Gwalior News: उज्जैन में लुटेरी दुल्हनों का आतंक, MP के कई शहरों में व्यवसायियों को बनाया शिकार
Gwalior News: पीड़ित कारोबारी ने बताया कि शादी के बाद दोनों दुल्हन करीब 15 से 20 दिन तक ससुराल में रहीं। बाद में दोनों बहनें अपने मायके चली गईं, लेकिन कई दिन बीत जाने के बाद भी वे वापस नहीं लौंटी...
Madhya Pradesh News: अगर आप मध्य प्रदेश में रहते हैं, कुंवारे हैं और कारोबार करते हैं, तो सावधान हो जाइए। क्योंकि, मध्य प्रदेश के कई शहरों में लुटेरी दुल्हनों का आतंक चरम पर हैं। ये दुल्हनें पहले कारोबारियों को अपने सुंदरता के जाल में फंसाती हैं और फिर फर्जी परिवार और घर पता बताकर शादी करती है। फिर शादी के 15-20 दिन होते ही ये घर का सारा सामान लेकर फरार हो जाती है। मध्य प्रदेश के इंदौर, ग्वालियर, उज्जैन समेत कई शहरों में ऐसी अनेकों लुटेरी दुल्हनों का गिरोह काम कर रहा है। एमपी की ग्वालियर पुलिस ने एक ऐसे ही लुटेरी दुल्हनों के भैया संदीप शर्मा को गिरफ्तार किया है। यह फर्जी भैया अपनी गैंग की लुटेरी दुल्हनों के लिए कारोबारी लड़का फंसाता था। फर्जी बहनों की शादी करवाकर व्यवसायियों के घर में एन्ट्री करावाता और फिर शादी के कुछ दिन बाद ही लुटेरी दुल्हन कैश और सोना लेकर फरार हो जाती थीं। गिरफ्तार युवक गिरोह का मास्टर माइंड है। पुलिस ने दो लुटेरी दुल्हनों को भी पकड़ा है, वहीं एक दुल्हन अब भी फरार है।
पीड़ित कारोबारी ने किया गिरोह का पर्दाफाश
दरअसल, एक पीड़ित कारोबारी ने लुटेरी दुल्हनों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी। ग्वालियर के बिलौआ निवासी नागेन्द्र जैन का कपड़े का व्यवसाय है। उन्होंने बताया कि 3 दिसंबर 2020 को उन्होंने अपने छोटे भाई दीपक जैन और सुमित जैन की शादी उज्जैन की नंदनी मित्तल और रिंकी मित्तल नाम की लड़कियों से कराई थी। दोनों लड़कियों का रिश्ता लेकर उनके फर्जी भाई संदीप मित्तल आए थे। यह रिश्ता समाज के बाबूलाल जैन ने तय करवाया था। शादी के वक्त दोनों लड़कियों की जाति वैश्य बनिया बताई गई था। पीड़ित के अनुसार, लड़कियों ने अपना असली नाम, पता और जाति गलत बताया था।
शादी के बाद जेवर और कैश लेकर हुईं फरार
पीड़ित कारोबारी ने बताया कि शादी के बाद नंदनी और रिंकी करीब 15-20 दिन तक ससुराल में रहीं। बाद में दोनों बहनें अपने मायके जाने का बहाना कहकर चली गईं। घटना का पता उस समय चला जब कई दिन बीत जाने के बाद भी वे वापस नहीं लौंटी। हर बार दोनों वापस आने का वादा करतीं और मुकर जाती। कई दिन बीत जाने के बाद जब घर वालों को शक हुआ तो कमरों की तलाशी ली गई। फिर पता चला कि दोनों बहनें घर का सारा जेवर और लगभग 7 लाख नकद अपने साथ ले गई हैं। पीड़ित के अनुसार शादी के समय उन्हें बताया गया था कि सगी बहनों के माता-पिता की मौत हो चुकी है।
पहले से शादीशुदा निकली दुल्हन
अपने साथ हुए धोखाधड़ी का अहसास होने के बाद पीड़ित कारोबारी ने पुलिस से दोनों दुल्हन और उसके भाई के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई। इसके बाद जांच में कई चौंकाने वाले मामले सामने आए। पुलिस ने पाया कि दोनों दुल्हनों के खिलाफ उ्ज्जैन में पहले से धोखाधड़ी का मामला दर्ज है। लुटेरी दुल्हनों का यह गैंग प्रदेश के इंदौर, उज्जैन और ग्वालियर में वारदात को अंजाम दे चुके हैं। पीड़ित कारोबारी ने बताया कि सोशल मीडिया अकाउंट पर उनके भाइयों से शादी करने वाली लड़कियों की फेसबुक आईडी दिखाई दी जिनमें उनके नाम अलग थे। इन लड़कियों ने अलग-अलग नामों से बहुत सारी फेसबुक आईडी बना रखी हैं। उनके फर्जी भाई का भी सोशल मीडिया पर अलग नामों से कई अकाउंट हैं। जांच में बता चला कि दोनों लड़कियां पहले से ही शादीशुदा हैं। एक फर्जी दुल्हन का तो पहले से ही एक बेटा भी है।
लुटेरी दुल्हनों ने किया सरेंडर
पीड़ित कारोबारी की शिकायत मिलने के बाद बिलौआ थाना प्रभारी रमेश शाक्य ने एक टीम गठित की और आरोपियों की तलाश शुरू की। पुलिस ने बताया कि दो आरोपियों को पहले ही गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया था। कारोबारी से धोखाधड़ी कर नकली शादी करने वाली दुल्हन नंदनी और रिंकी ने डबरा न्यायालय में आत्मसमर्पण कर दिया। वहीं दुल्हनों के फर्जी भाई को उज्जैन से गिरफ्तार किया गया। युवक का नाम यह संदीप शर्मा है और इसने ही दोनों लुटेरी दुल्हनाें का भाई संदीप मित्तल बनकर रिश्ता तय किया था। गिरफ्तार युवक ही पूरे धोखाधड़ी का मास्टरमाइंड निकला। इसने इंदौर, उज्जैन और ग्वालियर में कई युवकों को चूना लगाया है। आरोपी के पास से एक सोने की अंगूठी, चांदी की एक पायल और 12,500 नगद रूपये बरामद किये गये। पुलिस ने बताया कि लूट के शेष जेवरात और कैश बरामद करने को लेकर प्रयास जारी है।