Uttarakhand News : यह कैसी लाचारी, आपदाग्रस्त इलाकों में पानी पहुंचाने के लिए तनख्वाह रोकने की देनी पड़ रही चेतावनी !
Uttarakhand News : उत्तराखंड की भारतीय जनता पार्टी सरकार की अपने विभागीय अधिकारियों-कर्मचारियों पर कितनी लचर पकड़ है, इसका एक ज्वलन्त उदाहरण राज्य के सीमांत जनपद पिथौरागढ़ की मुनस्यारी तहसील से सामने आया है।
Uttarakhand News : (पिथौरागढ़)। उत्तराखंड की भारतीय जनता पार्टी सरकार (BJP Government) की अपने विभागीय अधिकारियों-कर्मचारियों पर कितनी लचर पकड़ है, इसका एक ज्वलन्त उदाहरण राज्य के सीमांत जनपद पिथौरागढ़ (Pithoragarh) की मुनस्यारी तहसील से सामने आया है।
यहां आपदाग्रस्त क्षेत्रों में पीने के पानी की बाधित सप्लाई को बहाल कराने के लिए अधिकारियों-कर्मचारियों को धमकाना पड़ रहा है। खबर है कि काम की सुस्त गति के कारण यहां के जिलाधिकारी (DM) को विभाग के अधिकारी और कर्मचारियों (Officers and Employees) का वेतन रोकने की धमकी तक देनी पड़ रही है।
बताया जा रहा है कि तहसील मुनस्यारी (Munasyari Tehsil) में मंगलवार, 26 अक्टूबर 2021 को जिलाधिकारी डॉ आशीष चौहान आपदा प्रभावितों का हाल जानने पहुंचे। क्षेत्र के आपदा पीड़ितों का हाल जानते हुए उन्होंने विकास खण्ड सभागार (Vikas khand meeting hall) में जन समस्याएं सुनीं।
जिलाधिकारी ने मुनस्यारी में कालीन प्लांट बंद होने पर नाराजगी व्यक्त की। उन्होंने नाराजगी व्यक्त करते हुए इसके लिए जिम्मेदार उद्योग विभाग (Department of Industry) के अधिकारियों के वेतन रोकने के आदेश दिए।
इसके साथ ही मुनस्यारी और आसपास के आपदा प्रभावित इलाकों में अबतक पेयजल आपूर्ति बहाल न होने पर जिम्मेदार अधिकारियों के वेतन रोकने के भी आदेश दिए।
जिलाधिकारी ने मंगलवार को स्थानीय लोगों, आपदा प्रभावितों व अधिकारियों, कर्मचारियों के साथ बैठक की। इस दौरान लोगों ने अपनी समस्याओं को प्रमुखता से रखा।
यहां जिलाधिकारी को बताया गया कि मुनस्यारी मुख्यालय व आसपास के गांवों में पेयजल आपूर्ति ठप (Water supply stopped) है। इस पर उन्होंने सख्त नाराजगी जताई और जल संस्थान के जिम्मेदार अधिकारियों का वेतन रोकने के आदेश दिए।
डीएम ने उद्योग विभाग को कालीन प्लांट को जल्द संचालित करने के निर्देश दिए। साथ ही बीते दिनों जीआईसी के कक्ष में अवैध लकड़ी का जखीरा मिलने और अब तक दोषियों के खिलाफ कार्रवाई न करने पर उन्होंने खंड शिक्षा अधिकारी के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई करने को कहा।
डीएम ने कहा प्रभावितों को हरसंभव राहत पहुंचाना प्रशासन की जिम्मेदारी है। उन्होंने एसडीएम को शीघ्र प्रभावितों को मुआवजा व अन्य राहत देने के निर्देश दिए।
मुनस्यारी भ्रमण के दौरान जिलाधिकारी के साथ डीडीओ गोपाल गिरी, एसडीएम भगत सिंह फोनिया, तहसीलदार एके सिंह, भावना देवी, धन सिंह धामी, भूपेंद्र सहित कई लोग मौजूद थे।