Uttarakhand News: गैंगस्टर को पकड़ने पहुंची UP पुलिस पर हमला, 5 जख्मी, फायरिंग में महिला की मौत के बाद बवाल
Uttarakhand News: इनामी बदमाश का पीछा करते उत्तराखंड पहुंची मुरादाबाद की पुलिस (Moradabad Police) टीम को खनन माफिया ने घेर कर बंधक बना लिया। इतना ही नहीं पुलिस के हथियार लूटने के बाद गोलियां भी चलाईं।
Uttarakhand News: इनामी बदमाश का पीछा करते उत्तराखंड पहुंची मुरादाबाद की पुलिस (Moradabad Police) टीम को खनन माफिया ने घेर कर बंधक बना लिया। इतना ही नहीं पुलिस के हथियार लूटने के बाद गोलियां भी चलाईं। इस गोलाबारी में एक महिला की मौत हो गई, जबकि 6 पुलिसकर्मी घायल हो गए हैं। एक एसओजी प्रभारी निरीक्षक और एक सिपाही अभी भी लापता है। जिसकी तलाश में दोनों राज्यों की पुलिस जुटी हुई हैं।
दरअसल उत्तराखंड के ऊधम सिंह नगर जिले की जसपुर तहसील के कुंडा थाना क्षेत्र में जब पुलिस पुलिस व एसओजी की टीम गैंगस्टर जफर का पीछा करते हुए पहुंची तो खनन माफिया और पुलिस के बीच हुई मुठभेड़ में ड्यूटी कर घर लौट रही गुरजीत सिंह को गोली लग गई। जिसके बाद उसे तुरंत निजी अस्पताल ले जाया गया, जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया। जिसके बाद गुस्साए स्थानीय लोगों ने हंगामा करते हुए जाम लगा दिया।
मुरादाबाद के डीआईजी रेंज शलभ माथुर (DIG Range Shalabh Mathur) के मुताबिक इस घटना में मुरादाबाद के 6 पुलिसकर्मी गंभीर रूप से घायल हुए हैं और एक एसओजी प्रभारी निरीक्षक और एक सिपाही अभी तक लापता है। घटना के बाद से ही दोनों राज्यों की पुलिस वांछित खनन माफिया जफर की तलाश में लापता पुलिसकर्मियों की तलाश और सीमावर्ती जंगलों में छानबीन कर रही हैं।
डीआईजी रेंज शलभ माथुर के अनुसार बुधवार को मुरादाबाद पुलिस को सूचना मिली कि इलाके में 50 हजार जफर का इनाम छिपा है। मुरादाबाद की एसओजी टीम व ठाकुरद्वारा कोतवाली की पुलिस वांछित अपराधी जफर का पीछा करते हुए उत्तराखंड के कुंडा थाना क्षेत्र में पहुंची। पुलिस को यहां एक ब्लॉक प्रमुख गुरतेज भुल्लर के घर में जफर के छुपे हुए होने की सूचना मिली थी। आरोप है कि यहां जफर और उसके साथियों ने मुरादाबाद पुलिस टीम को बंधक बना लिया और उनके हथियार छीन कर उनको गोली मार दी।
घटना में मुरादाबाद पुलिस (Moradabad Police) के 6 पुलिसकर्मी- राहुल (एसओजी कांस्टेबल), संगम कसाना (एसओजी कांस्टेबल), सुमित राठी (एसओजी कांस्टेबल), शिव कुमार (एसओजी ड्राइवर), ठाकुरद्वारा थाना प्रभारी और विकास सिंह गंभीर रूप से घायल हो गए। जबकि अभी तक एक इंस्पेक्टर और एक कांस्टेबल लापता हैं। वहीं, इस छापेमारी के दौरान हुई फायरिंग में गुरप्रीत नाम की एक महिला की भी मौके पर ही मौत हो गई, जिससे लोग भड़क गए और घंटों हंगामा किया।
पुलिस के मुताबिक इस घटना के बाद मुरादाबाद के ठाकुरद्वारा कोतवाली में वांछित खनन माफिया जफर और 30-35 अज्ञात साथियों के खिलाफ पुलिसकर्मियों को बंधक बनाकर उनके हथियार छीनकर गोली मारने का मामला दर्ज किया गया है। वही महिला की हत्या के मामले में उत्तराखंड के कुंडा थाने में मामला दर्ज किया गया है। धारा 302 व अन्य धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है। पुलिस को गंभीरता से जांच करने के निर्देश दिए गए हैं। पहली गोली किसने चलाई, इसकी भी जांच की जा रही है। दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा।
ये हैं मामला
13 सितंबर को जब प्रशासनिक अधिकारियों को मुरादाबाद के ठाकुरद्वारा थाना क्षेत्र में अवैध खनन माफियाओं की सूचना मिली तो एसडीएम परमानंद सिंह व खनन विभाग के अधिकारी कार्रवाई के लिए मौके पर पहुंचे तो खनन माफिया ने एसडीएम व खनन विभाग की टीम पर हमला करते हुए जब्त डम्पर उनसे छीन लिए और फरार हो गया।
13 सितंबर की घटना के संबंध में कोतवाली ठाकुरद्वारा में पांच नामजद व 16 अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज (filed suit) किया गया था, जिसमें अधिकांश आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। लेकिन घटना में नामजद गैंगस्टर जफर को पुलिस पकड़ नहीं पाई और यूपी पुलिस ने उस पर 50 हजार रुपये का इनाम भी घोषित कर दिया था।