Uttarpradesh Election : अब बदायूं का भी बदल जाएगा नाम ? योगी बोले- यह पहले वेदामऊ था जहां पढ़ाया जाता था वेद

Uttarpradesh Election : बदायूं में ही एक कार्यक्रम के दौरान सीएम योगी आदित्यनाथ ने इस बात के संकेत दे दिए। उन्होंने कहा कि प्राचीन काल में बदायूं को वेदामऊ नाम से जाना जाता था और यहां वेदों का अध्ययन हुआ करता था।

Update: 2021-11-09 13:04 GMT

(बदायूं में सीएम योगी के बयान से संकेत मिल रहा है कि जिले का नाम बदलकर वेदामऊ किया जा सकता है) File pic.

Uttarpradesh Election : उत्तर प्रदेश (Uttarpradesh News) में अब तक कई शहरों और रेलवे स्टेशनों के नाम बदले जा चुके हैं। अब संभवतः पश्चिम यूपी के बदायूं जिले (Badayun District) का नाम भी सीएम योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली सरकार की ओर से बदला जा सकता है। मंगलवार को बदायूं में ही एक कार्यक्रम के दौरान सीएम योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) ने इस बात के संकेत दे दिए। उन्होंने कहा कि प्राचीन काल में बदायूं को वेदामऊ (Vedamau) नाम से जाना जाता था और यहां वेदों का अध्ययन हुआ करता था। 

बता दें कि उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से इलाहाबाद (Allahabad) का नाम बदलकर प्रयागराज (Prayagraj) किया जा चुका है। इसके अलावा फैजाबाद जिले (Faizabad) का नाम अब अयोध्या (Ayodhya) हो गया है। यही नहीं पूर्वी यूपी के मुगलसराय के रेलवे स्टेशन (Mughalsarai Junction) का नाम अब जनसंघ के संस्थापक रहे पंडित दीनदयाल उपाध्याय के नाम पर कर दिया है।

इसके अलावा भी कई गांवों का नाम बदला जा चुका है। ऐसे में अब सीएम योगी के बयान से इस बात के भी कयास लग रहे हैं कि क्या नाम बदलने के क्रम में अगला नंबर बदायूं का है।

बदायूं में जनसभा को संबोधित करते हुए योगी आदित्यनाथ ने कहा, "एक दौर में बदायूं को वेदामऊ नाम से जाना जाता था। यह स्थान वेदों के अध्ययन का केंद्र हुआ करता था। यह भी कहा जाता है कि गंगा को धरती पर लाने वाले महाराज भगीरथ ने भी इसी धरती पर तपस्या की थी।"

मुख्यमंत्री ने कहा कि गंगा हजारों साल से हमें उर्वरक जमीन प्रदान कर रही है। गंगा और यमुना के किनारे की धरती को दुनिया के सबसे उपजाऊ इलाकों में से एक माना जाता है।

बता दें कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इन दिनों लगातार जिलों के दौरों पर हैं। वे एक-एक दिन में दो-दो जिलों का दौरा कर रहे हैं। सोमवार, 8 नवंबर 2021 को वे कैराना और रामपुर के दौरे पर थे तो आज मंगलवार को उन्होंने बदायूं में करोड़ों की योजनाओं का शिलान्यास व लोकार्पण किया।

कैराना में मुख्यमंत्री ने लोगों को भाजपा सरकार के एजेंडे को पूरा करने का भरोसा देने की कोशिश की तो कानून-व्यवस्था के साथ सुरक्षा व सम्मान पर भी आश्वस्त किया।

कानून-व्यवस्था जिस तरह पश्चिमी उत्तर प्रदेश का प्रमुख मुद्दा रहता है उसको देखते हुए मुख्यमंत्री ने एक तरह से वहां के लोगों को यह आश्वासन दिया कि उनकी सरकार के रहते न तो उन्हें बेटियों से छेड़छाड़ होने की चिंता करनी है। साथ ही भरोसा दिया कि अब किसी व्यापारी को वसूली व रंगदारी का ख्याल भी मन में नहीं लाना चाहिए। मुजफ्फरनगर जैसे दंगों की आशंका भी नहीं है।

योगी आदित्यनाथ सोमवार को पश्चिमी यूपी के शामली जिले के कैराना पहुंचे थे। वहां उन्होंने उन परिवारों से मुलाकात की जो खौफ के चलते पलायन कर गए थे और अब वापस अपने घर लौटे हैं। उन्होंने वहां परिवारों से मिलकर उन्हें सुरक्षा देने का विश्वास दिलाया। इस मौके पर एक कार्यक्रम में लोगों को संबोधित करते हुए योगी ने कहा कि अगर किसी ने दंगा किया तो उसका अंजाम दंगाइयों की आने वाली पीढ़ियां भुगतेंगी।

योगी ने कहा, उत्पीड़न के शिकार हुए लोगों को हम मुआवजा देंगे। जिन भी लोगों ने यहां पर कैराना का उजाड़ने का प्रयास किया है, मारीच और सुबाहु की तरह उनकी दुर्गति हुई है। मारीच और सुबहू की तरह दुर्गति का शिकार होंगे आने वाले समय में। यह विश्वामित्र का यज्ञ है।

इससे पहले बदायूं जिले में 1328 करोड़ की 359 परियोजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण करने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कार्यक्रम स्थल पर पहुंचे। कार्यक्रम स्थल के मंच पर पहुंचते ही भाजपा पदाधिकारियों ने मुख्यमंत्री का स्वागत किया।

सीएम के मंच पर आते ही कमिश्नर आर रमेश कुमार और एडीजी अविनाश चंद ने प्रतीक चिन्ह देकर स्वागत किया। इसके बाद जिले के माननीयों ने मुख्यमंत्री को माला पहनाकर सीएम का स्वागत किया। 

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