चीनी ऐप्स भले ही किए जा रहे हों बन्द, चीन से 'मोस्ट फेवर्ड नेशन' का दर्जा वापस नहीं लेगी सरकार

लोकसभा में एक सवाल के जवाब में मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि चीन को दिये गये ‘मोस्ट फेवर्ड नेशन’ (एमएफएन) के दर्जे को वापस लेने का कोई प्रस्ताव विचाराधीन नहीं है...

Update: 2020-09-22 12:33 GMT

File photo

जनज्वार। एक तरफ चीन लगातार भारत विरोधी हरकतें कर रहा है और केंद्र सरकार चाइनीज ऐप्स को बंद करती जा रही है। हालिया दिनों में चीन सीमा पर तनावों और झड़पों की खबरों के बीच केंद्र सरकार द्वारा कई चीनी ऐप्स को देश में प्रतिबंधित किया जा चुका है दूसरी तरफ चीन को 'मोस्ट फेवर्ड नेशन' का दर्जा हासिल है और फिलहाल सरकार इस दर्जे को वापस लेने का इरादा नहीं रखती।

सरकार ने लोकसभा में कहा है कि इस वित्त वर्ष में अप्रैल से अगस्त के बीच चीन से भारत के आयात में पिछले साल की तुलना में 27.63 प्रतिशत की कमी आई है। वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने लोकसभा में एक सवाल के लिखित जवाब में कहा कि अगस्त में चीन से 4.98 अरब डॉलर का आयात हुआ, वहीं जुलाई में 5.58 अरब डॉलर का आयात हुआ था।

गोयल ने कहा, 'वित्त वर्ष 2020-21 में अप्रैल से अगस्त के बीच चीन से भारत के आयात में पिछले साल इसी अवधि की तुलना में 27.63 प्रतिशत की कमी आई है।'

एक अन्य सवाल के जवाब में पीयूष गोयल ने कहा कि चीन को दिये गये 'मोस्ट फेवर्ड नेशन' (एमएफएन) के दर्जे को वापस लेने का कोई प्रस्ताव विचाराधीन नहीं है।

एमएफएन का दर्जा एक देश द्वारा दूसरे को अंतर्राष्ट्रीय व्यापार में दिया जाता है। मोस्ट फेवर्ड नेशन के दर्जे वाले देश को एक्साइज और अन्य टैक्सों में छूट आदि का पूरा लाभ मिलता है।

इस शब्द का अर्थ है कि जो देश इस व्यवहार का प्राप्तकर्ता है, उसे इस तरह के व्यवहार को प्रदान करने वाले देश द्वारा "सबसे पसंदीदा राष्ट्र" के रूप में मान लिया गया है और इसके तहत समान रूप से व्यापार लाभ प्राप्त करना चाहिए। इसमें व्यापार लाभ में कम टैरिफ या उच्च आयात कोटा शामिल होते हैं। राष्ट्रीय व्यवहार के सिद्धांत के साथ, MFN विश्व व्यापार संगठन व्यापार कानून में से एक है।

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