Karnataka sexual abuse case : संत शिवमूर्ति शरणारू यौन शोषण के आरोप में गिरफ्तार, पूर्व विधायक पर लगा साजिश रचने का आरोप
Karnataka sexual abuse case : कर्नाटक यौन शोषण न्यूज : महंत शिवमूर्ति शरणारू के खिलाफ यौन शोषण के साथ अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति अत्याचार निवारण कानून के तहत मामला दर्ज किया गया है।
Karnataka sexual abuse case : कर्नाटक के श्री मुरुघ मठ के मुख्य पुजारी शिवमूर्ति मुरुघ शरणारू ( Sant Shivamurthy Sharanaru ) को नाबालिग लड़कियों के यौन शोषण ( sexual abuse ) के मामले में गिरफ्तारी ( Sant Shivamurthy Sharanaru arrested ) के बाद 14 दिन की न्यायिक हिरासत में चित्रदुर्ग जिला जेल भेज दिया गया है। कर्नाटक पुलिस ( Karnataka P{olice) 03 अगस्त को अदालत में रिमांड पर लेने की मांग करेगी। अदालत ने 2 अगस्त तक उनकी जमानत पर रोक ( Ban on bail til 02 septemner ) लगा दी है।
कर्नाटक के चित्रदुर्ग जिले के प्रसिद्ध मठ के महंत शरणारू ( Sant Shivamurthy Sharanaru ) के खिलाफ बच्चों को यौन अपराधों से संरक्षण कानून ( POCSO) के तहत मामला दर्ज किया गया है। यौन शोषण ( Sexual abuse ) का मामला सामने आने के बाद मुरुघा मठ के छात्रों को सरकारी छात्रावास में स्थानांतरित कर दिया गया है।
चित्रदुर्ग स्थित मठ में यौन शोषण का मामला सामने आने के बाद कई माता-पिता अपने बच्चों को घर ले गए। दूसरी तरफ महंत के खिलाफ सख्त कार्रवाई को लेकर दलित संगठनों ने मंगलवार और बुधवार को जोरदार प्रदर्शन किया। एससी-एसटी कानून के उल्लंघन का आरोप भी संत शरणरु पर लगा है। यह मामला सामने आने के बाद से चित्रदुर्ग पुलिस टीम लगातार मठ और छात्रावास का दौरा कर रही है।
शरणारू पुलिस जांच में पूरी तरह से सहयोग करने को तैयार
हालांकि, संत शरणारू ने दावा किया है कि उनके खिलाफ लगाए गए आरोप एक साजिश है। सभी आरोप बेबुनियाद हैं। उन्होंने भरोसा जताया कि वह मामले में पाक-साफ होकर सामने आएंगे। उन्होंने यह भी कहा कि वह कानून का पालन करने वाले हैं और जांच में सहयोग करेंगे।
संत शरणारु लिंगायत समुदाय से रखते हैं ताल्लुक
इस बीच अधिवक्ताओं के एक समूह ने कर्नाटक उच्च न्यायालय की निगरानी में जांच कराने की मांग की है। वहीं कर्नाटक में साल 2023 में प्रस्तावित विधानसभा चुनाव को देखते हुए राजनीतिक दल शिवमूर्ति मुरुगा शरणारू के खिलाफ आरोपों पर फूंक.फूंककर कदम उठा रहे हैं। बता दें कि संत शरणारु लिंगायत समूह से ताल्लुक रखते हैं। लिंगायत धार्मिक समूहों का कर्नाटक की राजनीति में प्रभावी दखल रहा है।
SDM के सामने पीड़िता ने दर्ज कराए बयान
इस मामले में राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग ने महंत के खिलाफ यौन उत्पीड़न के आरोपों की कर्नाटक पुलिस से जांच रिपोर्ट मांगी है। मीडिया की खबरों के मुताबिक महंत पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाने वाली दो नाबालिग लड़कियों ने मंगलवार को एक मजिस्ट्रेट के सामने अपना बयान दर्ज कराया है। मजिस्ट्रेट के सामने बयान दर्ज होने के बाद ही संत शरणारु को पुलिस ने गिरफ्तार किया है।
पूर्व विधायक बसवराजन और उनकी पत्नी पर लगा महंत के खिलाफ साजिश रचने का आरोप
मठ के प्रशासनिक अधिकारी एस के बसवराजन ने बृहस्पतिवार को कहा कि वह महंत शिवमूर्ति मुरुगा शरणारु के खिलाफ किसी साजिश में शामिल नहीं हैं। उन्होंने बच्चों की रक्षा करने की कोशिश कर अपना कर्तव्य निभाया है। मठ के अधिकारियों ने पूर्व विधायक बसवराजन और उनकी पत्नी पर महंत के खिलाफ साजिश रचने का आरोप लगाया था।
आने वाले दिनों में सभी को सब कुछ पता चल जाएगा
Karnataka sexual abuse case : खुद के खिलाफ लगे आरोपों के बाद पूर्व विधाय बसवराजन ने पहली बार अपनी चुप्पी तोड़ते हुए कहा कि आने वाले दिनों में सभी को सब कुछ पता चल जाएगा और अगर बच्चे सही हैं तो उन्हें न्याय मिलेगा। इस बीच बसवराजन और उनकी पत्नी को यहां की एक अदालत ने यौन उत्पीड़न और अपहरण के एक मामले में जमानत दे दी। उनके खिलाफ यह शिकायत एक महिला ने दर्ज कराई थी। शिकायतकर्ता मठ की एक कर्मचारी है। बसवराजन ने कहा कि उनके और उनकी पत्नी के खिलाफ मामला पूरी तरह से गलत और महंत तथा चार अन्य लोगों के खिलाफ दर्ज मामलों को लेकर जवाबी आरोप है।