केरल में 12 साल की बच्ची का दो साल तक 30 लोगों ने किया बलात्कार

Update: 2019-09-23 15:48 GMT

12 साल की एक बच्ची से पिछले 2 सालों में 30 से भी ज्यादा लोगों ने बलात्कार किया है और इस मामले में दो लोगों को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है...

जनज्वार। मोदी सरकार के सरकार के बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ के तमाम दावों और वादों के बीच बच्चियां, महिलाएं और बूढ़ी महिलाएं कहीं भी बलत्कृत होने को विवश हैं, बल्कि यूं कहें हैवानियत का जहर हमारे समाज को कुंद बना चुका है। औरत को भोग का सामान समझने वाले समाज में लगातार ऐसी घटनाएं घट रही हैं जो इंसानियत को शर्मसार करती हैं।

मानवता को शर्मसार करने वाला एक ऐसा मामला केरल के मलप्पुरम के चेलारी में सामने आया है, जिसके बारे में सोचकर भी रूह कांप जाती है। मीडिया में आ रही खबरों के मुताबिक एक नाबालिग लड़की का पिछले दो सालों से 30 लोग लगातार रेप कर रहे थे। इस मामले में केरल पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। टाइम्स नाव में प्रकाशित खबर के मुताबिक बच्ची का बलात्कार उसके पिता की सहमति से हो रहा था और बलात्कारियों में उसके पिता के दोस्त भी शामिल थे।

मामले की जांच कर रही पुलिस ने मीडिया को बताया कि हमने बच्ची से लगातार हो रहे बलात्कार से संबंधित एक मामला कल 22 सितंबर को दर्ज किया था और आज दो लोगों की गिरफ्तारी की गयी है।

पुलिस ने रविवार 22 सितंबर को मीडिया में जानकारी साझा की कि 12 साल की एक बच्ची से पिछले 2 सालों में 30 से भी ज्यादा लोगों ने बलात्कार किया है और इस मामले में दो लोगों को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। गौरतलब है कि इस घटना की सूचना पुलिस को बाल हेल्पलाइन के माध्यम से दी गई थी।

पुलिस का कहना है कि इस मामले में हम लड़की के पिता की भूमिका की भी जांच कर रहे हैं कि आखिर इतने लंबे टाइम से एक बच्ची का बलात्कार होता रहा और उन्होंने मुंह बंद क्यों रखा। पुलिस का कहना है कि इस मामले में पीड़ित लड़की ने मजिस्ट्रेट को अपना बयान दे दिया है।

​टाइम्स नाव में प्रकाशित खबर के मुताबिक 7वीं में पढ़ने वाली नाबालिग बच्ची के साथ लो रहे लगातार बलात्कार की यह घटना तब सामने आई जब स्थानीय लोगों ने स्कूल के पीटीए सदस्यों को इसकी जानकारी दी। जिस स्कूल में पीड़ित बच्ची पढ़ रही थी वहां के शिक्षकों ने यह देखना शुरू कर दिया कि लड़की अक्सर अपनी कक्षाओं को छोड़ रही थी। इसके बाद स्कूल अधिकारियों ने इसकी सूचना चाइल्ड लाइन अधिकारियों को देने का फैसला किया। कथित तौर पर जब चाइल्ड-लाइन के वालंटियर ने नाबालिग की काउंसलिंग की तो उसने उसके साथ​ किये जा रहे यौन उत्पीड़न का खुलासा किया।

टाइम्स नाव में प्रकाशित खबर के मुताबिक ही 'पीड़ित लड़की को शनिवार 21 सितंबर को बाल कल्याण समिति (सीडब्ल्यूसी) मलप्पुरम के समक्ष पेश किया गया था और उसे उसी शहर में एक आश्रयगृह में रखा गया था। इस बीच तिरूरांगडी पुलिस ने घटना के संबंध में एक मामला दर्ज कर बच्ची को बयान दर्ज करने के लिए मजिस्ट्रेट के सामने पेश किया गया। आरोपियों के खिलाफ यौन अपराधों से बच्चों के संरक्षण (POCSO) अधिनियम की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है और लड़की के पिता सहित दो लोगों को हिरासत में ले लिया है।

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