110 km दूर बच्चे मर रहे थे PM जलसा कर रहे थे, पत्रकार ने कहा 18 साल से नीचे वोटर नहीं होते
बुखार का इलाज अभी तक नहीं निकाला जा सका है। पीएम ने अपनी रैली या भाषण से एक बार भी फिरोजाबाद का जिक्र तक करना जरूरी नहीं समक्षा। या फिर उन्हें अपनी मरती जनता के प्रति संवेदना ही नहीं है...
जनज्वार, अलीगढ़/फिरोजाबाद। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज अलीगढ़ पहुँचे थे। वहां उन्होने राजा महेंद्र प्रताप सिंह का नाम लेकर पश्चिमी उत्तर प्रदेश के नाराज जाटों को साधने का भरसक प्रयास किया। लेकिन इस बीच फिरोजाबाद की जो भयावह तस्वीर सामने आ रही है, उसपर भी पीएम को ध्यान देना चाहिए।
प्रधानमंत्री अलीगढ़ की धरती पर जिस समय रक्षा उपकरण की फैक्ट्री सहित तमाम योजनाओं की लांचिंग में व्यस्त थे ठीक उसी समय 110 किलोमीटर दूर फिरोजाबाद में कई माओं की गोद उजड़ रही थी। कई घरों का चिराग बुझ जाने की कगार पर है। अस्पतालों में जगह नहीं मिल रही थी।
वरिष्ठ पत्रकार दीपक शर्मा ने ट्वीट किया कि, 'अलीगढ़ में पीएम बोल रहे थे और 110km दूर फिरोजाबाद में सैकड़ों बीमार बच्चे अस्पताल में एक अदद बेड के लिये संघर्ष कर रहे थे। नाराज जाट किसानों को रिझाने के लिये अलीगढ़ का जलसा जरूरी था। वैसे भी 18 साल से कम बच्चे वोट नहीं देते।'
गौरतलब है कि फिरोजाबाद में मौतों का आंकड़ा अब तक 150 को भी पार कर गया है। लोगों का मानना है इससे ज्यादा मौतें हुईं हैं, लेकिन पुष्टि नहीं की गई है। योगी आदित्यनाथ 'अब्बा जान' पर भाषण खोल रहे हैं। तरक्की और जाती जानों के बीच हिंदू-मुस्लिम का काढ़ा बांटा पिलाया जा रहा है।
फिरोजाबाद में वायरल फीवर फैले एक महीने से भी ज्यादा का समय हो गया है। लेकिन इलाज अभी तक नहीं निकाला जा सका है। पीएम ने अपनी रैली या भाषण से एक बार भी फिरोजाबाद का जिक्र तक करना जरूरी नहीं समक्षा। या फिर उन्हें अपनी मरती जनता के प्रति संवेदना ही नहीं है।
पीएम मोदी मंगलवार को राजा महेंद्र प्रताप सिंह विश्वविद्यालय के उद्घाटन समारोह में हिस्सा लेने के लिए उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ पहुंचे थे। यहां उन्होंने अपने भाषण के दौरान यूपी का चुनावी बिगुल भी फूंका। मोदी ने विपक्ष पर निशाना साधते हुए उन्हें विकास विरोधी ताकतें करार दिया। हालांकि पीएम यूपी को उन ताकतों से बचाने की अपील भी कर गये हैं।