जी न्यूज के मालिक सुभाष चंद्रा की हैसियत घटी, भारी कर्ज में डूबी कंपनी

चंद्रा की संपत्ति की कीमत में भारी गिरावट एस्सेल समूह पर चढ़े कर्ज के कारण हुई है, एस्सेल समूह पर बैंक कर्ज बढ़कर 12,000 करोड़ रुपये हो गया, इस कर्ज का ज्यादातर हिस्सा उन्होंने बैंकों व म्युचुअल फंडों को प्रमुख कंपनी ज़ी एंटरटेनमेंट एंटरप्राइजेज के अपने शेयर गिरवी रखकर जुटाए थे....

Update: 2020-10-21 05:13 GMT

जनज्वार। जी न्यूज के मालिक सुभाष चंद्रा जिनकी गिनती कभी देश के गिने-चुने अरबपतियों में होती थी, उनकी आर्थिक स्थिति बहुत खराब है। भारतीय अरबपतियों की फॉर्चन सूची में शुमार रहे चंद्रा की हैसियत 2018 में 4.7 अरब डॉलर से ज्यादा की थी। चंद्रा को इस सूची में 27वें स्थान पर रखा गया था।

राज्यसभा सांसद और जी न्यूज के मालिक सुभाष चंद्रा का नाम बैंक स्कैमर में भी सामने आया था। सुभाष चंद्रा ने कुछ दिन पहले घोषित किया था कि उनकी व्यक्तिगत संपत्ति की कीमत वित्त वर्ष 2020 में फिसलकर 10 करोड़ रुपये के नीचे आ गई।

बिजनेस स्टैंडर्ड में प्रकाशित खबर के मुताबिक, संसद की आचरण समिति को अपना वित्तीय लेखाजोखा सौंपने वाले चंद्रा ने कहा है कि उनकी व्यक्तिगत संपत्ति की कुल कीमत 9.85 करोड़ रुपये है। सदस्यों के लिए अनिवार्य नियम के तहत सुभाष चंद्रा ने पहले की घोषणा में कहा था कि वित्त वर्ष 2016 में उनकी व्यक्तिगत संपत्ति 39.07 करोड़ रुपये की थी, यानी मौजूदा घोषित संपत्ति की कीमत के मुकाबले 4 गुना ज्यादा।

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सुभाष चंद्रा साल 2016 से हरियाणा से स्वतंत्र राज्यसभा सदस्य हैं। चंद्रा की संपत्ति की कीमत में भारी गिरावट एस्सेल समूह पर चढ़े कर्ज के कारण हुई है। एस्सेल समूह पर बैंक कर्ज बढ़कर 12,000 करोड़ रुपये हो गया। जानकारी के मुताबिक इस कर्ज का ज्यादातर हिस्सा उन्होंने बैंकों व म्युचुअल फंडों को प्रमुख कंपनी ज़ी एंटरटेनमेंट एंटरप्राइजेज के अपने शेयर गिरवी रखकर जुटाए थे।

बिजनेस स्टैंडर्ड में प्रकाशित खबर के मुताबिक, एस्सेल समूह की कंपनियों को पुनर्गिठित करने के बाद कंपनी 11,500 करोड़ रुपये से ज्यादा चुकाने में सक्षम हुई है, लेकिन इसकी लागत काफी ज्यादा है। कभी मीडिया मुगल कहे जाने वाले सुभाष चंद्रा ने के मुताबिक वह सिर्फ भारमुक्त परिसंपत्तियां ही बता रहे हैं। इनमें सूचीबद्ध व असूचीबद्ध शेयरों में 6.18 करोड़ रुपये का निवेश शामिल है और इसका ज्यादातर हिस्सा एस्सेल इन्फ्रा प्रोजेक्ट्स (3.40 करोड़ रुपये) लगा हुआ है। चंद्रा की घोषित संपत्ति में 96.80 ग्राम सोना, बैंक बैलेंस, कर्ज व अग्रिम शामिल है।

सुभाष चंद्रा ने वित्त वर्ष 2015 के उलट वित्त वर्ष 2020 में किसी अचल संपत्ति की घोषणा नहीं की है। वित्त वर्ष 2015 में उन्होंने मुंबई के एक बंगले की कीमत भी बतायी थी, जिसे उन्होंने 1982 में खरीदा था और 30 करोड़ रुपये उस पर इनवेस्ट किये थे।

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एस्सेल समूह ने जुलाई 2019 में ज़ी टीवी में प्रमोटरों के 11 फ़ीसदी हिस्सेदारी को इन्वेस्को-ओपनहाइमर कंपनी को बेच कर 4,500 करोड़ रुपयों की देनदारी पूरी की थी, लेकिन 25 सितंबर 2019 को मुंबई स्टॉक एक्सचेंज में ज़ी समूह के शेयरों में फिर भारी गिरावट देखी गयी। ये गिरावट 2.7 फीसद थी। कुछ म्यूचल फंड्स ने अपने पास एस्सेल समूह द्वारा गिरवी के रूप में रखे गए ज़ी एंटरटेनमेंट के शेयरों को बेचना शुरू कर दिया।

एसबीआई फंड्स मैनेजमेंट और कोटक म्यूचल फंड ने खुले बाज़ार में ज़ी के शेयरों को बेच डाला। बिरला सनलाइफ़ म्यूचल फंड, फ्रैंकलिन टेम्पलटन, आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल फंड और एचडीएफसी एसेट मैनेजमेंट दूसरे वे फंड हाउसेज़ हैं, जिनका कर्ज़ एस्सेल समूह पर बकाया था। यह बकाया भी हजारों करोड़ रुपये का है। अब उनकी कंपनी के शेयर घटकर मात्र 4.9 फीसदी रह गये हैं, जबकि पुनीत गोयनका कारोबार का संचालन कर रहे हैं। 

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