरत नहीं जो लोग कोरोना संक्रमितों के संपर्क में आए हैं...

Update: 2022-01-11 09:46 GMT

(कोरोना की तीसरी लहर : नहीं बढ़ी टेस्टिंग)

Omicron Variant : कोरोना की तीसरी लहर (Covid Third Wave) का असर तेजी से देखने को मिल रहा है। एक दिन पहले देश में कोरोना (Covid 19) के 1,79,723 नए मामले सामने आए। इसके साथ ही कुल मामलों की संख्या अब 3,57,07,727 तक पहुंच गई है। इनमें ओमिक्रॉन वैरिएंट के 4033 मामले शामिल हैं। इससे पहले सोमवार 10 जनवरी 1 लाख 65 हजार 873 नए मामले सामने आए थे। कई राज्यों में एक से दो दिन में मरीज दोगुने होने लगे हैं लेकिन मरीज मिलने के अनुपात में टेस्टिंग अभी भी कम हो रही है। पिछले दो हफ्ते का ट्रेंड देखें तो 28 गुना मरीज बढ़ गए लेकिन टेस्टिंग दो गुना भी नहीं बढ़ पाए। 

वहीं दूसरी ओर आईसीएमआर (ICMR) ने कहा कि जब तक हाई रिस्की पहचान किए जाने तक उन लोगों को टेस्टिंग की कोई जरूरत नहीं जो लोग कोरोना संक्रमितों के संपर्क में आए हैं। वहीं दूसरी ओर आईसीएमआर ने कहा कि जब तक हाई रिस्की पहचान किए जाने तक उन लोगों को टेस्टिंग की कोई जरूरत नहीं जो लोग कोरोना संक्रमितों के संपर्क में आए हैं। आईसीएमआर ने यह भी सलाह दी है कि अकेले इंटर स्टेट घरेलू यात्रा करने वाले व्यक्तियों को भी टेस्टिंग कराने की आवश्यकता नहीं है।

आईसीएमआर ने कहा कि टेस्टिंग या तो आरटी-पीसीआर, TrueNat, CBNAAT, CRISPR, RT Lamp, रैपिड मॉलिक्यूलर टेस्टिंग सिस्टम या फिर रैपिड एंटीजन टेस्ट के माध्यम से किया जा सकता है। कोरोना वायरस के बढ़ते मामले को देखते हुए कई राज्यों में पाबंदियां कड़ी कर दी गई हैं। 

27 दिसंबर को देशभर में 6270 मामले मिले थे और 11.41 लाख टेस्ट हुए थे। रोजोना की संक्रमण दर 0.5 प्रतिशत थी। 8 जनवरी को देश में 1 लाख 79 हजार 723 केस सामने आए और 15.14 लाख टेस्ट किए गए। संक्रमण दर भी बढ़कर 13.2 प्रतिशत हो गई है। इस बीच स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा है कि अभी पांच से दस प्रतिशत संक्रमितों को ही अस्पतालों में भर्ती कराने की नौबत आ रही है। सरकार का दावा है कि दूसरी लहर में 20-30 प्रतिशत मरीजों को भर्ती करना पड़ रहा था।

हेल्थ एक्सपर्ट्स का कहना है कि फरवरी की शुरुआत में तीसरी लहर का पीक आ सकता है। तब रोजाना 4 से 8 लाख केस दर्ज होने की आशंका है। हालांकि दिल्ली और मुंबई में तीसरी लहर का पीक काफी पहले 15 जनवरी को आ सकता है। आईआईटी कानपुर के प्रोफेसर मनिंद्र अग्रवाल का कहना है कि 15 मार्च के आसपास देश में तीसरी लहर पार होने की संभावना है। 

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