योगी की पुलिस के खिलाफ रात 2 बजे धरने पर बैठे BJP विधायक पंकज गुप्ता, लगाए ये गंभीर आरोप

उत्तर प्रदेश में तेजी से बढ़ रहे अपराध और पुलिस व्यवहार से आम जन ही नहीं, बल्कि भारतीय जनता पार्टी के विधायक भी नाराज हैं। दरअसल, उन्नाव सदर सीट से भाजपा विधायक पंकज गुप्ता सदर कोतवाली परिसर में बुधवार की देर रात करीब 2 बजे धरने पर बैठ गए।

Update: 2020-07-30 05:32 GMT

जनज्वार। उत्तर प्रदेश में तेजी से बढ़ रहे अपराध और पुलिस व्यवहार से आम जन ही नहीं, बल्कि भारतीय जनता पार्टी के विधायक भी नाराज हैं। दरअसल, उन्नाव सदर सीट से भाजपा विधायक पंकज गुप्ता सदर कोतवाली परिसर में बुधवार की देर रात करीब 2 बजे धरने पर बैठ गए। इस दौरान भाजपा विधाक पंकज गुप्ता ने उन्नाव पुलिस मुर्दाबाद और चोर पुलिस के नारे लगाए। बता दें कि सदर विधायक समर्थकों के साथ सुबह 5 बजे तक धरने पर बैठे रहे। हालांकि सुबह 5 बजे डीएम और एसपी कोतवाली पहुंचे जिसके बाद धरना खत्म हुआ।

दरअसल, उन्नाव के इंदिरा नगर इलाके में मंदिर निर्माण करा रहे लोगों को जिला अस्पताल चौकी प्रभारी रामजीत यादव पकड़ कर कोतवाली ले आए। जब यह मामला सदर विधायक पंकज गुप्ता के पास पहुंचा तो उन्होंने उन्हें नियमानुसार छोड़ने के लिए कहा, लेकिन मंदिर निर्माण कर रहे लोगों को छोड़ने के बजाय उनकी पिटाई कर हवालात में डाल दिया गया। हालांकि, सीओ सिटी आश्वासन देते रहे कि कोई कार्रवाई नहीं होगी।

पुलिस द्वारा पिटाई और हवालात में डालने की बात पता चली तो सदर विधायक पंकज गुप्ता को स्वयं कोतवाली पहुंच गए। तब पुलिस ने आनन-फानन उन अभियुक्तों का चालान कर दिया। जिसके बाद सदर विधायक वहीं धरने पर बैठ गए। इस दौरान उन्होंने उन्नाव पुलिस के खिलाफ संभ्रांत नागरिकों व भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ लगातार गलत व्यवहार के गंभीर आरोप लगाए। करीब 4 घंटे बाद सीओ सिटी सदर विधायक पंकज गुप्ता से वार्ता करने के लिए आए तो सदर विधायक ने स्पष्ट रूप से कहा कि जिनको पुलिस द्वारा बन्द किया गया है वे अपराधी नहीं हैं, उनके साथ पुलिस द्वारा जो मारपीट की गई है, उसका चिकित्सीय परीक्षण कराकर दोषियों के खिलाफ मुकदमा लिखा जाए।

जब बात नहीं बनी तो अपर पुलिस अधीक्षक ने भी प्रयास किया, लेकिन वार्ता असफल रही। करीब 6 घंटे बाद जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक रोहन पी कनाय सदर कोतवाली परिसर पहुंचे। उन्होंने शिकायती पत्र लेते हुए आश्वस्त किया कि उनका चिकित्सीय परीक्षण कराकर दोषियों के खिलाफ वैधानिक कार्रवाई की जाएगी। तब धरना समाप्त हुआ। हालांकि उन्होंने कहा कि पूरे मामले को विधानसभा सदन में उठाया जाएगा साथ ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के भी संज्ञान में लाया जाएगा।

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