Ankita Murder Case: अंकिता हत्याकांड को लेकर बड़ा खुलासा, पोस्टमार्टम रिपोर्ट में नहीं हुई रेप की पुष्टि
Ankita Murder Case: उत्तराखंड में अंकिता भंडारी हत्याकांड की जांच एसआईटी कर रही है। इनपुट है कि जांच लगभग पूरी भी हो चुकी है। वहीं, अंकिता की फॉरेंसिक रिपोर्ट में चौकाने वाला खुलासा हुआ है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार इस रिपोर्ट में अंकिता की हत्या के पहले रेप की पुष्टि नहीं हुई है...
Ankita Murder Case: उत्तराखंड में अंकिता भंडारी हत्याकांड की जांच एसआईटी कर रही है। इनपुट है कि जांच लगभग पूरी भी हो चुकी है। वहीं, अंकिता की फॉरेंसिक रिपोर्ट में चौकाने वाला खुलासा हुआ है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार इस रिपोर्ट में अंकिता की हत्या के पहले रेप की पुष्टि नहीं हुई है। बता दें कि एम्स, ऋषिकेश की पोस्टमार्टम रिपोर्ट में रेप से इनकार किया गया था। बताया जा रहा है कि इस हत्याकांड का मुकदमा फास्ट ट्रैक कोर्ट में चलाने के लिए पुलिस मुख्यालय ने शासन को पत्र लिखा है।
अंकिता मर्डर केस में BJP नेता विनोद आर्य के बेटे और होटल के मालिक पुलकित आर्य का नाम सामने आने के बाद लोगों में इसे लेकर आक्रोश बढ़ गया था। इस मामले के बाद बीजेपी ने विनोद आर्य को पहले ही निलंबित कर दिया था। साथ ही पुलिस ने पुलकित आर्य समेत तीन लोगों को गिरफ्तार कर लिया था।
क्या है पूरा प्रकरण? Ankita Bhandari Murder Case
दरअसल पौड़ी जिले के यमकेश्वर में वनतारा रिजॉर्ट में 19 साल की अंकिता भंडारी रिसेप्शनिस्ट के तौर पर काम करती थी। वह 18-19 सितंबर की रात अचानक गायब हो गई, जिसके बाद उलकी तलाश शुरू हुई। अंकिता की गुमशुदगी के मामले में 23 सितंबर को तीनों आरोपियों को गिरफ्तार किया गया था। पुलिस ने जब पूछताछ की तो उन्होंने हत्या की बात स्वीकार की थी। वहीं आरोपियों की निशानदेही पर ही अंकिता का शव 24 सितंबर को चीला नहर से बरामद किया गया था।
आरोपियों के लिए उठी फांसी की मांग
पुलिस ने बताया कि अंकिता भंडारी की रिजॉर्ट संचालक पुलकित आर्य ने अपने दो कर्मचारियों, प्रबंधक सौरभ भास्कर और सहायक प्रबंधक अंकित गुप्ता के साथ मिलकर ऋषिकेश के पास चीला नहर में धकेलकर हत्या कर दी थी। इस घटना के बाद उत्तराखंड में प्रदर्शन शुरू हो गए थे। आक्रोशित लोग सड़क पर उतर गए और आरोपियों के फांसी की मांग करने लगे।
CM ने किया था SIT का गठन
मामला गर्माने के बाद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने घटना पर दुख जताते हुए अधिकारियों को आरोपियों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए थे। अधिकारियों के साथ बैठक करते हुए सीएम धामी ने कहा था कि पुलिस अपना काम कर रही है। हर हाल में पीड़िता को न्याय मिलेगा। इसके बाद सीएम धामी ने जांच के लिए एसआईटी का गठन किया था।
पीएम रिपोर्ट में भी रेप की नहीं हुई पुष्टि
वहीं आरोपी का रिजॉर्ट गिराने के बाद अंकिता के परिजनों ने पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट और पुलिस की जांच पर भी सवाल खड़े कर दिए थे। उन्होंने पोस्टमार्ट रिपोर्ट को मानने से इनकार कर दिया था। इस रिपोर्ट में भी हत्या की वजह डूबना बताया गया था। साथ ही रेप की भी पुष्टि नहीं हुई थी। वहीं अब फॉरेंसिक रिपोर्ट भी रेप की बात को खारिज कर रही है।