Uttarpradesh Election : जयंत चौधरी भी लगा रहे पूरी ताकत, चुनावी सभाओं में किसानों के मुद्दों पर फोकस
Uttarpradesh Election :जयंत चौधरी ने केंद्र और प्रदेश सरकार पर जमकर हमला बोला है, उन्होंने कहा कि लखीमपुर खीरी की घटना से पूरे देश के किसानों को चोट पहुंची है, इसका बदला लेने के लिए किसानों को एकजुट होना पड़ेगा..
Uttarpradesh Election : उत्तरप्रदेश (Uttar Pradesh) में होने वाले विधानसभा चुनाव में राष्ट्रीय लोक दल (RLD) भी पूरी ताकत से मैदान में उतर गई है। रालोद के अध्यक्ष जयंत चौधरी (Jayant Chaudhary) प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में रैली कर पार्टी के पक्ष में माहौल बना रहे हैं। फिलहाल वो आशीर्वाद पथ यात्रा के क्रम में दौरे कर रहे हैं। इस दौरान वे देश और प्रदेश की बीजेपी सरकारों पर हमले कर रहे हैं साथ ही किसानों के मुद्दों को भी प्रमुखता से उठा रहे हैं। बुधवार को उन्होंने हाथरस और बुलंदशहर में आयोजित जनसभाओं को संबोधित किया।
इस दौरान उन्होंने बीजेपी सरकार (BJP Government) पर हमला बोला। जयंत ने कहा, "सरकार के विरोध में बोलने वालों की आवाज को दबाने के लिए केंद्र सरकार गैर कानूनी गतिविधि (निवारण) अधिनियम (यूएपीए) के तहत कार्रवाई की जा रही है।" जयंत ने केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा 'टेनी' (Ajay Mishra Teni) के खिलाफ कार्रवाई नहीं करने पर भी केंद्र की सरकार को घेरा।
जयंत चौधरी ने केंद्र और प्रदेश सरकार पर जमकर हमला बोला है। उन्होंने कहा कि लखीमपुर खीरी की घटना से पूरे देश के किसानों को चोट पहुंची है। इसका बदला लेने के लिए किसानों को एकजुट होना पड़ेगा। इस बार सरकार किसानों को नहीं, बल्कि किसान सरकार को रोक देंगे।
आशीर्वाद पथ यात्रा (Ashirwad Path Yatra) के दौरान अपने संबोधन की शुरुआत करते हुए जयंत ने कहा कि किसानों से आशीर्वाद लेने के लिए आए हैं। समय कठिन और खराब है, यूपी में लड़ाई लंबी और कठिन होगी।
उन्होंने कहा, "भाजपा की केंद्र और प्रदेश सरकार किसान विरोधी है। गन्ने का भुगतान 14 दिन में हुआ नहीं, पांच साल में सिर्फ 35 पैसे प्रति किलो गन्ने के दाम बढ़े हैं। किसानों की आय दोगुनी नहीं हुई। अडानी की संपत्ति में उछाल आया है। जब से मोदी सरकार आई है, महंगाई के अलावा कुछ नहीं बढ़ा है। युवा बेरोजगार घूम रहे हैं, खेती घाटे का सौदा साबित हो रही है।"
जयंत ने आगे कहा, "प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) को केंद्रीय गृह राज्य मंत्री को गिरफ्तार करना चाहिए था, लेकिन वह गिरफ्तार नहीं किये गए और इसकी बजाय उन्हें दिल्ली बुलाया गया। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने उन्हें अपने बगल में बिठाया। इसके बाद उन्होंने उन्हें आशीर्वाद देकर वापस भेज दिया ताकि वह किसानों को कुचलने और विरोध में उठने वाले स्वर को दबाने का अपना काम कर सकें।"
जयंत ने कहा, "एक कानून है यूएपीए, (UAPA) जिसका इस्तेमाल आतंकी घटनाओं को रोकने के लिए किया जाता है। आज उसी कानून के इस्तेमाल से सरकार अपने विरोध में उठने वाले स्वरों को दबा रही है। जब से मोदी जी सत्ता में आए हैं, यूएपीए के तहत 8,300 मामले दर्ज किये गए हैं। यह कानून उनके खिलाफ इस्तेमाल किया जा रहा है जो सरकार के विरोध में बोलते हैं।"
इससे पहले बुलंदशहर की सभा में रालोद अध्यक्ष ने किसानों के मुद्दे को उठाया। साथ ही उन्होंने कहा कि बुलंदशहर में लोस चुनाव से पहले दंगा भड़काने की कोशिश हुई। स्याना कांड में मारे गए तत्कालीन इंस्पेक्टर सुबोध के परिजनों को इस सरकार ने अभी तक न्याय नहीं दिलाया। साथ ही उन्होंने कहा कि यूपी अपराधों में नंबर वन है। हत्या, अपहरण और महिलाओं पर अत्याचार बढ़े हैं।
जयंत चौधरी ने यहां सभा को संबोधित करते हुए हाथरस कांड को भी सरकार की देन करार दिया। सभा के अंत मे लखीमपुर खीरी में मारे गए किसानों की आत्मा की शांति के लिए दो मिनट का मौन रखा गया।
जयंत चौधरी ने कहा कि रालोद विधानसभा चुनाव का घोषणा पत्र 31 अक्तूबर को जारी करेगा। उन्होंने पुलिसकर्मियों की समस्या को इंगित करते हुए कहा कि हमारी सरकार आने पर प्रदेश में सुप्रीम कोर्ट द्वारा निर्देशित प्रकाश सिंह कमेटी को लागू करेगी। इससे पुलिस में सुधार होगा।
उन्होंने वादा किया कि उनकी पार्टी की सरकार बनने पर पुलिस की भर्ती में महिलाओं को 50 फीसदी आरक्षण दिया जाएगा। हाथरस कांड पर चुटकी लेते हुए जयंत बोले कि महिलाएं पुलिस में भर्ती होने के बाद कम से कम डंडा तो नहीं मारेंगी। प्रत्येक किसान को 12 हज़ार रुपये सम्मान निधि देने और सीमांत किसानों को 15 हजार रुपये देने की बात भी कही।