अर्णब का राजनीतिक कनेक्शन, पिता लड़ चुके BJP से एमपी चुनाव तो मामा हैं BJP सरकार में मंत्री
सोनिया गांधी पर आपत्तिजनक टिप्पणी कर एक बार फिर विवादों में घिरे अर्णब गोस्वामी, अब उनके परिवार के राजनीतिक कनेक्शन पर भी खूब हो रही चर्चा, गोस्वामी के पिता, चाचा, मामा और नाना राजनीति से जुड़े रहे हैं...
जनज्वार ब्यूरो, नई दिल्ली। कांग्रेस की अंतरिम अंध्यक्ष सोनिया गांधी पर अपने टीवी डिबेट शो 'पूछता है भारत' में आपत्तिजनक टिप्पणी करने के बाद पत्रकार अर्णब गोस्वामी के खिलाफ छत्तीसगढ़ और महाराष्ट्र में एफआईआर दर्ज की जा चुकी है। इसके साथ सोशल मीडिया पर उनकी गिरफ्तारी की मांग भी उठ रही है। अर्णब गोस्वामी पर भाजपा समर्थक होने के आरोप तो लगते ही रहे हैं लेकिन अब उनके परिवार के राजनीतिक कनेक्शन पर भी खूब चर्चा हो रही है। सच क्या है आइए जानते हैं।
अर्णब गोस्वामी के चाचा दिनेश गोस्वामी पूर्व प्रधानमंत्री वी.पी. सिंह की कैबिनेट (1989) में कानून और न्याय मंत्री थे। वह 1985 में गौहाटी निर्वाचन क्षेत्र से संसद के निचले सदन लोकसभा के लिए चुने गए थे। 1985 में दिनेश गोस्वामी ने कांग्रेस के भगबान लाहकर (1,24,507) के खिलाफ 4,28,013 वोट हासिल किए थे। दिनेश गोस्वामी असम से राज्यसभा के सांसद भी रह चुके हैं। उन्होंने अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत 1960 के दशक के अंत में कांग्रेस से की थी तब इंदिरा गांधी देश की प्रधानमंंत्री थीं। 2 जून 1991 की सुबह एक कार हादसे में दिनेश गोस्वामी की मौत हो गई थी।
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अर्णब गोस्वामी के मामा सिद्धार्थ भट्टाचार्य का भी भाजपा से कनेक्शन है। वह इस समय गौहाटी पूर्व निर्वाचन क्षेत्र से भाजपा के विधायक हैं और असम सरकार में अभी शिक्षा मंत्री हैं। सिद्धार्थ भट्टाचार्य 1995 में भारतीय जनता पार्टी में शामिल हुए और 2014 में असम इकाई के पार्टी अध्यक्ष बने लेकिन 2016 के असम विधान सभा चुनाव से पहले उनकी जगह पर सर्बानंद सोनोवाल को यह जिम्मेदारी दी गई थी।
सिद्धार्थ भट्टाचार्य इस समय पूर्वोत्तर क्षेत्र के लिए भारतीय जनता पार्टी के प्रवक्ता हैं। 2016 के विधानसभा चुनाव में उन्होंने कांग्रेस की उम्मीदवार बोबिता शर्मा को 96,637 वोटों के अंतर से हराया था। हालांकि अर्णब गोस्वामी के नाना गौरीशंकर भट्टाचार्य भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के विधायक रहे और वह कई वर्षों तक असम में विपक्ष के नेता के रूप में रहे।
'राजनतीतिक कनेक्शन' पर क्या कह रहे ट्विटर यूजर्स
कांग्रेस नेता डॉ. उदित राज ने एक ट्वीट में कहा, 'अर्णव के पिता मनोरंजन गोस्वामी भी तो सेना से रिटायर होकर क्या घर बैठे रहते। राजनीति ही करते न, तो भाजपा से 1998 में चुनाव लड़े, हार गये। मामा सिद्धार्थ भट्टाचार्य पिछले विधानसभा चुनाव के पहले तक तो असम भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष ही थे, MLA अब भी हैं। भांजा अर्णव टीवी पर भाजपा को संभालता है।'
अर्णव के पिता मनोरंजन गोस्वामी भी तो सेना से रिटायर होकर क्या घर बैठे रहते।राजनीति ही करते न,तो भाजपा से 1998 में चुनाव लड़े,हार गये।मामा सिद्धार्थ भट्टाचार्य पिछले विधानसभा चुनाव के पहले तक तो असम भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष ही थे,MLAअब भी हैं।भांजा अर्णव टीवी पर भाजपा को संभालता है।
— Dr. Udit Raj (@Dr_Uditraj)
?ref_src=twsrc^tfw">April 22, 2020
ऑल इंडिया परिसंघ ट्विटर हैंडल ने लिखा, 'अर्णब अपनी फुलपेंट के नीचे खाकी चड्डी पहनता है। अर्णव के पिता मनोरंजन गोस्वामी 1998 में गुवाहाटी लोकसभा सीट पर भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़कर हार चुके हैं। उनके मामा सिद्धार्थ भट्टाचार्य असम भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष रह चुके हैं और इस समय गुवाहाटी ईस्ट से भाजपा के विधायक हैं।'
अर्णब अपनी फुलपेंट के नीचे खाकी चड्डी पहनता है. अर्णव के पिता मनोरंजन गोस्वामी 1998 में गुवाहाटी लोकसभा सीट पर भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़कर हार चुके हैं। उनके मामा सिद्धार्थ भट्टाचार्य असम भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष रह चुके हैं और इस समय गुवाहाटी ईस्ट से भाजपा के विधायक हैं।— All India Parisangh (@aiparisangh)
?ref_src=twsrc^tfw">April 22, 2020
इंडियन यूथ कांग्रेस के नेशनल कैंपेन हेड श्रीवास्तव ने पत्रकार पल्लवी घोष का ट्वीट रिट्वीट करते हुए अर्णब के राजनीतिक कनेक्शन को लेकर निशाना साधा है।
Arnab's Father was a BJP leader
Arnab's Uncle was a Cabinet Minister
Arnab made it big because of his bada baap connections and his talent for being the best Dalal among Dalals
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वरिष्ठ पत्रकार विनोद के. जोश ने भी अर्णब गोस्वामी के राजनीतिक कनेक्शन को लेकर ट्वीट किया है।
Arnab fooled a generation in Delhi with this "boy with no bada baap connection making it big" narrative. Cab minister Dinesh Goswami was his uncle (VP Singh's law min). Father Col Manoranjan, a BJP leader, contested to parliament in 1996 & lost badly. Aren't these "connections"? https://t.co/jkNhu2K4mH
— Vinod K. Jose (@vinodjose)
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