UKSSSC घोटाले के खिलाफ युवाओं का हल्द्वानी में हल्लाबोल, सभास्थल पुलिस छावनी में तब्दील, कांग्रेस का मिला समर्थन
UKSSSC Paper leak SCAM : प्रदर्शनकारियोंने चेताया कि भर्ती घोटाले से प्रदेश के युवाओं में पहले ही गुस्सा है, सरकार अब और उनके धैर्य की परीक्षा न ले, पुलिस के दमन से बेरोजगारों का यह आंदोलन समाप्त नहीं होगा, सरकार अपने इस रवैये से आंदोलन को और भड़काने का काम कर रही है...
हल्द्वानी से सलीम मलिक की रिपोर्ट
UKSSSC Paper leak SCAM : उत्तराखंड में बुधवार 14 सितंबर का दिन भर्ती घोटाले से आहत होकर निराश हुए बेरोजगार युवाओं और सीबीआई जांच से बचने की कोशिश कर रही राज्य सरकार के लिए कशमकश भरा रहा। उत्तराखंड में सरकारी नौकरियों की सीरियल बंदरबांट और नीलाम होते परीक्षा प्रश्न पत्र से गुस्साए युवकों ने गढ़वाल मण्डल के बाद कुमाउं मण्डल के हल्द्वानी शहर में हिंदी दिवस 14 सितंबर के दिन इस जनाक्रोश रैली का आयोजन करने का ऐलान किया था।
रैली में युवा एकता मंच, बेरोजगार संघ सहित कई संगठनों ने कुछ दिन से रात दिन एक कर रखा था, लेकिन प्रशासन ने इस रैली के लिए इजाज़त नहीं दी थी। बावजूद इसके रैली की कॉल पर बुधवार सुबह से एमबी महाविद्यालय के सामने युवाओं का जमावाड़ा लगना शुरू हो गया था। प्रशासन की ओर से इस इलाके को छावनी की तरह सुरक्षाकर्मियों से लैस कर दिया गया था।
पार्क में युवाओं ने सभा का आयोजन किया। इस बीच प्रशासन के लोग युवाओं का ज्ञापन लेने के लिए मौके पर ही आ गए, लेकिन युवा रैली निकालकर कार्यालय में ही ज्ञापन देने पर अड़े रहे। सभा के दौरान ही आयोजकों के साथ बातचीत के बाद अधिकारियों ने युवाओं को दो सौ मीटर दूर तिकोनिया चौराहे पर ज्ञापन देने के लिए मना लिया। नतीजतन तीन घण्टे के अवरोध के बाद इस रैली का आयोजन कर युवाओं ने राज्य सरकार से सभी भर्ती घोटालों की एक सप्ताह में सुप्रीम या हाईकोर्ट के सिटिंग जज की निगरानी में सीबीआई जांच की घोषणा करने की मांग वाला अपना ज्ञापन एसडीएम मनीष कुमार को सौंपा।
इस कार्यक्रम में जहां सत्ता पक्ष से जुड़े लोग स्वाभाविक तौर पर नदारद रहे तो रैली से पहले कांग्रेस के स्थानीय विधायक सुमित हृदयेश, नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य, सीबीआई जांच की मांग को लेकर हाईकोर्ट में याचिका डालने वाले उपनेता प्रतिपक्ष व खटीमा विधायक भुवनचंद्र कापड़ी, रामनगर के ज्येष्ठ उपब्लॉक प्रमुख संजय नेगी, काशीपुर के गगन कांबोज, नैनीताल के पूर्व विधायक संजीव आर्य, वरुणप्रताप सिंह भाकुनी, उत्तराखंड परिवर्तन पार्टी के उपाध्यक्ष प्रभात ध्यानी, यूकेडी के भुवन जोशी, भाकपा माले के कैलाश पाण्डे, परिवर्तनकामी छात्र संगठन के केंद्रीय महासचिव महेश चंद्र, प्रगतिशील महिला एकता केंद्र की रजनी जोशी, सुराज सेवा दल के भुवन जोशी सहित कई दिग्गज लोग युवाओं को समर्थन देने पहुंचे।
कापड़ी ने लगाए रैली को विफल करने के आरोप
उपनेता प्रतिपक्ष व खटीमा विधायक ने राज्य सरकार पर तानाशाही का आरोप लगाते हुए कहा कि यह जिन लोगों के वोट लेकर सत्ता में बैठी है, उन्हीं के हर प्रतिरोध की आवाज को पुलिस के बूटों तले कुचलने पर आमादा है। इससे पहले सेना में लागू होने वाली अग्निवीर योजना का विरोध करने वाले युवाओं को धमकाने के लिए सरकार ने पुलिस को मैदान में उतार दिया था तो आज इस रैली में आने वाली युवाओं की बसों को जबरन रैली में आने से रोक दिया। पुलिस युवाओं को धमका रही है कि वह उन पर मुकदमा थोपकर उनका जीवन बर्बाद कर देगी।
यशपाल ने की विधानसभा का विशेष सत्र बुलाने की मांग
नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने प्रदेश के बेरोजगार युवाओं की पीठ में छुरा घोंपने वाले कुख्यात भर्ती घोटाले पर विस्तृत चर्चा के लिए सरकार से विधानसभा का दो दिवसीय विशेष सत्र बुलाने की मांग की। यहां युवाओं के समर्थन में पहुंचे यशपाल ने कहा कि भर्ती घोटाले की सिटिंग न्यायाधीश की निगरानी में सीबीआई जांच से पहले सरकार भर्ती घोटाले पर व्यापक चर्चा के लिए दो दिवसीय विशेष सत्र बुलाए, जिससे सदन के प्रत्येक सदस्य को अपनी बात रखने का मौका मिले।
प्रभात ने आंदोलन में कांग्रेस की मौजूदगी पर उठाए सवाल
जनाक्रोश रैली के समर्थन में हल्द्वानी पहुंचे उपपा नेता प्रभात ध्यानी ने छात्र नौजवानों के आंदोलन का समर्थन करते हुए आंदोलन में कांग्रेस की मौजूदगी पर सवाल उठाए हैं। प्रभात ध्यानी ने कहा कि तत्कालीन विधानसभा अध्यक्ष गोविंद सिंह कुंजवाल ने स्वयं स्वीकार किया कि उन्होंने अपने परिवार के लोगों को विधानसभा में नियुक्तियां दी हैं, लेकिन इस बयान के बाद भी कांग्रेस हाईकमान के द्वारा कोई कार्यवाही नहीं की गई है।
ध्यानी ने कहा कि भाजपा के साथ ही कांग्रेस भी आकंठ भ्रष्टाचार में डूबी हुई है। ऐसे में उसकी अगुवाई में भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई पर प्रश्नचिन्ह लगता है। राज्य गठन के बाद से चोर चोर मौसेरे भाई की राजनीति ने राज्य की अवधारणा को ध्वस्त कर दिया है। प्रदेश के छात्रों और नौजवानों के भविष्य के साथ खिलवाड़ करने के लिए चोर चोर मौसेरे भाई की यही राजनीति जिम्मेदार हैं। इससे युवाओं को सावधान रहना होगा।
एक सप्ताह बाद बड़े आंदोलन की चेतावनी
रैली के दौरान युवाओं ने राज्य सरकार को सीबीआई जांच के लिए एक सप्ताह की मोहलत देते हुए इसके बाद बड़े आंदोलन की चेतावनी दी है। रैली स्थल पर तमाम युवाओं ने कहा कि इस भर्ती घोटाले से प्रदेश के युवाओं में पहले ही गुस्सा है। सरकार अब और उनके धैर्य की परीक्षा न ले। पुलिस के दमन से बेरोजगारों का यह आंदोलन समाप्त नहीं होगा। सरकार अपने इस रवैये से आंदोलन को और भड़काने का काम कर रही है।