उत्तराखंड : गर्भवती महिला का खेत में ही कराया प्रसव, 80 परिवारों वाले गांव में सड़क नहीं

डोली से लाई जा रही गर्भवती को उस समय तक सड़क पर नहीं लाया जा सका था, ममता की हालत बिगड़ने पर आशा कार्यकर्ता ने 108 सेवा को फिर कॉल की, इमरजेंसी मेडिकल तकनीशियनों ने खेत में ही प्रसव कराया....

Update: 2020-10-13 08:08 GMT

चंपावत। उत्तराखंड के चंपावत जिले के पाटी के कमलेख लधौन गांव में सड़क की सुविधा न होने की चलते गर्भवती महिला का खेत में ही प्रसव कराना पड़ा। कमलेख लधौन गांव में 80 परिवार रहते हैं लेकिन फिर भी सड़क की पहुंच गांव तक नहीं है। 

खबरों के मुताबिक आपातकालीन 108 एंबुलेस सेवा को कॉल किया गया जिसके बाद गांव पहुंचे इस एंबुलेंस के कर्मियों ने सड़क से आधा किलोमीटर दूर खेत में गर्भवती महिला सुरक्षित प्रसव कराया। बाद में महिला को पाटी अस्पताल में भर्ती कराया गया।

108 सेवा के जिला समन्वयक भास्कर शर्मा ने बताया कि पाटी ब्लॉक के कमलेख लधौन से सोमवार सुबह 6.41 बजे 108 को गांव निवासी ममता को प्रसव पीड़ा होने कॉल मिली। पाटी की 108 एंबुलेंस करीब 20 मिनट में धूनाघाट पहुंच गई।

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डोली से लाई जा रही ममता को उस समय तक सड़क पर नहीं लाया जा सका था। ममता की हालत बिगड़ने पर आशा कार्यकर्ता कविता ने 108 को फिर कॉल की।

इमरजेंसी मेडिकल तकनीशियन नवनीत गहतोड़ी और पायलट धर्मेंद्र ने सड़क से आधा किमी दूर खेत में जाकर महिला का सुरक्षित प्रसव कराया।

बाद में ग्रामीणों की मदद से मां और बच्चे को एंबुलेंस तक पहुंचाया गया, जहां से उन्हें पाटी अस्पताल में भर्ती कराया गया। स्टाफ नर्स भावना ने बताया कि जच्चा-बच्चा दोनों स्वस्थ हैं।

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