ब्रह्मकुमारी आश्रम का अय्याश संचालक 4 साल से कर रहा था महिला से दुष्कर्म, पहुंचा सलाखों के पीछे

Update: 2019-06-27 08:55 GMT

पीड़ित युवती ने कहा, उसे आश्रम संचालक भगवान सिंह के कहने पर कई दिनों तक एक कमरे में बंद कर दिया जाता था, ताकि वह आश्रम में रहने वाली दूसरी युवतियों को अपनी आपबीती न सुना सके, जब भयभीत होकर वह मुंह बंद कर लेती थी, तब उसे बाहर निकला जाता था....

जनज्वार। धर्म के नाम पर तमाम तरह के पाप पुण्य का आवरण पहनाकर हमारे देश में सदियों से होते आ रहे हैं। पढ़ी-लिखी और जागरुक पीढ़ी भी धर्म के नाम पर किसी तरह के दलदल में धंसने को तैयार हो जाती है। किसी भी झूठे तांत्रिक-बाबा के चक्कर में फंस जाती है। बाबा जोकि अपने आप में मठाधीश हैं, उनके आश्रम तो लूट और कुकर्मों के अड्डे बने हुए हैं, ढोंगी-बलात्कारी बाबाओं के बारे में तमाम बातें मीडिया में समय—समय पर आई उजागर होती रही हैं।

राम रहीम, आसाराम, संत रामपाल समेत और भी न जाने कितने तथाकथित महान बाबाओं का भंडाफोड़ हो चुका है, बावजूद उसके जनता पता नहीं किस चमत्कार, धर्म की आस में ऐसे बाबाओं से अपना पल्ला नहीं छुड़ा पाती। जनता ही क्या हमारे तमाम नेता, पूंजीपति इन ढों​गी बाबाओं के दर पर मत्था टेकते आये हैं।

ब ऐसे ही एक आश्रम में महिला से बलात्कार का मामला सामने आया है। जानकारी के मुताबिक आगरा के रुनकता स्थित रेनुका धाम के पास ब्रह्माकुमारी आश्रम में एक युवती का पिछले चार सालों से बलात्कार किया जा रहा था। इसमें कोई और नहीं बल्कि ब्रह्मकुमारी आश्रम का संचालक भगवान सिंह संलिप्त था, जिसके खिलाफ पीड़ित युवती ने दुष्कर्म का केस दर्ज कराया।

पुलिस के पास दर्ज करायी गई शिकायत में पीड़ित युवती ने कहा है कि उसे आश्रम संचालक भगवान सिंह के कहने पर कई दिनों तक एक कमरे में बंद कर दिया जाता था, ताकि वह आश्रम में रहने वाली दूसरी युवतियों को अपनी आपबीती न सुना सके। जब भयभीत होकर वह मुंह बंद कर लेती थी, तब उसे बाहर निकला जाता था।

मीडिया में आई खबरों के मुताबिक पीड़ित युवती ने ही पुलिस को बताया कि उसके साथ पिछले चार साल से दुष्कर्म किया जा रहा है। जब पहली बार उसका बलात्कार किया गया तो उसे कमरे में बंद कर दिया गया। दो दिनों तक खाना भी नहीं दिया। साथ ही धमकी दी गई कि अगर उसने आश्रम संचालक भगवान सिंह के खिलाफ अपना मुंह खोला तो जान से मार दिया जायेगा। लगातार मिलने वाली धमकियों के कारण उसने अपना मुंह बंद रखा। मगर तब पीड़ित युवती ने भगवान सिंह से कहा था कि अगर उसने उसके साथ दूसरी बार किसी भी तरह की गंदी हरकत की तो वह चुप नहीं बैठेगी। तब तो भगवान सिंह मान गया, मगर कुछ दिन फिर उसका बलात्कार किया गया और कमरे में बंद करके भूखा रखने के अलावा जान से मारने की धमकी दी गई। ऐसा उसके साथ अनगिनत बार हुआ।

पीड़ित युवती का दावा है कि उसकी जैसी न जाने कितनी मजबूर महिलाओं को भगवान सिंह अपनी हवस का शिकार इसी अंदाज में बना चुका है, मगर डर और बदनामी के कारण वे बोलने को तैयार नहीं हैं।

पीड़ित युवती के मुताबिक 23 जून को वह रुनकता के ब्रह्मकुमारी आश्रम से भागकर एक महिला के पास पहुंची थी और उस महिला के माध्यम से उसने रुनकता पुलिस स्टेशन तक आश्रम में महिलाओं के दुष्कर्म की बात पहुंचायी थी। पीड़ित युवती को उम्मीद थी कि पुलिस इस मामले में कड़ा कदम उठायेगी, इसलिए वह लौटकर फिर आश्रम चली गयी, मगर जब शिकायत के बावजूद पुलिस ने आश्रम संचालक के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की तो 26 जून को वह आश्रम से फिर भागकर चली गयी।

सने आश्रम के आसपास के लोगों को बताया कि किस तरह धर्म की आड़ में ब्रह्मकुमारी आश्रम का संचालक महिलाओं का बलात्कार करता है। लोगों ने युवती की बात सुनी और आरोपी आश्रम संचालक को पकड़कर सिकंदरा पुलिस के हवाले किया।

युवती ने मांग की है कि पुलिस इस मामले में आश्रम संचालक के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई करे, जिससे धर्म की आड़ में शोषण का शिकार हो रही महिलाओं को न्याय मिले।

हीं शिकायत के बावजूद आश्रम संचालक के खिलाफ कोई कार्रवाई क्यों नहीं की गई? पर रुनकता चौकी इंचार्ज कहते हैं, हमें आश्रम संचालक के खिलाफ शिकायत 23 जून को नहीं, मंगलवार 26 जून को ही मिली है। हम जांच कर इस मामले में कार्रवाई करेंगे। फिलहाल पुलिस ने आश्रम संचालक भगवान सिंह को अपनी हिरासत में लेने के बाद कोर्ट में पेश किया, जहां 26 जून को हुई पेशी के बाद उसे जेल भेज दिया गया है। आश्रम में रहने वाली महिलाएं वहां से जा चुकी हैं, और वहां ताला लटक रहा है।

सीओ हरीपर्वत गोपाल चौधरी के मुताबिक आरोपी आश्रम संचालक भगवान सिंह के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर बलात्कार पीड़ित महिला का मेडिकल कराया गया है।

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