Uttarakhand News: छेड़छाड़ का कुख्यात आरोपी प्रेमनाथ हल्द्वानी से गिरफ्तार, ग्रामीणों की पिटाई से बचने के लिए रानीखेत से पैदल ही हल्द्वानी भागा था आरोपी
Uttarakhand News: अल्मोड़ा जिले में नाबालिग युवती के साथ हुई छेड़छाड़ के मामले में दिल्ली में तैनात वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी एवी प्रेमनाथ को पुलिस ने हल्द्वानी से गिरफ्तार कर लिया है।
Uttarakhand News: अल्मोड़ा जिले में नाबालिग युवती के साथ हुई छेड़छाड़ के मामले में दिल्ली में तैनात वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी एवी प्रेमनाथ को पुलिस ने हल्द्वानी से गिरफ्तार कर लिया है। अपनी गिरफ्तारी और ग्रामीणों की पिटाई से बचने के लिए इस कुख्यात अधिकारी ने रानीखेत स्थित मजखाली से दिल्ली भागने के लिए पैदल ही हल्द्वानी की ओर दौड़ लगा दी थी। रानीखेत से पैदल भागकर प्रेमनाथ ने रास्ते में एक टैक्सी की। जिसके माध्यम से हल्द्वानी पहुंचा प्रेमनाथ वॉल्वो बस से दिल्ली भागने के जुगाड़ में था। लेकिन पुलिस को मुखबिर से सूचना मिल गई, जिसके बाद अल्मोड़ा पुलिस ने हल्द्वानी पुलिस के साथ मिलकर ऐवी प्रेमनाथ को गिरफ्तार कर लिया है, जिसको पुलिस आज कोर्ट में पेश करेगी।
नाबालिग छात्रा से दुराचार का प्रयास व छेड़छाड़ करने वाले आरोपित अफसर एबी प्रेमनाथ के खिलाफ राजस्व पुलिस ने मामला दर्ज किया था। अंकिता हत्याकांड की वजह से पहले ही से सरकार और पुलिस के खिलाफ चल रहे माहौल को भांपते हुए इस संवेदनशील मामले को मंगलवार देर शाम ही राजस्व पुलिस से रेगुलर पुलिस को ट्रांसफर किया गया था। जिसके तत्काल बाद रानीखेत पुलिस ने बीती देर रात भागते हुए इस अधिकारी को गिरफ्तार कर लिया है। एसएसपी प्रदीप कुमार रॉय ने मामले की पुष्टि करते हुए बताया कि आरोपित को हिरासत में ले लिया गया है। पूछताछ की जा रही है। जिसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
बता दे कि दिल्ली निवासी एक नाबालिग ने दिल्ली सरकार में तैनात एक संयुक्त सचिव पर छेड़छाड़ का आरोप लगाया था। आरोपित एबी प्रेमनाथ के खिलाफ राजस्व पटवारी चौकी गोविंदपुर में पॉक्सो एक्ट पॉक्सो 7/8 आईटी 66 डी और आईपीसी की धारा 354 के तहत मुकदमा दर्ज किया गया था। इस मामले के सामने के बाद क्षेत्र के ग्रामीणों में अधिकारी के प्रति भारी आक्रोश था। बीते मंगलवार को ग्रामीणों ने आरोपी के स्कूल के बाहर नारेबाजी कर इसकी गिरफ्तारी की मांग की थी। इस समय तक यह आरोपी स्कूल से सटे अपने इसी अड्डे पर छिपा हुआ था। जो बाद में मौका देखते ही हल्द्वानी की तरफ भाग निकला था।
उपपा का सवाल: कब चलेगा प्रेमनाथ की ऐशगाह पर बुलडोजर ?
दिल्ली सरकार में तैनात संयुक्त सचिव व डांडाकांडा स्थित प्लीजेंट वैली फाउंडेशन स्कूल के फाउंडर मेंबर एवी प्रेमनाथ पर नाबालिग छात्रा से दुराचार के प्रयास व छेड़खानी के आरोप पर उपपा ने प्रदेश सरकार व जिला प्रशासन पर गंभीर सवाल खड़े किए है। उपपा के केंद्रीय अध्यक्ष पी.सी तिवारी ने कहा कि साल 2010 में उपपा की मांग के बाद एडीएम के नेतृत्व में हुई जांच में सरकारी भूमि पर अवैध कब्जे की बात सामने आई थी। लेकिन आज तक इस मामले में एवी प्रेमनाथ व उसके साथ मिले लोगों पर कोई कार्रवाई नहीं हुई, जो सरकार व प्रशासन की कार्यप्रणाली पर सवालियां निशान खड़े करता है।
प्रेमनाथ के खिलाफ मुकदमा दर्ज होने के बाद मंगलवार को पत्रकारों से वार्ता करते हुए पीसी तिवारी ने कहा कि उत्तराखंड में स्कूलों व संस्थाओं के नाम पर बाहरी लोगों द्वारा अवैध तरीके से जमीनों की खरीद फरोख्त कर ऐशगाह व अय्याशी के अड्डे खोले जा रहे है और अब दिल्ली सरकार में संयुक्त सचिव पर तैनात एवी प्रेमनाथ के खिलाफ पाक्सो का का मामला दर्ज होना यह बताता है कि इसमें सरकार, प्रशासन और जिनके सामने यह घटना घटित हो रही थी उनकी मिलीभगत है। तिवारी ने कहा कि अवैध तरीके से जमीन कब्जाने का मुकदमा होने के बाद भी प्रेमनाथ के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं होने से साफ पता चलता है कि सरकार भूमाफियों व रसूखदारों को संरक्षण दे रही है। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि आज विकास और जमीनों की लूट के साथ पूरे राज्य में अराजकता पैदा की जा रही है।
उपपा नेता तिवारी ने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि अंकिता हत्याकांड मामले में सरकार ने आरोपियों को बचाने व सबूतों को मिटाने के लिए रिसोर्ट पर रातो रात बुलडोजर चला दिया। लेकिन आज तक डांडाकांडा में बुलडोजर नहीं चलाया। उन्होंने सरकार से पूछा कि क्या धामी सरकार अवैध रूप से सरकारी जमीन पर कब्जा करने वाले इस नौकरशाह के ऐशगाह पर बुलडोजर चलाएगी ?
उन्होंने कहा कि आज कोई भी राजनैतिक पार्टी इस मामले को लेकर बयान नही देती है। मंत्री, विधायक और सांसद भी मामले में चुप्ती साधे है। प्रदेश की जनता को आगे आना होगा। उन्होंने कहा कि उपपा पार्टी भूमाफिया के खिलाफ लगातार संघर्ष करते रहेगी।