Police Custody Death : कासगंज पुलिस हिरासत में मौत मामले में पड़ोसी का दावा, अल्ताफ को मारने में लड़की के परिवार की साजिश

पड़ोसियों ने अल्ताफ की मौत को लड़की के परिवार की साजिश करार दिया है। उनका कहना है कि पुलिस से परिवार की मिलीभगत के चलते अल्ताफ कब्रिस्तान तक पहुँचाया गया है...

Update: 2021-11-13 05:02 GMT

(कासगंज में अल्ताफ के घर पहुँचा जनज्वार)

Kasganj Police Custody Death : उत्तर प्रदेश के कासगंज में पुलिस कस्टडी में मृतक अल्ताफ के पड़ोसी गुड्डु ने जनज्वार से बात करते हुए अल्ताफ की मौत पर बड़े सवाल खड़े किए हैं। पड़ोसियों ने अल्ताफ की मौत को लड़की के परिवार की साजिश करार दिया है। उनका कहना है कि पुलिस से परिवार की मिलीभगत के चलते अल्ताफ कब्रिस्तान तक पहुँचाया गया है। 

कासगंज के कथित पंडित परिवार की बेटी से मुहब्बत करने की सजा अल्ताफ को मिली, यह पड़ोसियों का कहना है। विनोद पंडित के दरवाजे पर खड़े गुड्डु ने बताया कि असल में पंडित ने पुलिस में में तहरीर दी थी कि उनकी बेटी गायब है। गुड्डू के अनुसार बेटी के गायब होने का आरोप पंडित ने कासगंज अहरौली निवासी चांद मोहम्मद के बेटे अल्ताफ पर लगाया था, जिसके बाद पुलिस अल्ताफ को पंडित के छोटे बेटे की उपस्थिति में अल्ताफ के घर से उठा ले गयी। लेकिन इस बीच तथाकथित विनोद पंडित जी की उस रहस्यमयी लड़की का कोई अता-पता नहीं चल रहा है। सवाल यह है पुलिस ने उस लड़की को बुलाकर पूछताछ क्यों नहीं की जिसके चक्कर में अल्ताफ मरा है।

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हालांकि जनज्वार से बातचीत में गांव के लोग लगातार कतराते रहे और कहते रहे कि दूध वाले विनोद पंडित से हमारा कोई ताल्लुक नहीं है। इस बात के प्रमाण के तौर पर रिपोर्ट में लगे वीडियो को देखकर समझा जा सकता है।जनज्वार से बात करने तक में गांव के लोग कतराते रहे। 21 वर्षीय अल्ताफ टाइल्स लगाने का काम करता था। लेकिन जब से अल्ताफ की मौत हुई पंडित का परिवार भी गायब है। बताया जा रहा की पंडित विनोद के घर भी अल्ताफ ने ही टाइल्स लगाने का काम किया था। इसके चलते ही पंडित का नंबर अल्ताफ के फोन में आया।

हमारी पड़ताल में एक बात जो गौरेकाबिल थी वह ये कि पंडित के मुहल्ले में अधिकतर लोग पंडित के बारे में बात नहीं करना चाहते। उनका कहना है की हमें इनके बारे में कुछ नहीं पता। अहरौली मोहल्ले में अल्ताफ के पिता चांद मोहम्मद के पड़ोसी गुड्डू ने जनज्वार से बातचीत में बहुत साफ कहा कि अल्ताफ को मरवाने में पंडित परिवार की साजिश है। गुड्डु के अनुसार, 'जिस दिन अल्ताफ कासगंज पुलिस हिरासत में मारा गया उसी दिन लड़की अपने घर आ चुकी है, लेकिन उसी दिन से पंडित का परिवार ताला लगाकर गायब है। इस पूरे मामले में गहरी साजिश है, जिसकी जांच में पुलिस और प्रशासन को कोई दिलचस्पी नहीं है।'

कासगंज सदर कोतवाली के हवालात में अल्ताफ की संदिग्ध हालात में मौत हो गई थी। उस पर किशोरी को अगवा करने का आरोप था। उसकी मौत पर एसपी रोहन प्रमोद बोत्रे ने बयान दिया था कि युवक ने अपनी जैकेट की डोरी से फांसी लगाकर जान दी। इस मामले को लेकर विपक्षी दल यूपी सरकार को घेरने में जुटे हैं। मृतक अल्ताफ की मां फातिमा बात करते-करते बेसुध हो जाती है। मां का कहना है कि उनके बेटे को पुलिस ने मारा है। उन्हें रुपए की जरूरत नहीं है, बल्कि न्याय चाहिए। बेटे की मौत के लिए जो भी दोषी हो उसको सजा मिलनी चाहिए।

पिता का बयान

पुलिस हिरासत में अल्ताफ की मौत पर उसके पिता का बयान एक बार फिर बदला है। पिता ने अब एक बार फिर से कहा है कि पुलिस हिरासत में बेटे ने आत्महत्या नहीं की है। उसकी मौत की जांच होनी चाहिए। मंगलवार को जब किशोरी को अगवा करने के आरोपी अल्ताफ की मौत हुई थी, तब उसके पिता चांद मियां ने पुलिस पर आरोप लगाया था कि कोतवाली में पुलिस ने उनके बेटे की हत्या कर दी। बुधवार को पिता का बयान बदल गया। उन्होंने पुलिस को लिखकर दिया और वीडियो में भी कहा कि उनका बेटा तनाव में था। जिसके कारण उनके बेटे ने थाने में फांसी लगा ली। पुलिस ने उपचार कराया, लेकिन मौत हो गई।

इसके बाद गुरुवार को फिर पिता का बयान बदल गया है। मृतक अल्ताक के पिता का कहना है कि वो बेटे की मौत से सदमे में थे। पुलिस ने दबाव में अंगूठा लगवा लिया। वे अनपढ़ हैं। उन्हें न्याय चाहिए।

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