अर्णब गोस्वामी दुनिया के पहले पत्रकार जिसके खिलाफ नफरत, बदजुबानी और फसाद फैलाने के मामले में एक दिन में 101 मुकदमे दर्ज
टीवी पत्रकार अर्णब गोस्वामी के खिलाफ देशभर में 100 से ज्यादा एफआईआर दर्ज, नफरत, धार्मिक उन्माद और कोरोना संकट के बीच अशांति फैलाने का आरोप, छत्तीसगढ़ दर्ज की गई है पहली एफआईआर...
जनज्वार ब्यूरो। कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी पर टिप्पणी के बाद विवादों में घिरे रिपब्लिक टीवी के एडिटर इन चीफ अर्नब गोस्वामी के खिलाफ देश के कई पुलिस स्टेशनों में एक के बाद एक एफआईआर दर्ज की गई है। गोस्वामी के खिलाफ नफरत, बदजुबानी और फसाद फैलाने के मामले में देशभर में 101 एफआईआर दर्ज की गई हैं।
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दो एफआईआर महाराष्ट्र में दर्ज की गईं, एक यूपी में, एक हिमाचल प्रदेश और एक मध्यप्रदेश में दर्ज की गई। छत्तीसगढ़ के जांजगीर चांपा पुलिस स्टेशन में आठ एफआईआर दर्ज की गई हैं। जबकि दुर्ग में सबसे अधिक 12 एफआईआर दर्ज की गई हैं।
बता दें कि पहली एफआईआर छत्तीसगढ़ के पंचायत एवं ग्रामीण विकास, स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंह और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने दर्ज कराई है। इस एफआइआर में पुलिस ने जो धाराएं लगाई हैं वे सभी गैर जमानती हैं। वहीं दूसरी एफआईआर कांग्रेस के रायपुर जिला अध्यक्ष गिरीश दुबे की शिकायत पर दर्ज की गई है।
पहली एफआईआर में कहा गया है, ‘अर्नब गोस्वामी ने पूछता है भारत नाम से एक डिबेट चलाया। इस कार्यक्रम में अभी पालघर, महाराष्ट्र में हुई एक घटना जिसमें संत की भीड़ ने हत्या कर दी थी। अर्नब गोस्वामी ने कहा- हिंदू संतों की हत्या कर दी जाती है और सोनिया गांधी चुप क्यों है, बहुत से मीडिया भी चुप है, भारत में 80 प्रतिशत हिंदू हैं, ऐसे में हत्या के समय इटली वाली सोनिया चुप हैं। क्या अगर मौलवी या पादरी की हत्या होती तो सोनिया चुप रहती? अभी देश में हंगामा कर देती, सोनिया गांधी उर्फ एनटो मानिया चुप है, क्या ऐसे में हिंदुओं को चुप रहना चाहिए? तुम इटली वाली सोनिया गांधी इटली में रिपोर्ट भेजेगी कि देखो मैने महाराष्ट्र में सरकार बनाकर हिंदू संतों की हत्या करवाई…इस प्रकार अर्नब गोस्वामी ने पूरे देश को धर्म के आधार पर दंगा करने के लिए भड़काया। इससे पूरे देश में धार्मिक उन्माद पैदा हो गया है। हिंदू, मुस्लिम, सिख और ईसाई धर्म के खिलाफ तनाव पैदा हो गया है। जहां एक तरफ देश कोरोना महामारी से जूझ रहा हैवहां इस तरह से नफरत का वातावरण बनाया गया। इससे कांग्रेस कार्यक्रातओं और पूरे देश में रोष व्याप्त है। हमारी माननीय कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष के खिलाफ मानहानि वाले शब्द कहे गए, वो सभी यूट्यूब चैनल पर उपलब्ध हैं। गोस्वामी समेत सभी दोषियों की गिरफ्तारी के लिए तुरंत कार्रवाई की जाए।’
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जबकि दूसरी एफआईआर राहुल गांधी के बयान को तोड़-मरोड़कर पेश करने को लेकर की गई है। इस एफआईआर में छत्तीसगढ़ के कांग्रेस के जिला अध्यक्ष गिरीश दुबे ने आरोप लगाया है कि रिपब्लिक टीवी पर उसके संपादक अर्नब गोस्वामी ने 16 अप्रैल 2020 को राहुल गांधी द्वारा प्रेस कान्फ्रेंस में कोरोना वायरस रोग के रोकथाम के लिए दिये गये सुझावों को गलत ढंग से पेश कर उनकी तरफ से झूठी खबर अपने चैनल में प्रसारित किया।