बिहार: सारण के कई इलाकों में दुबारा आ गई बाढ़, फिर से ऊंचे स्थानों पर शरण लेने लगे लोग
जुलाई माह में गोपालगंज जिले के बैकुंठपुर थानांतर्गत पकहाँ गांव में सारण तटबंध टूटने से बाढ़ ने जिले के पानापुर ,मशरक ,तरैया ,अमनौर ,मढ़ौरा ,परसा ,दरियापुर आदि प्रखंडों में भारी तबाही मचायी थी...
जनज्वार ब्यूरो, पटना। बिहार में चुनावी गहमागहमी के बीच सारण में एक बार से बाढ़ ने दस्तक दे दी है। राज्य के सारण जिला के कई इलाकों में फिर से बाढ़ रिटर्न हो गई है। जिला के पानापुर प्रखंड के तीन पंचायतों में दुबारा बाढ़ का पानी प्रवेश कर गया है, जिससे लोग फिर से ऊंचे स्थानों पर शरण लेने को मजबूर हो गए हैं।
गंडक नदी के जलग्रहण क्षेत्रों में पिछले दिनों हुई भारी बारिश एवं नेपाल द्वारा वाल्मीकिनगर बराज से लगभग चार लाख क्यूसेक पानी छोड़े जाने के कारण जिले में एक बार फिर बाढ़ ने दस्तक दे दी है। जुलाई माह में गोपालगंज जिले के बैकुंठपुर थानांतर्गत पकहाँ गांव में सारण तटबंध टूटने से बाढ़ ने जिले के पानापुर ,मशरक ,तरैया ,अमनौर ,मढ़ौरा ,परसा ,दरियापुर आदि प्रखंडों में भारी तबाही मचायी थी।
लगभग एक माह तक बाढ़ की विभीषिका झेल चुके लोगो की जिंदगानी धीरे धीरे पटरी पर लौट रही थी, लेकिन एक बार फिर से बाढ़ की दस्तक से लोग दुबारा विस्थापित होने के लिए मजबूर हो गए हैं।
तेज बारिश एवं नेपाल द्वारा भारी मात्रा में पानी छोड़े जाने से पकहाँ स्थित सारण तटबंध एक बार फिर ध्वस्त हो गया है, जिससे बाढ़ का पानी रविवार से प्रखंड के बेलौर , सतजोड़ा एवं टोटहा जगतपुर पंचायत के विभिन्न गांवों में तेजी से फैल रहा है।
इस बीच बाढ़ की मार झेल चुके ग्रामीणों ने एक बार फिर नहरों, सड़को एवं ऊंचे स्थानों पर अपना अस्थायी आशियाना बनाना शुरू कर दिए है। वहीं गंडक नदी के जलस्तर में वृद्धि के कारण सारण के निचले इलाकों पृथ्वीपुर ,सलेमपुर ,बसहिया ,रामपुररूद्र 161 आदि गांवों में बाढ़ का पानी प्रवेश कर जाने से आम जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है। बाढ़पीड़ित फिर से सारण तटबंध पर शरण लेने को मजबूर हो गए हैं।