Sameer Wankhede : गिरफ्तारी के डर से आशंकित समीर वानखेड़े पहुंचे हाईकोर्ट, आरोपों की CBI जांच कराने की अपील खारिज

Aryan Khan Drug Case : खुद के ऊपर उगाही के आरोपों और उन आरोपों की जांच मुंबई पुलिस द्वारा शुरू किए जाने के बाद एनसीबी अधिकारी समीर वानखेड़े की मुश्किलें बढ़ गई हैं।

Update: 2021-10-28 13:11 GMT

(गिरफ्तारी की आशंका से डरे समीर वानखेड़े हाईकोर्ट पहुंचे लेकिन उनकी याचिका खारिज हो गई है)

Aryan Khan Drug Case : खुद के ऊपर उगाही के आरोपों और उन आरोपों की जांच मुंबई पुलिस (Mumbai Police) द्वारा शुरू किए जाने के बाद एनसीबी अधिकारी समीर वानखेड़े (Sameer Wankhede) की मुश्किलें बढ़ गई हैं। इन सबके बीच बुधवार, 27 अक्टूबर को एनसीबी के एक अन्य केस के गवाह ने उनके ऊपर सादे कागज ओर दस्तखत कराने का आरोप लगा दिया है। वसूली का मामला दर्ज होने के बाद वानखेड़े के ऊपर गिरफ्तारी (Arresting) की तलवार लटक रही है।

इन सबके बीच वानखेड़े ने गुरुवार, 28 अक्टूबर को बंबई उच्च न्यायालय (Bombay Highcourt) का दरवाजा खटखटाया है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, उन्होंने अपने ऊपर लगे आरोपों से संबंधित मामले की जांच सीबीआई (CBI Enquiery) से कराए जाने की मांग की। लेकिन कोर्ट ने उनकी अर्जी को खारिज कर दिया।

रिपोर्ट्स के मुताबिक, हाईकोर्ट में महाराष्ट्र सरकार (Maharashtra Government) के वकील ने कहा कि अगर एनसीबी अधिकारी को गिरफ्तार किया जाएगा तो उससे 72 घंटे यानी तीन दिन पहले ही उन्हें इस बारे में सूचना दी जाएगी।

बता दें कि महाराष्ट्र के मंत्री और एनसीपी नेता नवाब मलिक (Nawab Mallick) ने एक-एक कर वानखेड़े पर कई आरोप लगाए हैं, जिनमें बड़ी हस्तियों से उगाही का आरोप भी शामिल है।

इसके बाद भ्रष्टाचार से जुड़े चार मामलों में मुंबई पुलिस ने वानखेड़े के खिलाफ जांच शुरू कर दी है। इसके बाद से यह आशंका थी कि वानखेड़े को मुंबई पुलिस गिरफ्तार कर सकती है। मुंबई पुलिस ने वानखेड़े पर लगे आरोपों की जांच के लिए 4 सदस्यों वाली एक टीम का भी गठन कर दिया है जो, सारे मामलों की जांच करेगी।

बता दें कि समीर वानखेड़े पर यह भी आरोप है कि मुंबई क्रूज ड्रग्स केस (Mumbai Cruise Drug Case) में आर्यन को छोड़ने के एवज में 25 करोड़ की डील पर बातचीत जारी थी।

आर्यन केस में स्वतंत्र गवाह प्रभाकर साइल (Prabhakar Sail) ने बीते दिनों हलफनामे में यह दावा किया था कि आर्यन को छोड़ने के लिए 25 करोड़ की डील हो रही थी, जिसमें 18 करोड़ पर सहमति बन गई थी। इसमें से 8 करोड़ रुपये समीर को दिए जाने थे। 

वहीं, नवाब मलिक ने यह भी आरोप लगाया था कि कोरोना महामारी के दौरान पूरी फिल्म इंडस्ट्री मालदीव (Maldeev) में थी। वानखेड़े और उनका परिवार भी उसी वक्त वहां था। उन्होंने दावा किया कि वानखेड़े ने मालदीव में फिल्मी हस्तियों से उगाही की। 

इस बीच एनसीबी की एक पांच सदस्यीय टीम बुधवार को जांच के लिए मुंबई पहुंची है। यह टीम वानखेड़े और अन्य अधिकारियों के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोपों की जांच करेगी। हालांकि, एनसीबी ने यह भी स्पष्ट कर दिया कि जब तक वानखेड़े के खिलाफ कोई ठोस सबूत नहीं मिलते, वह आर्यन ड्रग केस की जांच की अगुवाई करते रहेंगे। 

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