Aryan Khan Drugs Case : सवालों में घिरे समीर वानखेड़े, अब सतर्कता अधिकारी ज्ञानेश्वर सिंह करेंगे सच का पर्दाफाश
Sameer Wankhede Case : समीर वानखेड़े के खिलाफ केन्द्र सरकार ने दिए कार्रवाई के निर्देश
Aryan Khan Drugs Case : मुंबई क्रूज शिप ड्रग्स केस मामले में एक वीडियो सामने आने के बाद से एनसीबी ( NCB ) के जोनल प्रमुख समीर वानखेड़े ( Sameer Wankhede ) सवालों के घेरे में आ गए हैं। इस बात को लेकर एनसीबी मुख्यालय में वरिष्ठ अधिकारियों की बैठक जारी है। इस बैठक में सरकारी गवाह प्रभाकर के आरोपों पर चर्चा केंद्रीय विषय है। ताजा जानकारी के मुताबिक एनसीबी ने समीर वानखेड़े पर लगे आरोपों की सतर्कता विभाग के अधिकारियों से जांच कराने का फैसला लिया है। इससे साफ है कि एनसीबी ने अपने अधिकारी पर लगे आरोपों को गंभीरता से लेते हुए सच तक पहुंचने की कोशिश कर रहा है।
सर्तकता अधिकारी करेंगे समीर और प्रभाकर से पूछताछ
एनसीबी से मिली ताजा जानकारी के मुताबिक सतर्कता अधिकारी ज्ञानेश्वर सिंह समीर वानखेड़े से इस मामले में पूछताछ करेंगे। अधिकारी ज्ञानेश्वर सिंह सरकारी गवाह प्रभाकर से भी पूछताछ करेंगे। एनसीबी के फैसले से साफ है कि वो वायरल वीडियो में लगे आरोपों को लेकर खुद की स्थिति साफ कर इस मामले में आगे बढ़ना चाहता है। ताकि इस बात का पता चले सके कि समीर ने सरकारी नौकरी पाने के लिए फर्जीवाड़े और सरकारी नौकरी में रहते हुए वसूली जैसे संगीन अपराध किए हैं या नहीं।
वो समीर वानखेड़े है या समीर दाऊद वानखेड़े है - फ़र्क़ इससे नहीं पड़ना चाहिए।
— Vinod Kapri (@vinodkapri) October 25, 2021
महत्वपूर्ण बात ये है कि समीर ने सरकारी नौकरी पाने के लिए फ़र्ज़ीवाड़े और सरकारी नौकरी में रहते हुए वसूली जैसे संगीन अपराध किए हैं या नहीं ?
एनसीबी गंभीरता से करे मामले की पड़ताल
दूसरी तरफ सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्वीटर पर भी इस बात को लकर बहस छिड़ी हुई है कि समीर वानखेड़े सही है या गलत । एक ट्वीटर यूजर विनोद कापड़ी ने अपने पोस्ट में लिखा है कि समीर वानखेड़े हैं या समीर दाऊद वानखेड़े, इससे इससे जांच पर असर नहीं पड़ना चाहिए। अहम यह है कि समीर ने सरकारी नौकरी पाने के लिए फर्जीवाड़े और नौकरी में रहते हुए वसूली जैसे संगीन अपराध किए हैं या नहीं।
मेरी छवि खराब करने की कोशिश
दूसरी तरफ एनसीबी ( NCB ) के जोनल प्रमुख समीर वानखेड़े ( Sameer VanKhede ) न इस मामले में जारी अपने बयान में कहा है कि ऐसा मेरी छवि खराब करने के लिए किया जा रहा है। ताकि आर्यन खान ड्रग्स मामले ( Aryan Khan Drugs Case ) को गलत दिशा में मोड़ा जा सके। उन्होंने कहा कि प्रभाकर के दावों में कोई सच्चाई नहीं है। समीर वानखेड़े इस मामले को लेकर मुंबई पुलिस कमिश्नर को एक चिट्टी भी लिख चुके हैं। अपनी चिट्ठी में उन्होंने पुलिस कमिश्नर से अपील की है कि इस मामले में सच्चाई को जाने बगैर उन्हें गिरफ्तार न किया जाए।
गवाह प्रभाकर का आरोप
दरअसल, मुंबई क्रूज शिप ड्रग्स केस ( Mumbai Cruise Drugs Case ) में रविवार को उस समय नया ट्विस्ट आ गया जब बॉलीवुड अभिनेता शाहरुख खान के बेटे आर्यन खान के खिलाफ केस में गवाह बनाए गए प्राइवेट डिटेक्टर प्रभाकर सेल ने एक हलफनामा देकर चौंकाने वाले खुलासे किए। गवाह प्रभाकर ने एनसीबी के जोनल प्रमुख समीर वानखेड़े और दूसरे गवाह केपी गोसावी के खिलाफ बड़े आरोप लगाए हैं। आरोप लगाने वाला प्रभाकर खुद को केपी गोसावी का बॉडीगार्ड बता रहा है। केपी गोसावी वही शख्स है जिसकी तस्वीर आर्यन खान के साथ वायरल हुई थी। वह प्राइवेट डिटेक्टर है और मामला सामने आने के शुरुआती दिनों में काफी चर्चा में रहा था। गवाह प्रभाकर ने आरोप लगाया है कि उसने केपी गोसावी और सैम को 25 करोड़ रुपए की बात करते सुना था। 18 करोड़ रुपए में बात बन गई, ऐसा कहते सुना है। प्रभाकर का दावा है कि गोसावी और सैम ने कथित तौर पर 18 में से 8 करोड़ रुपए एनसीबी अधिकारी समीर वानखेड़े को देने की बात कही थी। हालांकि, इस मुद्दे पर समीर वानखेड़े का स्पष्टीकरण रविवार को ही आ गया था। उन्होंने अपने बयान में कहा था कि गवाह का बयान पूरी तरह से निराधार है।