Uttarakhand Election 2022: मुकदमा दर्ज होने से भड़की निर्दलीय प्रत्याशी, अधिकारियों की बर्खास्तगी की मांग पर अड़ी
Uttarakhand Election 2022: अपने व समर्थकों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किए जाने से भड़की निर्दलीय प्रत्याशी श्वेता मासीवाल ने मतदान समाप्त होने के बाद देर रात्रि में अपने समर्थकों के साथ कोतवाली का घेराव किया। मासीवाल अधिकारियों को बर्खास्त करने की मांग पर कोतवाली में ही धरने पर बैठ गईं।
Uttarakhand Election 2022: अपने व समर्थकों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किए जाने से भड़की निर्दलीय प्रत्याशी श्वेता मासीवाल ने मतदान समाप्त होने के बाद देर रात्रि में अपने समर्थकों के साथ कोतवाली का घेराव किया। मासीवाल अधिकारियों को बर्खास्त करने की मांग पर कोतवाली में ही धरने पर बैठ गईं। बाद में वरिष्ठ अधिकारियों के हस्तक्षेप पर मासीवाल ने धरना खत्म किया।
जानकारी के अनुसार पुलिस ने बीती रात हुए एक कथित विवाद के बाद श्वेता मासीवाल व उनके कई समर्थकों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया था। पुलिस का कहना था कि एसडीएम, सीओ, कोतवाल बीती रात खताड़ी, भवानीगंज, गुलरघट्टी होते हुए ब्रजेश अस्पताल के पीछे गली में पहुंचे तो रामनगर विधानसभा क्षेत्र से निर्दलीय प्रत्याशी श्वेता मासीवाल अपने 40-50 समर्थकों के साथ गाड़ीयों के पीछे से आकर अचानक गाडियों के आगे बैठ गयीं।
इन्होंने सभी गाडियों को रोक दिया तथा अपने आपको फेसबुक लाइव कर गाली गलौच कर अनर्गल बातें करने लगीं तथा अपने समर्थकों को भी फेसबुक लाइव आने को कहकर भड़काने लगीं। उन्हें मौके पर सभी अधिकारीगणों द्वारा काफी समझाया गया परन्तु इन्होंने किसी भी बात नहीं सुनी । जिसके बाद निर्दलीय प्रत्याशी श्वेता मासीवाल व उनके समर्थकों के विरुद्ध थाने में भारतीय दंड संहिता की धारा 353, 341, 186, 188, 504 के तहत मुकदमा दर्ज किया गया।
अपने खिलाफ दर्ज मुकदमे की जानकारी मिलने पर सोमवार की रात्रि श्वेता अपने कई समर्थकों के साथ कोतवाली पहुंच गईं। जहां उन्होंने एसडीएम, सीओ, कोतवाल तीनों अधिकारियों के खिलाफ तहरीर देकर उनके खिलाफ तत्काल मुकदमा दर्ज करने की मांग की। पुलिस के अधिकारियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने में आनाकानी करने पर श्वेता कोतवाली में ही धरने पर बैठ गईं। कोतवाली में धरना दिए जाने पर पुलिस के हाथ-पांव फूल गए। आनन-फानन में पुलिस के उच्चाधिकारियों की ओर से मामले को हैंडल कर श्वेता से घटनाक्रम की पूरी जानकारी ली।
जिसमें श्वेता ने पुलिस प्रशासन पर विधायक के इशारे पर काम करने का आरोप लगाते हुए अपने व अपने समर्थकों के उत्पीड़न का आरोप लगाया। श्वेता का कहना था कि वह लगातार नशे के खिलाफ मुहिम चला रहीं है। इसलिए उनका उत्पीड़न किया जा रहा है। इस मामले में अधिकारियों द्वारा श्वेता को मंगलवार की सुबह हल्द्वानी बुलाकर अधिकारियों के खिलाफ शिकायत दिए जाने व कार्यवाही का आश्वासन दिया गया तो श्वेता ने देर रात अपना धरना समाप्त कर दिया।