Delhi dalit girl rape case: 'दलित थी लड़की इसलिए किया दुष्कर्म', पुजारी ने पुलिस की चार्जशीट में कबूल किया जुर्म

Delhi dalit girl rape case: देश में जातिवादी मानसिकता घटने के नाम नहीं ले रही है। 2 अगस्त को दिल्ली के शमशान में पानी पीने गयी बच्ची का मामला...

Update: 2021-09-26 11:01 GMT

(दिल्ली में दलित नाबालिग बच्ची से कथित दुष्कर्म और हत्या मामले में कई नए खुलासे हुए हैं)

Delhi Dalit girl rape case: (जनज्वार)। दिल्ली के छावनी इलाके में 9 साल की दलित लड़की (Dalit girl) के साथ कथित रेप और हत्या के मामले में पुलिस द्वारा दाखिल की गई चार्जशीट (Chargesheet) में कई नए खुलासे हुए हैं। खबरों के मुताबिक, चार्जशीट में एक गवाह के हवाले से कहा गया है कि नाबालिग (minor) के साथ इसलिए दुष्कर्म किया गया क्योंकि वह दलित थी। बता दें कि नाबालिग के साथ कथित तौर पर रेप और हत्या के बाद बाद उसका आनन-फानन में दाह संस्कार किए जाने के आरोप हैं।

वहीं, इस मामले में एक और नया खुलासा हुआ है। चार्जशीट के अनुसार, एक गवाह ने दावा किया है कि आरोपियों ने उसके पास फोन (call) किया था और घटना की जानकारी देते हुए मदद मांगी थी। गवाह ने यह भी दावा किया है कि आरोपियों से जब उसने पूछा कि उन्होंने ऐसा क्यों किया तो उन लोगों ने कहा, "दलित थी इसलिए, और क्यों।"

खुलासा यह भी हुआ है कि मुख्य अभियुक्त यानि श्मशान घाट के पुजारी (Priest) ने उसका पहले भी यौन उत्पीड़न (Sexual harassment) किया था। इंडियन एक्सप्रेस ने दिल्ली पुलिस द्वारा इस मामले में दाखिल आरोप-पत्र के हवाले से खबर दी है कि 55 वर्षीय पुजारी राधेश्याम (Radheshyam) ने उस नाबालिग लड़की के साथ पहले भी यौन उत्पीड़न किया था। राधेश्याम के अलावा कुलदीप सिंह (63), लक्ष्मी नारायण (48) और सलीम अहमद (49) को इस मामले में गिरफ्तार किया जा चुका है।

पुलिस ने अभियुक्तों के खिलाफ आरोप तय करने के लिए पूछताछ के दौरान किए गए खुलासों, सार्वजनिक गवाहों और सीसीटीवी फुटेज (CCtv foitage) पर भरोसा जताया है। आरोप पत्र में कहा गया है कि राधेश्याम ने पुलिस को बताया था कि उसने पहले भी नाबालिग लड़की को अश्लील चीजें दिखाई थीं और उसके निजी अंगों को छुआ था।

आरोप पत्र के अनुसार, राधेश्याम ने खुद कबूल किया है कि उस दिन उसने सलीम को जलेबी लेने बाहर भेज दिया था और खुद एवं कुलदीप दोनों ने नाबालिग के साथ बारी-बारी दुष्कर्म किया था। पुलिस ने आरोप-पत्र में कहा है कि लड़की की मौत यौन उत्पीड़न के दौरान दम घुटने के कारण हुई थी।

बता दें कि अभियुक्तों ने दावा किया है कि नाबालिग लड़की की मौत कूलर (Cooler) से पानी निकालते वक्त करंट लगने से हुई है, जबकि मृतक लडकी के परिजनों का आरोप है कि उन लोगों ने लड़की के साथ दुष्कर्म किया और जब वह मर गई तो उसके शव का आनन-फानन दाह संस्कार कर दिया।

आरोप-पत्र में कहा गया है कि पुजारी द्वारा लड़की के माता-पिता को बताया गया कि उसकी बेटी की मौत करंट (Electric current) लगने से हुई है, और इसे साबित करने के लिए उन लोगों ने उसके शव पर पानी डाल दिया था इतना ही नहीं, पोस्टमार्टम के दौरान बच्ची का अंग निकालने के बारे में उसके माता-पिता को डराकर और उसके शव का दाह-संस्कार मुफ्त में करने और 20 हजार रुपये नकद देने का भी प्रस्ताव रखा था।

आरोप-पत्र के अनुसार, पुजारी ने सलीम और नारायण को चिता सजाने को कहा और मृतका की मां के मना करने के बावजूद चिता में आग लगवा दी थी।

पुलिस के अनुसार, राधेश्याम ने जिस बेडशीट (Bedsheet) पर नाबालिग से रेप किया था, उसे और जिस मोबाइल फोन पर कथित तौर पर पॉर्न दिखाया था, दोनों को चिता में जला दिया था। वहीं, श्मशानघाट पहुंचने पर नाबालिग के पिता ने दाह-संस्कार किए जाने का विरोध किया था।

Tags:    

Similar News