रामराज्य : UP में विधवा को परिवार सहित पीटा फिर गुप्तांग में डंडा डालकर नोचे कान के कुंडल, चार पर FIR
महिला के पति का कुछ साल पहले देहांत हो चुका है, बीती शुक्रवार वह घर पर थी, आरोप है कि तभी पड़ोस का रहने वाला राममूर्ति अपने भाई रामसागर सहित पड़ोस के सूरज व नीरज के साथ जबरन घर के अंदर घुस आया...
जनज्वार, पीलीभीत। उत्तर प्रदेश के पीलीभीत (Pilibhit) से एक झकझोर देने वाली घटना सामने आई है। यहां पुरानी रंजिश के चलते दो भाइयों ने अपने अन्य दो साथियों के साथ मिलकर विधवा और उसके परिजनों की पिटाई कर दी। विधवा का आरोप है कि, दबंगों ने पिटाई करने के दौरान उसके प्राइवेट पार्ट में डंडा डालने सहित कान के कुंडल भी नोंच लिए।
जानकारी के मुताबिक, घटना कोतवाली क्षेत्र के एक गांव की है। यहां की रहने वाली एक महिला (Widow Women) के पति का कुछ साल पहले देहांत हो चुका है। बीती शुक्रवार वह घर पर थी। आरोप है कि तभी पड़ोस का रहने वाला राममूर्ति अपने भाई रामसागर सहित पड़ोस के सूरज व नीरज के साथ जबरन घर के अंदर घुस आया।
महिला के अनुसार आरोपियों ने जान से मारने की नियत से उसके परिजनों पर हमला कर दिया। आरोप है कि विरोध करने पर उसके प्राइवेट पार्ट में डंडा डाल दिया। जिससे वह लहूलुहान हो गई। महिला को आनन-फानन में सीएचसी (CHC) में भर्ती कराया गया। महिला ने आरोपियों पर कान के कुंडल भी नोंचने के आरोप लगाए हैं।
पुलिस ने महिला की तरफ से मिली तहरीर पर चारों के खिलाफ गंभीर धाराओं में मुकदमा (FIR) दर्ज किया है। बता दें कि पुलिस ने जिन 4 आरोपियों पर मामला दर्ज किया है वह नामजद हैं।
एसएचओ (SHO) पूरनपुर हरीश वर्धन सिंह ने बताया कि, पीड़िता की तहरीर पर 4 आरोपियों के खिलाफ संगीन धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है और मामले की जांच चल रही है। साथ ही घटना के बाद महिला को गंभीर अवस्था में इलाज के लिए जिला अस्पताल भर्ती कराया गया है।
उत्तर प्रदेश में महिलाओं को लेकर ये कोई एक घटना नहीं है। आंकड़ों पर नजर डालें तो, साल 2020 के एनसीआरबी डाटा के मुताबिक राज्य में हर 2 घंटे एक रेप का मामला रिपोर्ट किया जाता है। जबकि बच्चों के खिलाफ रेप का मामला हर 90 मिनट में रिपोर्ट हुआ है। एनसीआरबी के मुताबिक साल 2018 में उत्तर प्रदेश में रेप पर कुल 4322 मामले दर्ज हुए थे। जिसका सीधा मतलब है कि हर रोज करीब 12 रेप के मामले हो रहे थे।
वहीं, महिलाओं के खिलाफ 2018 में 59445 मामले दर्ज किए गए थे। जिसका मतलब है कि हर रोज महिलाओं के खिलाफ हो रहे अपराध के मामले 162 रिपोर्ट किए गए। जो कि साल 2017 के मुकाबले 7 परसेंट ज्यादा है। साल 2017 में महिलाओं के खिलाफ अपराध के कुल 56011 मामले दर्ज किए गए थे।
यानी उस वक्त यह आंकड़ा हर दिन के हिसाब से 153 केस था। साल 2018 में नाबालिग बच्चियों के साथ रेप के कुल 144 मामले दर्ज किए गए। जबकि साल 2017 में यह आंकड़ा 139 था।
साल 2017 अप्रैल में बीजेपी की सरकार आने के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बहुत से ऐसे कार्यक्रम शुरू किए जिससे कि महिलाओं के खिलाफ अपराध के आंकड़े कम हो सकें। एंटी रोमियो स्क्वॉड, मिशन शक्ति जैसे कार्यक्रम इसीलिये शुरू किए गए।