Uttarakhand flood : उत्तराखंड में आफत की बारिश, देहरादून-पौड़ी में बादल फटा, सोंग नदी का पुल बहा तो चम्पावत में बोल्डर की चपेट में आकर एक की मौत

Uttarakhand flood : घर से कुछ दूरी पर अचानक पहाड़ी से बोल्डर गिरकर महेश के सिर पर लगा और वह अचेत होकर वहीं गिर गया। सूचना पर गांव के लोग मौके पर पहुंचे, जिसके बाद घायल को चिकित्सालय पहुंचाया जहां उसे मृत घोषित कर दिया...

Update: 2022-08-20 06:49 GMT

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Uttarakhand rain :  शुक्रवार 19 अगस्त के दिन सुबह से ही हुई रिमझिम बारिश ने देर रात होते.होते विकराल रूप धारण कर लिया। शनिवार 20 अगस्त की तड़के तक हुई बेपनाह बारिश से उत्तराखंड के दो जिलों में बादल फटने की घटना हुई। भूस्खलन और पहाड़ी से बोल्डर गिरने की वजह से दो लोगों की मौत की खबर है।

देहरादून के रायपुर के सरखेत गांव में कल रात बादल फट गया, जिससे तमाम लोगों की जान पर बन आई। सूचना पर एसडीआरएफ की टीम मौके पर पहुंची और लोगों को सकुशल बचाया। कुछ ग्रामीणों ने पास के एक रिसॉर्ट में शरण ली। एसडीआरएफ का कहना है कि स्थिति काबू में है। बताया जा रहा है कि बादल फटने की घटना रात करीब पौने तीन बजे हुई।

एसडीआरएफ को जब बादल फटने की सूचना मिली तो टीम तुरंत रवाना हुई। लगातार हो रही मूसलाधार बारिश के कारण मालदेवता पर सड़क बंद होने के चलते टीम को मौके पर पैदल ही जाना पड़ा। बादल फटने के कारण नदी एवं कुवा खाला में पानी आने से ग्राम सरखेत में कुछ मकानों में पानी घुस आया। टीम ने ग्राम सरखेत में फंसे सभी लोगों को रेस्क्यू कर सुरक्षित कर दिया गया है। मालदेवता क्षेत्र में बादल फटने से सात घर बहने की सूचना है। शेरकी गांव क्षेत्र में बादल फटने की घटना हुई है।

बादल फटने के बाद आए भारी मलबे में कई वाहन बह गए। किसी भी प्रकार की जनहानि नहीं हुई है। चार पांच किलोमीटर आगे कुछ लोग रिसॉर्ट में पनाह लिए हुए हैं, जिन्हें रेस्क्यू करने हेतु टीम जा रही है। इसी स्थान पर दो युवक स्कूटी सहित नही में गिर गए। इनमें एक तो खुद ही बाहर निकल गया, जबकि दूसरा करीब तीन सौ मीटर तक बह गया। उसे एसडीआरएफ के जवानों से सकुशल बाहर निकाल लिया। विधायक काऊ के मुताबिक, नदी में ही एक कार भी मिली। इसमें महिला सहित कई व्यक्ति घायल अवस्था में हैं। उसका भी रेस्क्यू किया जा रहा है। भारी बारिश के चलते नदी नाले उफान पर हैं।


बादल फटने की सूचना मिलते ही सुबह सुबह कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी गांव में पहुंचे। उन्होंने लोगों से बातचीत की और हालात का जायजा लिया। नेशनल हाईवे 58 ऋषिकेश से देवप्रयाग के बीच पांच जगहों पर बाधित हो गया है। प्रशासन ने श्रीनगर और ऋषिकेष से जाने वाले वाहनों को दूसरे मार्गों की तरफ डाइवर्ट कर दिया है। यह नेशनल हाईवे देर रात से बंद है। देर रात से हो रही मूसलाधार बारिश के चलते नदियां ओर बरसाती नाले उफान पर हैं। सौंग नदी में बाढ़ आने की वजह से रायपुर थानो रोड पर सौंग नदी का पुल बह गया है। सुसुआ और जाखन नदियों का भी जल स्तर बढ़ गया है। जिससे नदी के किनारे रहने वाले लोगों को खतरा पैदा हो गया है। डोईवाला में सौंग नदी के किनारे रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेज दिया गया है। वहीं सुसुआ नदी के किनारे रहने वाले लोग भी दहशत में हैं।

टिहरी जिला भी बरसात से हुआ प्रभावित

दूसरी तरफ टिहरी जिले बीती रात भारी बारिश से जिले में कई ग्रामीण इलाकों में नुकसान की सूचना है। जौनपुर ब्लाक के घुड़साल गांव और कुमालड़ा में पुल ओर रास्ते टूटने से ग्रामीण गांव में ही कैद हो गए हैं। डीएम मौके के लिए रवाना हो गए हैं। घनसाली तहसील में चमी गदेरे के ऊफान पर आने से कई हेक्टेयर कृषि भूमि मलबे से पट गई है।

पौड़ी जिले में भी बादल फटने से भारी नुकसान

पौड़ी जिले के यमकेश्वर ब्लॉक के ऊपरी क्षेत्रों में बादल फटने से ताल घाटी, हेवल घाटी और यमकेश्वर की सतरुद्रा नदी में बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं। यमकेश्वर क्षेत्र में कुछ जगह वाहनों के बहने और भू-कटाव से भारी नुकसान की हुआ है। हेवल घाटी में नदी में आए ऊफान से कुछ कार और घरों को नुकसान पंहुचा है। वहीं ताल घाटी के दिवोगी ग्राम सभा के कंडरह गांव में धनवीर सिंह रावत की दुकान और गोशाला बह गयी है। जबकि गांव भी खतरे की जद में आ गया है। ताल घाटी का सब जगह से सम्पर्क कट गया है। यहां नदी तटीय क्षेत्र में स्थानीय लोग सारी रात डरकर जागते रहे। यमकेश्वर मंदिर प्रांगण में भी नुकसान की सूचना है। वहीं पनयारी गदेरे में अतिवृष्टि से काफी नुकसान होने की सूचना मिल रही है। यहां कई वाहन नदी के तेज बहाव में बहने की सूचना है। नीलकंठ के आसपास के गांव मराल, तलाई व खैरखाल आदि में भी नुकसान होने की खबर है।


यमकेश्वर के बैरागढ़ में अतिवृष्टि के चलते बैरागढ़ गधेरे में भारी ऊफान आ गया। जिससे यहां आधा दर्जन चौपाया व दुपहिया वाहन नदी में बह गए। कुछ वाहन अभी भी मलबे में दबे हुए हैं। स्थानीय निवासी व क्षेत्र पंचायत सदस्य सुदेश भट्ट ने बताया कि बैरागढ़ क्षेत्र में कई कैंप भी हैं, जिनमें पर्यटक ठहरे हुए थे। लोक निर्माण विभाग की ओर से मुख्य सड़क मार्गों को खोलने के लिए गट्टू घाट, पोखाल और गरुड़ चट्टी में जेसीबी तैनात की गई है।

हालांकि किसी कैंप को नदी के बहाव से नुकसान नहीं पहुंचा। मगर, यहां खड़े पर्यटकों के वाहन वह गए हैं। उन्होंने बताया कि बैरागढ़ में ही चार कारें नदी में बह गईं हैं। जबकि दो कारें अभी भी मलबे में दबी हैं। कुछ स्कूटी व बाइक भी यहां बही हैं। यमकेश्वर के ही वीरकाटल क्षेत्र में कुछ मकान ढह गए हैं। राजस्व उपनिरीक्षक उदयपुर तल्ला महिपाल सिंह पुलिस की ओर जिलाधिकारी पौड़ी को भेजी गई रिपोर्ट में बताया है कि शुक्रवार की रात अतिवृष्टि के कारण मकान की दीवार गिरने से ग्राम बिनक उदयपुर तल्ला तीन तहसील यम्केश्वर में दर्शनी देवी (70 वर्ष) पत्नी मार्गशीरू की दबकर मौत हो गई है। ग्राम वासियों की मदद से शव को निकाल लिया गया।


दो जिलों के स्कूल बंद

देहरादून और पौड़ी में स्कूलों की छुट्टी भारी बारिश के चलते देहरादून जिले के सभी स्कूलों में अवकाश घोषित कर दिया गया है। देहरादून में शुक्रवार रात से लगातार हो रही बारिश के चलते मुख्य शिक्षा अधिकारी देहरादून डा. मुकुल कुमार सती ने स्कूलों में अवकाश घोषित कर दिया है। शनिवार की सुबह जब बच्चे स्कूल पहुंच गए तब छुट्टी का आदेश आया। इससे बच्चे और अभिभावक परेशान हुए। स्कूल प्रबंधनों का कहना है कि शिक्षा विभाग ने सुबह सात बजे से साढ़े सात बजे के बीच छुट्टी की सूचना दी। भारी वर्षा में स्कूल पहुंचकर अब बच्चे वापस लौटे। पौड़ी जिले में भी स्कूलों की छुट्टी कर दी गई। जिलाधिकारी गढ़वाल ने मौसम खराब और अतिवृष्टि होने के कारण शनिवार को जनपद पौड़ी गढ़वाल के सभी आंगनबाड़ी और 12वीं तक के स्कूल बंद करने का आदेश जारी किया है।

देहरादून और पौड़ी में स्कूलों की छुट्टी भारी बारिश के चलते देहरादून जिले के सभी स्कूलों में अवकाश घोषित कर दिया गया है

चम्पावत में बोल्डर की चपेट में आने से एक की मौत

चम्पावत के बाराकोट विकास खंड के नौमाना गांव में पहाड़ी से गिरे पत्थर की चपेट में आने से एक युवक की मौत हो गई है। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के बाद स्वजनों को सौंप दिया है। नौमाना गांव निवासी महेश चन्द्र जोशी (38) पुत्र ज्वाला दत्त देर शाम गांव में चल रहे गौरा महोत्सव में शामिल होने जा रहा था। घर से कुछ दूरी पर अचानक पहाड़ी से बोल्डर गिरकर महेश के सिर पर लगा और वह अचेत होकर वहीं गिर गया। सूचना पर गांव के लोग मौके पर पहुंचे। जिसके बाद घायल को चिकित्सालय पहुंचाया जहां उसे मृत घोषित कर दिया।

बागेश्वर में भारी भूस्खलन से सड़क बंद


बागेश्वर में एक पहाड़ के भर-भराकर गिरने का एक वीडियो वायरल हो रहा है। यह घटना बागेश्वर-कपकोट हाइवे की है। यहां पहाड़ी का एक बड़ा हिस्सा टूटकर गिर गया। पहाड़ी का सारा मलवा सड़क के नीचे बह रही सरयू नदी में जाकर गिर गया। शनिवार की साढ़े छः बजे यह पहाड़ गिरने के टाइम सड़क पर वाहन और आमजन नहीं चलने के कारण कोई भी बड़ा हादसा टल गया है, लेकिन इससे बागेश्वर से कपकोट को जोड़ने वाला स्टेट हाइवे बन्द हो गया है। जिसे खोलने के लिए जेसीबी मशीनों की मदद ली जा रही है ।

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