शादी समारोह में शामिल होने आयी दलित युवती ने टंकी से पिया पानी तो सवर्णों ने गौमूत्र से धुलवा दिया पूरा वाटरटैंक
दलित महिला के गांव से चले जाने के बाद लिंगायत समुदाय के सवर्ण वर्ग के लोगों ने न सिर्फ टंकी के नल खोलकर पूरा पानी खाली किया, बल्कि उसके बाद टंकी को गोमूत्र से साफ कर उसका शुद्धीकरण भी किया गया...
Dalit live matter : हम समाज में अकसर बराबरी की बात करते हैं, कहते हैं कि अब छुआछूत जातपात की घटना बहुत कम हो चुकी हैं, मगर अभी भी कई इलाकों से ऐसी जघन्य घटनायें सामने आती हैं जो इस बात पर मुहर लगाती हैं कि हमारे समाज में जाति का जहर बदस्तूर जारी है। अभी थोड़े समय पहले राजस्थान में दलित बच्चे द्वारा मटकी से पानी पीने पर सवर्ण शिक्षक द्वारा बुरी तरह पीटे जाने के बाद पीड़ित की मौत का मामला ठंडा भी नहीं पड़ा था कि ऐसा ही एक मामला कर्नाटक से सामने आया है। यहां दलित युवती द्वारा मात्र नल को छू लेना भर सवर्णों को रास नहीं आया और पूरा वाटरटैंक खाली करके उसका गोमूत्र से शुद्धीकरण किया गया।
मीडिया में आ रही जानकारी के मुताबिक कर्नाटक के चामराजनगर जिले के हेगगोतारा गांव में एक दलित महिला ने कथित तौर पर नल से पानी पी लिया था, जिसके बाद सवर्ण बाहुल्य गांव के लोगों ने उस टंकी का गौमूत्र से शुद्धीकरण किया गया। वीडियो वायरल होने के बाद स्थानीय पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर इस मामले की जांच शुरू कर दी है।
जानकारी के मुताबिक दलित महिला हेगगोतारा गांव में एक शादी समारोह में हिस्सा लेने आयी थी, जहां उसने प्यास लगने पर टंकी का पानी पी लिया था। जिस टंकी से दलित युवती ने पानी पिया वह सवर्ण जाति के लोग जिस मोहल्ले में रहते हैं, वहां लगी हुयी थी।
अब खबर आ रही है कि दलित महिला के पानी पीने के बाद पानी की टंकी की सफाई करने के आरोप में एक व्यक्ति के खिलाफ पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज कर ली है। स्थानीय पुलिस ने मीडिया केा बताया है कि यह घटना चामराजनगर जिले की है और हमने इस मामले में हेगगोथारा गांव के महादेवप्पा के खिलाफ केस दर्ज किया है। पुलिस का कहना है सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल होने के अलावा दलित युवा गिरियप्पा ने इस मामले में हमारे पास शिकायत दर्ज करायी थी, जिसके बाद पुलिस ने इस मामले में एक्शन लिया।
खबर यह भी है कि दलित महिला के गांव से चले जाने के बाद लिंगायत समुदाय के सवर्ण वर्ग के लोगों ने न सिर्फ टंकी के नल खोलकर पूरा पानी खाली किया बल्कि उसके बाद टंकी को गोमूत्र से साफ किया गया।
घटनाक्रम के मुताबिक 19 नवंबर को हेगगोथारा गांव में एक दलित युवती शादी में शामिल होने आयी थी, प्यास लगने पर उसने सवर्ण बाहुल्य इलाके की टंकी का पानी पी लिया था। पुलिस को मिली शिकायत के मुताबिक जब दलित युवती नल से पानी पीकर अपनी प्यास बुझा रही थी तो महादेवप्पा नाम के आरोपी ने उसे यह ब्राह्मणों की गली है, कहकर पानी पीने से रोकना चाहा और बाद में अन्य ग्रामीणों के साथ मिलकर गोमूत्र डालकर टैंक का शुद्धीकरण किया गया। टंकी से पानी निकालकर उसे गौमूत्र से पवित्र करने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिस पर लोग तरह तरह की प्रतिक्रिया व्यक्त कर रहे हैं।
सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल होने के बाद स्थानीय प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा घटनास्थल का न सिर्फ दौरा किया गया, बल्कि मामले की जानकारी इकट्टा करने के अलावा तहसीलदार को एक रिपोर्ट भी सौंपी गयी। गौरतलब है कि पीड़ित दलितों ने टंकी प्रकरण की शिकायत स्थानीय तहसीलदार बसवाराजू से की थी।
इस मामले में चामराजनगर तहसीलदार आईई बसवराज ने मीडिया को दिये बयान में कहा है कि अधिकारियों द्वारा जातिगत भेदभाव के इस मामले में जानकारियां एकत्रित कर ली गयी हैं और समाज कल्याण विभाग के सहायक निदेशक को जांच करने और एक रिपोर्ट प्रस्तुत करने का निर्देश भी जारी कर दिया गया है। दलित उत्पीड़न के इस मामले में दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।